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राज्यपाल से मिला भाजपा का प्रतिनिधिमंडल, कहा- राज्य में अराजकता का माहौल

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Published : Jul 25, 2020, 7:53 AM IST

Updated : Jul 25, 2020, 8:48 PM IST

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18:42 July 25

प्रेस वार्ता के दौरान सतीश पूनिया

राज्यपाल से मिला भाजपा का प्रतिनिधिमंडल

राजस्थान में जारी राजनीतिक घटनाक्रम के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राजस्थान इकाई का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार शाम राज्यपाल कलराज मिश्र से मिला. उसने राजस्थान में अराजकता का वातावरण पैदा होने की बात करते हुए राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा.

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया की अगुवाई में यह प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिला. राजभवन के बाहर भाजपा नेताओं ने राज्य में बीते दो दिन के राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा. पूनियां ने कहा कि कांग्रेस ने राजभवन को धरने एवं प्रदर्शन का अखाड़ा बना दिया. उन्होंने कांग्रेस द्वारा शनिवार को जिला मुख्यालयों पर किए गए धरने प्रदर्शन के उद्देश्य पर भी सवाल उठाया.

नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के 'जनता द्वारा राजभवन को घेरने' संबंधी बयान की आलोचना की. उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि अंतरविरोध से घिरी सरकार की लड़ाई सड़क पर आ गयी है.

भाजपा ने अपने ज्ञापन में कहा है कि सत्ताधारी दल के आंतरिक संघर्ष के कारण पूरे राज्य में अराजकता की स्थिति बनी हुई है. लेकिन पिछले दो दिन में जिस प्रकार मुख्यमंत्री ने खुद जिस प्रकार की भाषा एवं गतिविधियां अपने मंत्रियों एवं विधायकों को साथ लेकर की हैं उससे राज्य में कानून व्यवस्था खत्म होने की स्थिति बनी हुई है.

18:36 July 25

प्रेस वार्ता के दौरान गुलाबचंद कटारिया

राज्यवर्धन सिंह राठौर का बयान 

भाजपा सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कहा कि गवर्नर हाउस में कांग्रेस सरकार ने जो किया, वह राजस्थान की राजनीति का एक निम्न-बिंदु था. कोई शासन नहीं है. जो सत्ता में हैं, वह हफ्तों से एक पांच सितारा होटल में ठहरे हैं. लोग यहां विभिन्न मुद्दों से पीड़ित हैं. 

17:18 July 25

सीएमआर में मंत्रिपरिषद की बैठक समाप्त

राजस्थान में सियासी पारा चढ़ा हुआ है. जहां एक ओर विधानसभा सत्र बुलाने की मांग के साथ कांग्रेस पार्टी के सभी विधायकों ने मुख्यमंत्री के साथ शुक्रवार को राजभवन में धरना दिया. वहीं शनिवार शाम 5 बजे फिर कैबिनेट की बैठक बुलाई गई और नया प्रस्ताव बनाकर राजभवन भेजने की तैयारी कर ली गई है. यह प्रस्ताव अब राजभवन भेजा जाएगा.

इसमें खास बात यह रही कि मंत्री परिषद की यह बैठक महज पांच मिनट चली और विधानसभा सत्र आहूत करने का संशोधित प्रस्ताव का मंत्री परिषद से अनुमोदन करवा लिया गया. इससे पहले शनिवार को हुई विधायक दल की बैठक से जो बातें निकल कर आ रही हैं, उससे कहीं ना कहीं यह साफ हो रहा है कि सरकार को यह अंदेशा हो गया है कि राज्यपाल भले ही विधानसभा सत्र आहूत करें. लेकिन इसके लिए वह 14 या 21 दिन के कम से कम समय में विधानसभा सत्र बुलाने की बात कर सकते हैं.

वहीं विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने सभी विधायकों ने हाथ खड़े करके मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में भरोसा जताते हुए लड़ाई लड़ने का संकल्प लिया. इस दौरान विधायकों ने कहा कि अगर इस लड़ाई में 21 दिन भी उन्हें होटल में रहना पड़ा तो वह इसके लिए तैयार हैं. साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायकों को संबोधित करते हुए कहा कि वह न्याय और लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं. ऐसे में अगर इस लड़ाई में उन्हें प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति के निवास पर जाकर धरना देना पड़े तो वह इसके लिए भी तैयार हैं.

