देहरादून: बाबा केदार का गर्भगृह कपाट बंद होने से पहले एक बार फिर से चर्चाओं में है. इस बार चर्चाओं का कारण बागेश्वर धाम (मध्य प्रदेश) के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री की गर्भगृह की वायरल फोटो है. पंडित धीरेंद्र शास्त्री की केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह की फोटो वायरल होने पर हंगामा हो रखा है. विपक्षी दल कांग्रेस ने इस मामले में सरकार को जमकर घेरा है. कांग्रेस का कहना है कि एक तरफ जहां सरकार ने आम आदमी के लिए सख्त नियम कायदे बना रखे हैं तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के जुड़े नेता और उनके चहेते केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में फोटो खिंचवा रहे हैं.
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इन लोगों के लिए कोई नियम कायदे कानून नहीं है
— Garima Mehra Dasauni (@garimadasauni) November 5, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
सब नियम कानून सीधी साधी बेवकूफ जनता के लिए हैं
गर्भ ग्रह में धीरेंद्र शास्त्री की फोटोग्राफी कैसे हो रही है??@BJP4UK @BKTC_UK pic.twitter.com/DSFdb2V8Y4
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दरअसल, केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में किसी भी तरह से फोटो खींचने और वीडियो शूट करने की अनुमति नहीं है. केदारनाथ मंदिर के मुख्य गेट पर साफ लिखा है कि गर्भगृह में या गर्भगृह की फोटो खींचना निषेध है. लेकिन इन दिनों एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें बागेश्वर धाम (मध्य प्रदेश) के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री केदारनाथ धाम के गर्भगृह में पूजा करते हुए दिख रहे हैं, जिस पर फिर से हंगामा हो गया.
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कांग्रेस ने साधा निशाना: इस मामले में कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि पहले जहां केदारनाथ के गर्भगृह से 200 किलो सोना गायब हो जाता है. उसके बाद बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय केदारनाथ गर्भगृह की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तो सभी नियम कायदों से ऊपर हैं, क्योंकि केदारनाथ गर्भगृह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का तो हमेशा ही वीडियो शूट होता है. वहीं अब बीजेपी उत्तराखंड में पंडित धीरेंद्र शास्त्री जैसे लोगों को वीवीआईपी ट्रीटमेंट दे रही है और उन्हें भी केदारनाथ गर्भगृह में वीडियो और फोटो खींचने की इजाजत दी जा रही है.
कांग्रेस का आरोप: गरिमा दसौनी का कहना है कि बीकेटीसी (बदरी-केदार मंदिर समिति) वहां आंखें बंद करके बैठी है. इसका जवाब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भी देना चाहिए. यह बताता है कि किस तरह से भाजपा धर्म और भगवान को भी अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने में इस्तेमाल कर रही है.
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बीजेपी का जवाब: वहीं, वायरल फोटो के मामले पर बीजेपी प्रवक्ता वीरेंद्र बिष्ट का कहना है कि बीकेटीसी (बदरी-केदार मंदिर समिति) के जो मानक होंगे, उसी के अनुरूप पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने वहां दर्शन किए होंगे. अगर नियम का कोई उल्लंघन हुआ है तो उसका मंदिर समिति खुद संज्ञान लेती है.
बीजेपी ने विपक्ष के सवालों पर जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस शायद भूल गई है कि जब 2013 में केदारनाथ आपदा आई थी तो तब बदरी-केदार मंदिर समिति के तत्कालीन अध्यक्ष, जो कांग्रेस नेता हैं, गर्भगृह में जूते पहनकर गए थे और उन जूतों को पूरे भारत के लोगों ने देखा था. तब क्या कांग्रेस की धार्मिक भावना आहत नहीं हुई थी.
बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस को सवाल करने से पहले अपने कृत्यों पर ध्यान देना चाहिए है. बीजेपी तो उन कृत्यों को सुधारने का काम कर रही है. यदि कहीं भी नियमों की अवहेलना हुई तो उसको देखने का काम बदरी-केदार मंदिर समिति का है.