फतेहाबाद/हरियाणा : आपने कई तरह की शादियां देखी होंगी, जहां बड़ा सा मंडप होता है, धार्मिक रीति से मंत्रोच्चारण होता है. लेकिन टोहना के समैन गांव में एक अनोखी शादी देखने को मिली.
यहां दूल्हा-दुल्हन ने संविधान निर्माता 'भारत रत्न' डॉ. भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा के सामने शादी रचायी और साथ निभाने का प्रण लिया.
बिना दहेज के संपन्न हुई शादी
ये शादी बिना किसी दहेज के संपन्न हुई. इसमें वर पक्ष को वधू पक्ष ने कोई दहेज नहीं दिया. इस संबंध में हरियाणवी कवि मास्टर जोरा सिंह ने बताया कि यह शादी बिना किसी दहेज के संपन्न हुई और इसमें वर और वधू ने बाबा साहब डॉ. भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा के सामने एक दूसरे को पति-पत्नी के रूप में स्वीकार किया. उन्होंने बताया कि यह शादी मौर्य काल में प्रचलित प्राचीन भारतीय परम्परा के अनुसार हई है. यह परम्परा समाप्त हो चुकी है. उन्होंने बताया कि इस शादी में अखिल भारतीय भिक्षु महासंघ हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष कांशी रत्न भी पहुंचे और शादी संपन्न करवाई.
इसे भी पढे़ं: दुल्हन बनने को तैयार रेसलर बबीता फोगाट, एक दिसम्बर को आएगी बारात
'वर पक्ष नहीं हो रहा था तैयार'
मास्टर जोरा सिंह ने कहा कि इस शादी में दूल्हा-दुल्हन की भूमिका अहम रही. उन्होंने कहा कि इस तरह शादी को लेकर वर पक्ष के लोग तैयार नहीं थे, लेकिन दूल्हे ने अपने परिजनों को समझाया और शादी के लिए राजी किया. उन्होंने कहा कि इस शादी समारोह में पूरे समय संविधान निर्माता डॉ. भीम राव अंबेडकर के जयकारे लगाये गये.