17:03 July 25

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की बैठक शुरू

  • सीएमआर में मंत्रिपरिषद की बैठक शुरू
  • मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हो रही बैठक
  • कैबिनेट की बैठक में लिया जाएगा प्रस्ताव
  • विधानसभा सत्र बुलाने को लेकर लिया जाएगा प्रस्ताव
  • बैठक में प्रस्ताव लेकर भेजा जाएगा राज्यपाल को
  • कई राज्य मंत्री भी पहुंचे हैं सीएमआर

16:36 July 25

कुछ देर में होगी मंत्रिपरिषद की बैठक

  • सीएमआर पहुंचे मुंख्यमंत्री अशोक गहलोत
  • कुछ देर में होगी मंत्रिपरिषद की बैठक
  • गहलोत ने राज्यपाल से मिलने का कार्यक्रम किया रद्द

16:01 July 25

भाजपा का प्रतिनिधिमंडल करेगा राज्यपाल से मुलाकात

  • भाजपा का प्रतिनिधिमंडल करेगा राज्यपाल से मुलाकात
  • शाम पांच बजे राज्यपाल कलराज मिश्र से मिलेंगे भाजपा के 13 बड़े नेता
  • प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के नेतृत्व में राजभवन जाएंगे भाजपाई

15:49 July 25

etv bharat
कांग्रेस विधायक दल की बैठक खत्म

कांग्रेस विधायक दल की बैठक खत्म

राजस्थान में विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने को लेकर राज्यपाल कलराज मिश्र के साथ टकराव होने के अगले दिन राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज कहा कि वह राज्य की सरकार गिराने की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की साजिश को विफल करेंगे और अगर जरूरत पड़ी तो राष्ट्रपति के पास भी जाएंगे. फेयरमोंट होटल में विधायकों को संबोधित करते हुए, गहलोत ने कहा कि यदि आवश्यक हुआ तो हम 21 और दिनों के लिए होटल में रहेंगे. विधायकों ने हाथ उठाकर मुख्यमंत्री के बयान का स्वागत किया. खरीद-फरोख्त के किसी भी प्रयास को रोकने के लिए विधायक होटल में डेरा डाले हुए हैं.

14:27 July 25

फिर बदला राजभवन जाने का समय

  • चार बजे जाएंगे मुख्यमंत्री राज भवन
  • फिर बदला मुलाकात का समय
  • पहले दो बजे जाने का था कार्यक्रम

14:27 July 25

विधायक दल की बैठक शुरू

  • होटल फेयरमाउंट में विधायक दल की बैठक हुई शुरू
  • बैठक के बाद सीएम जाएंगे राज्यपाल भवन
  • राज्यपाल से मुलाकात कर सौंपेंगे विधानसभा सत्र के लिए कैबिनेट का नया प्रस्ताव

14:10 July 25

विधायक दल की बैठक

  • होटल फेयरमाउंट में विधायक दल की बैठक हुई शुरू
  • बैठक के बाद सीएम जाएंगे राज्यपाल भवन
  • राज्यपाल से मुलाकात कर सौंपेंगे विधानसभा सत्र के लिए कैबिनेट का नया प्रस्ताव

13:47 July 25

ऑडियो वायरल

  • यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता कमल निमावत के पोस्टरों को लेकर बवाल
  • अपने आप को हाई कोर्ट का वकील बताने वाले किसी शख्स ने दी धमकी
  • ऑडियो हुआ वायरल

13:47 July 25

सीएम ने मांगा राज्यपाल से समय

  • मुख्यमंत्री ने मांगा राज्यपाल से मिलने के लिए समय
  • दोपहर 2:00 बजे पहुंचेंगे मुख्यमंत्री राजभवन
  • दे सकते हैं विधानसभा सत्र बुलाने के लिए नया प्रस्ताव

