नई दिल्ली : देवशयनी एकादशी 2023 के व्रत के बाद उसके पारण का एक विधि-विधान है, जिसमें कई बातों का ध्यान रखना होता है. इस बार देवशयनी एकादशी का व्रत 29 जून को किया जा रहा है और देवशयनी एकादशी के व्रत का पारण 30 जून को किया जाएगा. पर इस पारण के दौरान व्रत रखने वाले लोगों को कुछ खास बातों का ध्यान रखना होगा.
वैसे तो एकादशी के दिन भगवान की पूजा के बाद व्रत-उपवास का संकल्प किया जाता है. इस दिन अन्न के अलावा आहार में केवल फल, सब्जियों के साथ-साथ दूध व उससे बनी चीजों का सेवन कर सकते हैं. लेकिन अगले दिन पारण के लिए कई चीजें वर्जित हैं.
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हमारे हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार किसी भी एकादशी व्रत का पुण्य फल तब तक उचित तरीके से नहीं मिलता है, जब तक कि इसके अगले दिन विधिवत पारण न किया जाए. पंचांग के अनुसार देवशयनी एकादशी व्रत का पारण करने का सबसे सटीक समय 30 जून 2023 को दोपहर बाद है. इसके लिए 01 बजकर 48 मिनट से लेकर शाम को 04 बजकर 36 मिनट का समय सबसे अहम माना जा रहा है. इसके लिए आप अपनी तैयारी कर सकते हैं और पारण के लिए कुछ खास चीजें भी बना सकते हैं.
- ऐसा कहा जाता है कि किसी भी एकादशी व्रत का पारण करते समय चावल का सेवन जरूर करना चाहिए. अगर आप खीर बनाकर भगवान को भोग लगाये हों तो आप उसके पारण के समय प्रसाद स्वरूप ग्रहण कर सकते हैं. वैसे एकादशी के दिन व उसके एक दिन पहले भी चावल न खाने की सलाह दी जाती है, लेकिन पारण में यह एक उत्तम अन्न माना जाता है.
- एकादशी के पारण के दिन सेम की सब्जी बनाकर खाना उत्तम माना जाता है. सेम का बना कोई भी सामान आप खाकर अपना पारण कर सकते हैं.
- एकादशी व्रत के पारण के लिये पकाए जाने वाले भोजन में हमेशा देशी व शुद्ध घी का ही उपयोग करना चाहिए, क्योंकि व्रत के बाद तत्काल तेल से बनी चीजों से परहेज करना चाहिए. इसके अलावा मूंगफली व नारियल के तेज का उपयोग किया जा सकता है.
- एकादशी के पारण के लिए बनाए गए भोजन में बैंगन, लहसुन, प्याज, मसूर की दाल जैसी चीजों का उपयोग वर्जित है. इसका उपयोग पारण के समय नहीं करना चाहिए. पारण के बाद शाम या रात के खाने में इनका उपयोग कर सकते हैं.