कानपुर : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की ओर से आगामी सत्र में नई व्यवस्था लागू की जा रही है. इसके तहत छात्र-छात्राएं खुद अपना रिपोर्ट कार्ड तैयार कर सकेंगे. इस रिपोर्ट कार्ड को होलिस्टिक रिपोर्ट कार्ड नाम दिया गया है. बोर्ड की ओर से प्रधानाचार्यों को जानकारी दे दी गई है. ऐसा पहली बार होने जा रहा है. एक तरफ जहां शिक्षक अकादमिक स्तर से छात्रों का मूल्यांकन करेंगे, वहीं दूसरी ओर छात्र भी खुद को अंक देंगे. छात्रों को अपनी रेटिंग भी तय करनी होगी. नई शिक्षा नीति के तहत यह नया प्रावधान किया जा रहा है.
हर स्टूडेंट का होगा प्रोफाइल : शहर के डीपीएस कल्याणपुर की प्रधानाचार्य अर्चना निगम ने बताया कि जब सीबीएसई छात्र खुद अपना मूल्यांकन करेंगे तो उसके बाद हर स्टूडेंट का एक प्रोफाइल तैयार हो जाएगा. यह प्रोफाइल बोर्ड के पास भी होगा. इसे कभी भी, किसी भी स्कूल में देखा जा सकेगा. शिक्षक व स्कूल स्तर पर छात्रों का अकादमिक प्रदर्शन देखा जाएगा, जबकि छात्र अपने स्तर से अपनी खूबियां बताएंगे. मूल्यांकन की प्रणाली आगामी सत्र से बदल जाएगी.
कम स्कोरिंग वाले छात्रों के लिए लगेंगी अतिरिक्त कक्षाएं : सीबीएसई के प्रधानाचार्यों का कहना है, कि इस नई व्यवस्था से स्कूल में कम स्कोरिंग वाले छात्रों की पहचान करना आसान हो जाएगा. अगर छात्र का अकादमिक प्रदर्शन बेहतर नहीं है और फिर भी वह अपने को अधिक अंक देता है तो उसके मामले को शिक्षक जांचेंगे. साथ ही जो कमजोर छात्र होंगे, उन्हें प्रतिभावान बनाने के लिए स्कूल में अतिरिक्त कक्षाएं लगाई जाएंगी. सीबीएसई के सिटी कोआर्डिनेटर बलविंदर सिंह ने बताया कि सीबीएसई का हर फैसला छात्रहित से जुड़ा होता है. सीबीएसई ने जो होलिस्टिक रिपोर्ट कार्ड तैयार करने की योजना बनाई है, निश्चित तौर पर उससे छात्रों को काफी लाभ मिलेगा.
सीबीएसई से जुड़े आंकड़ों पर एक नजर : शहर में कुल सीबीएसई स्कूलों की संख्या 125 से अधिक है. सीबीएसई स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की कुल संख्या 15000 से अधिक है. हर साल सीबीएसई स्कूलों में दाखिला लेने वाले छात्रों की औसतन संख्या 5000 से अधिक रहती है.
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