13:46 July 25

विधायक खरीद-फरोख्त प्रकरण में फिर नोटिस

  • एसीबी ने फिर विधायक भंवरलाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह को भेजा नोटिस
  • 20 जुलाई को भी भेजे गए थो नोटिस
  • जवाब नहीं आने पर फिर से भेजे गए नोटिस
  • नोटिस भेजकर एसीबी मुख्यालय में पेश होने को कहा गया

12:37 July 25

कांग्रेस के धरना प्रदर्शन में लहराए पायलट विरोधी बैनर

  • कांग्रेस के प्रदर्शन में सचिन पायलट के पोस्टर पर लगाया क्रॉस का निशान
  • ऐसे ही पोस्टर लहराए गए जयपुर में चल रहे प्रदर्शन में

12:36 July 25

जोधपुर में कांग्रेस का प्रदर्शन, सोशल डिस्टेंसिंग हवा

जोधपुर में कांग्रेस का प्रदर्शन

विधानसभा का विशेष सत्र बुलाए जाने की मांग को लेकर राजस्थान के सभी जिलों में कांग्रेस का प्रदर्शन जारी है. इसी कड़ी में जोधपुर में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया.

12:01 July 25

विधायक दल और कैबिनेट की बैठक का समय बदला

  • विधायक दल की बैठक के समय में तब्दीली
  • अब 12.15 बजे होगी विधायक दल की बैठक
  • चार बजे होगी मंत्रिपरिषद और कैबिनेट की बैठक
  • मुख्य सचेतक महेश जोशी ने दी जानकारी

11:52 July 25

वैभव गहलोत का बयान

  • कांग्रेस के धरना-प्रदर्शन में शामिल हुए वैभव गहलोत.
  • कहा, सब देख रहे हैं, राजनीति के क्या हाल हैं.
  • चुनी हुई सरकार को गिराने का षड़यंत्र हो रहा है.
  • मुझे लगता है इस बार भाजपा ने गलत राज्य में हाथ डाल दिया.
  • आश्चर्य है कि कैबिनेट के प्रस्ताव होने के बाद भी सत्र नहीं बुलाया जा रहा.
  • मध्यप्रदेश में बुलाया गया लेकिन राजस्थान में नहीं.

11:52 July 25

विधायक संयम लोढ़ा का बयान

  • निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा का बयान
  • कहा कि 12.30 बजे होगी कैबिनेट की बैठक
  • विधानसभा सत्र को लेकर कैबिनेट मीमो किया जाएगा नए सिरे से तैयार
  • इसे फिर भेजा जाएगा राज्यपाल के पास
  • वैसे कल कैबिनेट बैठक में हो चुकी है इस प्रस्ताव पर चर्चा
  • सरकार पूरी तरह सुरक्षित, कल राजभवन में सब ने देख लिया है नजारा- लोढ़ा
  • सत्र बुलाना सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा
  • छह माह के बीच दूसरा सत्र बुलाना अनिवार्य
  • सत्र बुलाना संवैधानिक अधिकार

11:39 July 25

etv bharat
कांग्रेस का धरना प्रदर्शन
  • कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन शुरू
  • जयपुर में एनएसयूआई कार्यालय में जुटे कांग्रेसी नेता
  • विधानसभा का विशेष सत्र बुलाए जाने की है मांग
  • वैभव गहलोत भी आए धरने में 

07:35 July 25

राजस्थान राजनीतिक संकट लाइव

  • सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से निवेदन है कि कल 25 जुलाई के प्रदर्शन में राज्य सरकार द्वारा कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन का पालन करें।सभी लोग धरना प्रदर्शन DCC ऑफिस पे दें और 50 से ज़्यादा लोग इकट्ठा ना हों।5 लोग जाकर कलेक्ट्रेट जाकर कलेक्टर को राज्यपाल महोदय के नाम ज्ञापन दें।

    — Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) July 24, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

जयपुर. विधानसभा सत्र बुलाने को लेकर गहलोत सरकार और राजभवन में हुई टकराव की स्थिति के बीच शुक्रवार देर रात कैबिनेट की बैठक रखी गई. जिसमें विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई. आज कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन शुरू हो चुका है. 

शुक्रवार की शाम राजभवन में धरना-प्रदर्शन के बाद सीएम आवास पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक की गई थी. जो करीब सवा दो घंटे तक चली. बैठक में राज्यपाल की ओर से पूछे गए 6 बिंदुओं के जवाब पर भी चर्चा की गई. हालांकि बैठक खत्म होने के बाद सरकार के किसी मंत्री ने मीडिया को कोई जानकारी नहीं दी, लेकिन सूत्रों की मानें तो कांग्रेस ने राज्यपाल के सवालों के जवाब तैयार कर लिए हैं और वो आज फिर से जवाब पेश करने के साथ-साथ विधानसभा सत्र बुलाने की मांग कर सकती है.

कांग्रेस का प्रदर्शन आज

देर रात प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने ट्वीट कर बताया कि शनिवार के दिन कांग्रेस सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेगी. इस दौरान पांच सदस्य जिला कलेक्टर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंप विधानसभा सत्र बुलाने की मांग करेंगे. प्रदेश कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष मुमताज मसीह ने भी ट्वीट के जरिए कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर जानकारी दी है.

कांग्रेस के बयान पर राज्यपाल ने जताई आपत्ति

होटल फेयरमाउंट से राजभवन की ओर कूच करने से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया में ये बयान दिया था कि वह विधानसभा का सत्र बुलाना चाहते हैं, लेकिन राजभवन इसकी इजाजत नहीं दे रहा है. राजभवन संविधान के हिसाब से निर्णय ले. अगर पूरे प्रदेश की जनता राजभवन को घेरने आ गई तो हमारी जिम्मेदारी नहीं है.

इस बयान पर राज्यपाल ने आपत्ति जताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने जो कहा उससे मैं आहत हूं. राज्यपाल को संविधान में दी गई शक्तियों के तहत निर्णय लेना होता है. मेरा आपसे केवल इतना सवाल है कि क्या आपका गृह विभाग राजभवन की सुरक्षा नहीं कर सकता तो फिर प्रदेश में कानून व्यवस्था की क्या हालत होगी.

राज्यपाल ने पूछे हैं ये 6 सवाल

  • विधानसभा सत्र को किस तिथि में आहूत किया जाना है इसका उल्लेख पिछले कैबिनेट नोट में नहीं है और ना ही कैबिनेट की ओर से इसे अनुमोदित किया गया.
  • अल्प सूचना पर सत्र बुलाए जाने का ना तो कोई औचित्य प्रदान किया गया और ना ही कोई एजेंडा प्रस्तावित किया गया. सामान्य प्रक्रिया के तहत सत्र बुलाए जाने के लिए किस दिन का नोटिस दिया जाना आवश्यक होता है.
  • राज्य सरकार को यह सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए कि सभी विधायकों की स्वतंत्रता एवं उनके स्वतंत्र आवागमन को सुनिश्चित किया जाए.
  • कुछ विधायकों की निर्योग्यता का प्रकरण उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन है. उसका संज्ञान भी लिए जाने के निर्देश राज्य सरकार को दिए गए हैं. साथ ही कोरोना के राजस्थान प्रदेश में वर्तमान परिपेक्ष में तेजी से फैलाव को देखते हुए किस प्रकार सत्र आहूत किया जाएगा इसका भी विवरण प्रस्तुत किए जाने के निर्देश दिए हैं.
  • राजभवन स्पष्ट रूप से निर्देशित कर रहा है कि प्रत्येक कार्य के लिए संवैधानिक मर्यादा और सुसंगत नियमावली में विहित प्रावधानों के अनुसार ही कार्रवाई की जाए.
  • पत्रावली में यह भी कहा गया है कि जब राज्य सरकार के पास पूरा बहुमत है तो विश्वास मत प्राप्त करने के लिए सत्र आहूत करने का क्या औचित्य है?

कांग्रेस के समक्ष है ये चुनौतियां

अब अगले नोट में भी सरकार के सामने चुनौती इन छह प्रावधानों को कैसे हटाया जाए. अगर सरकार यह कहती है कि अल्प अवधि का सत्र बुलाना है तो फिर उसके लिए कारण बताना होगा और अगर किसी बिल को लेकर सरकार कहती है कि उन्हें यह बिल पास करना है तो राज्यभवन की ओर से यह कहा जा सकता है कि वह अध्यादेश जारी कर देंगे और उसे 6 महीने तक विधानसभा के सत्र में रखा जा सकता है.

जिस तरीके से राजभवन ने कहा है कि विधायकों के आवागमन में स्वतंत्रता होनी चाहिए तो ऐसे में जो विधायक हरियाणा में है उन्हें वापस आने पर सरकार को यह लिखित में देना होगा कि उनके खिलाफ किसी तरीके की कानूनी कार्रवाई नहीं होगी. ऐसे में जो कारण पहले राजभवन की ओर से दिए गए हैं वह कारण अब भी लागू है.

18:42 July 25

प्रेस वार्ता के दौरान सतीश पूनिया

राज्यपाल से मिला भाजपा का प्रतिनिधिमंडल

राजस्थान में जारी राजनीतिक घटनाक्रम के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राजस्थान इकाई का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार शाम राज्यपाल कलराज मिश्र से मिला. उसने राजस्थान में अराजकता का वातावरण पैदा होने की बात करते हुए राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा.

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया की अगुवाई में यह प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिला. राजभवन के बाहर भाजपा नेताओं ने राज्य में बीते दो दिन के राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा. पूनियां ने कहा कि कांग्रेस ने राजभवन को धरने एवं प्रदर्शन का अखाड़ा बना दिया. उन्होंने कांग्रेस द्वारा शनिवार को जिला मुख्यालयों पर किए गए धरने प्रदर्शन के उद्देश्य पर भी सवाल उठाया.

नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के 'जनता द्वारा राजभवन को घेरने' संबंधी बयान की आलोचना की. उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि अंतरविरोध से घिरी सरकार की लड़ाई सड़क पर आ गयी है.

भाजपा ने अपने ज्ञापन में कहा है कि सत्ताधारी दल के आंतरिक संघर्ष के कारण पूरे राज्य में अराजकता की स्थिति बनी हुई है. लेकिन पिछले दो दिन में जिस प्रकार मुख्यमंत्री ने खुद जिस प्रकार की भाषा एवं गतिविधियां अपने मंत्रियों एवं विधायकों को साथ लेकर की हैं उससे राज्य में कानून व्यवस्था खत्म होने की स्थिति बनी हुई है.

18:36 July 25

प्रेस वार्ता के दौरान गुलाबचंद कटारिया

राज्यवर्धन सिंह राठौर का बयान 

भाजपा सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कहा कि गवर्नर हाउस में कांग्रेस सरकार ने जो किया, वह राजस्थान की राजनीति का एक निम्न-बिंदु था. कोई शासन नहीं है. जो सत्ता में हैं, वह हफ्तों से एक पांच सितारा होटल में ठहरे हैं. लोग यहां विभिन्न मुद्दों से पीड़ित हैं. 

17:18 July 25

सीएमआर में मंत्रिपरिषद की बैठक समाप्त

राजस्थान में सियासी पारा चढ़ा हुआ है. जहां एक ओर विधानसभा सत्र बुलाने की मांग के साथ कांग्रेस पार्टी के सभी विधायकों ने मुख्यमंत्री के साथ शुक्रवार को राजभवन में धरना दिया. वहीं शनिवार शाम 5 बजे फिर कैबिनेट की बैठक बुलाई गई और नया प्रस्ताव बनाकर राजभवन भेजने की तैयारी कर ली गई है. यह प्रस्ताव अब राजभवन भेजा जाएगा.

इसमें खास बात यह रही कि मंत्री परिषद की यह बैठक महज पांच मिनट चली और विधानसभा सत्र आहूत करने का संशोधित प्रस्ताव का मंत्री परिषद से अनुमोदन करवा लिया गया. इससे पहले शनिवार को हुई विधायक दल की बैठक से जो बातें निकल कर आ रही हैं, उससे कहीं ना कहीं यह साफ हो रहा है कि सरकार को यह अंदेशा हो गया है कि राज्यपाल भले ही विधानसभा सत्र आहूत करें. लेकिन इसके लिए वह 14 या 21 दिन के कम से कम समय में विधानसभा सत्र बुलाने की बात कर सकते हैं.

वहीं विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने सभी विधायकों ने हाथ खड़े करके मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में भरोसा जताते हुए लड़ाई लड़ने का संकल्प लिया. इस दौरान विधायकों ने कहा कि अगर इस लड़ाई में 21 दिन भी उन्हें होटल में रहना पड़ा तो वह इसके लिए तैयार हैं. साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायकों को संबोधित करते हुए कहा कि वह न्याय और लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं. ऐसे में अगर इस लड़ाई में उन्हें प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति के निवास पर जाकर धरना देना पड़े तो वह इसके लिए भी तैयार हैं.

17:03 July 25

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की बैठक शुरू

  • सीएमआर में मंत्रिपरिषद की बैठक शुरू
  • मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हो रही बैठक
  • कैबिनेट की बैठक में लिया जाएगा प्रस्ताव
  • विधानसभा सत्र बुलाने को लेकर लिया जाएगा प्रस्ताव
  • बैठक में प्रस्ताव लेकर भेजा जाएगा राज्यपाल को
  • कई राज्य मंत्री भी पहुंचे हैं सीएमआर

16:36 July 25

कुछ देर में होगी मंत्रिपरिषद की बैठक

  • सीएमआर पहुंचे मुंख्यमंत्री अशोक गहलोत
  • कुछ देर में होगी मंत्रिपरिषद की बैठक
  • गहलोत ने राज्यपाल से मिलने का कार्यक्रम किया रद्द

16:01 July 25

भाजपा का प्रतिनिधिमंडल करेगा राज्यपाल से मुलाकात

  • भाजपा का प्रतिनिधिमंडल करेगा राज्यपाल से मुलाकात
  • शाम पांच बजे राज्यपाल कलराज मिश्र से मिलेंगे भाजपा के 13 बड़े नेता
  • प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के नेतृत्व में राजभवन जाएंगे भाजपाई

15:49 July 25

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कांग्रेस विधायक दल की बैठक खत्म

कांग्रेस विधायक दल की बैठक खत्म

राजस्थान में विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने को लेकर राज्यपाल कलराज मिश्र के साथ टकराव होने के अगले दिन राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज कहा कि वह राज्य की सरकार गिराने की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की साजिश को विफल करेंगे और अगर जरूरत पड़ी तो राष्ट्रपति के पास भी जाएंगे. फेयरमोंट होटल में विधायकों को संबोधित करते हुए, गहलोत ने कहा कि यदि आवश्यक हुआ तो हम 21 और दिनों के लिए होटल में रहेंगे. विधायकों ने हाथ उठाकर मुख्यमंत्री के बयान का स्वागत किया. खरीद-फरोख्त के किसी भी प्रयास को रोकने के लिए विधायक होटल में डेरा डाले हुए हैं.

14:27 July 25

फिर बदला राजभवन जाने का समय

  • चार बजे जाएंगे मुख्यमंत्री राज भवन
  • फिर बदला मुलाकात का समय
  • पहले दो बजे जाने का था कार्यक्रम

14:27 July 25

विधायक दल की बैठक शुरू

  • होटल फेयरमाउंट में विधायक दल की बैठक हुई शुरू
  • बैठक के बाद सीएम जाएंगे राज्यपाल भवन
  • राज्यपाल से मुलाकात कर सौंपेंगे विधानसभा सत्र के लिए कैबिनेट का नया प्रस्ताव

14:10 July 25

विधायक दल की बैठक

  • होटल फेयरमाउंट में विधायक दल की बैठक हुई शुरू
  • बैठक के बाद सीएम जाएंगे राज्यपाल भवन
  • राज्यपाल से मुलाकात कर सौंपेंगे विधानसभा सत्र के लिए कैबिनेट का नया प्रस्ताव

13:47 July 25

ऑडियो वायरल

  • यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता कमल निमावत के पोस्टरों को लेकर बवाल
  • अपने आप को हाई कोर्ट का वकील बताने वाले किसी शख्स ने दी धमकी
  • ऑडियो हुआ वायरल

13:47 July 25

सीएम ने मांगा राज्यपाल से समय

  • मुख्यमंत्री ने मांगा राज्यपाल से मिलने के लिए समय
  • दोपहर 2:00 बजे पहुंचेंगे मुख्यमंत्री राजभवन
  • दे सकते हैं विधानसभा सत्र बुलाने के लिए नया प्रस्ताव

13:46 July 25

विधायक खरीद-फरोख्त प्रकरण में फिर नोटिस

  • एसीबी ने फिर विधायक भंवरलाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह को भेजा नोटिस
  • 20 जुलाई को भी भेजे गए थो नोटिस
  • जवाब नहीं आने पर फिर से भेजे गए नोटिस
  • नोटिस भेजकर एसीबी मुख्यालय में पेश होने को कहा गया

12:37 July 25

कांग्रेस के धरना प्रदर्शन में लहराए पायलट विरोधी बैनर

  • कांग्रेस के प्रदर्शन में सचिन पायलट के पोस्टर पर लगाया क्रॉस का निशान
  • ऐसे ही पोस्टर लहराए गए जयपुर में चल रहे प्रदर्शन में

12:36 July 25

जोधपुर में कांग्रेस का प्रदर्शन, सोशल डिस्टेंसिंग हवा

जोधपुर में कांग्रेस का प्रदर्शन

विधानसभा का विशेष सत्र बुलाए जाने की मांग को लेकर राजस्थान के सभी जिलों में कांग्रेस का प्रदर्शन जारी है. इसी कड़ी में जोधपुर में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया.

12:01 July 25

विधायक दल और कैबिनेट की बैठक का समय बदला

  • विधायक दल की बैठक के समय में तब्दीली
  • अब 12.15 बजे होगी विधायक दल की बैठक
  • चार बजे होगी मंत्रिपरिषद और कैबिनेट की बैठक
  • मुख्य सचेतक महेश जोशी ने दी जानकारी

11:52 July 25

वैभव गहलोत का बयान

  • कांग्रेस के धरना-प्रदर्शन में शामिल हुए वैभव गहलोत.
  • कहा, सब देख रहे हैं, राजनीति के क्या हाल हैं.
  • चुनी हुई सरकार को गिराने का षड़यंत्र हो रहा है.
  • मुझे लगता है इस बार भाजपा ने गलत राज्य में हाथ डाल दिया.
  • आश्चर्य है कि कैबिनेट के प्रस्ताव होने के बाद भी सत्र नहीं बुलाया जा रहा.
  • मध्यप्रदेश में बुलाया गया लेकिन राजस्थान में नहीं.

11:52 July 25

विधायक संयम लोढ़ा का बयान

  • निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा का बयान
  • कहा कि 12.30 बजे होगी कैबिनेट की बैठक
  • विधानसभा सत्र को लेकर कैबिनेट मीमो किया जाएगा नए सिरे से तैयार
  • इसे फिर भेजा जाएगा राज्यपाल के पास
  • वैसे कल कैबिनेट बैठक में हो चुकी है इस प्रस्ताव पर चर्चा
  • सरकार पूरी तरह सुरक्षित, कल राजभवन में सब ने देख लिया है नजारा- लोढ़ा
  • सत्र बुलाना सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा
  • छह माह के बीच दूसरा सत्र बुलाना अनिवार्य
  • सत्र बुलाना संवैधानिक अधिकार

11:39 July 25

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कांग्रेस का धरना प्रदर्शन
  • कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन शुरू
  • जयपुर में एनएसयूआई कार्यालय में जुटे कांग्रेसी नेता
  • विधानसभा का विशेष सत्र बुलाए जाने की है मांग
  • वैभव गहलोत भी आए धरने में 

07:35 July 25

राजस्थान राजनीतिक संकट लाइव

  • सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से निवेदन है कि कल 25 जुलाई के प्रदर्शन में राज्य सरकार द्वारा कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन का पालन करें।सभी लोग धरना प्रदर्शन DCC ऑफिस पे दें और 50 से ज़्यादा लोग इकट्ठा ना हों।5 लोग जाकर कलेक्ट्रेट जाकर कलेक्टर को राज्यपाल महोदय के नाम ज्ञापन दें।

    — Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) July 24, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

जयपुर. विधानसभा सत्र बुलाने को लेकर गहलोत सरकार और राजभवन में हुई टकराव की स्थिति के बीच शुक्रवार देर रात कैबिनेट की बैठक रखी गई. जिसमें विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई. आज कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन शुरू हो चुका है. 

शुक्रवार की शाम राजभवन में धरना-प्रदर्शन के बाद सीएम आवास पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक की गई थी. जो करीब सवा दो घंटे तक चली. बैठक में राज्यपाल की ओर से पूछे गए 6 बिंदुओं के जवाब पर भी चर्चा की गई. हालांकि बैठक खत्म होने के बाद सरकार के किसी मंत्री ने मीडिया को कोई जानकारी नहीं दी, लेकिन सूत्रों की मानें तो कांग्रेस ने राज्यपाल के सवालों के जवाब तैयार कर लिए हैं और वो आज फिर से जवाब पेश करने के साथ-साथ विधानसभा सत्र बुलाने की मांग कर सकती है.

कांग्रेस का प्रदर्शन आज

देर रात प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने ट्वीट कर बताया कि शनिवार के दिन कांग्रेस सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेगी. इस दौरान पांच सदस्य जिला कलेक्टर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंप विधानसभा सत्र बुलाने की मांग करेंगे. प्रदेश कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष मुमताज मसीह ने भी ट्वीट के जरिए कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर जानकारी दी है.

कांग्रेस के बयान पर राज्यपाल ने जताई आपत्ति

होटल फेयरमाउंट से राजभवन की ओर कूच करने से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया में ये बयान दिया था कि वह विधानसभा का सत्र बुलाना चाहते हैं, लेकिन राजभवन इसकी इजाजत नहीं दे रहा है. राजभवन संविधान के हिसाब से निर्णय ले. अगर पूरे प्रदेश की जनता राजभवन को घेरने आ गई तो हमारी जिम्मेदारी नहीं है.

इस बयान पर राज्यपाल ने आपत्ति जताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने जो कहा उससे मैं आहत हूं. राज्यपाल को संविधान में दी गई शक्तियों के तहत निर्णय लेना होता है. मेरा आपसे केवल इतना सवाल है कि क्या आपका गृह विभाग राजभवन की सुरक्षा नहीं कर सकता तो फिर प्रदेश में कानून व्यवस्था की क्या हालत होगी.

राज्यपाल ने पूछे हैं ये 6 सवाल

  • विधानसभा सत्र को किस तिथि में आहूत किया जाना है इसका उल्लेख पिछले कैबिनेट नोट में नहीं है और ना ही कैबिनेट की ओर से इसे अनुमोदित किया गया.
  • अल्प सूचना पर सत्र बुलाए जाने का ना तो कोई औचित्य प्रदान किया गया और ना ही कोई एजेंडा प्रस्तावित किया गया. सामान्य प्रक्रिया के तहत सत्र बुलाए जाने के लिए किस दिन का नोटिस दिया जाना आवश्यक होता है.
  • राज्य सरकार को यह सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए कि सभी विधायकों की स्वतंत्रता एवं उनके स्वतंत्र आवागमन को सुनिश्चित किया जाए.
  • कुछ विधायकों की निर्योग्यता का प्रकरण उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन है. उसका संज्ञान भी लिए जाने के निर्देश राज्य सरकार को दिए गए हैं. साथ ही कोरोना के राजस्थान प्रदेश में वर्तमान परिपेक्ष में तेजी से फैलाव को देखते हुए किस प्रकार सत्र आहूत किया जाएगा इसका भी विवरण प्रस्तुत किए जाने के निर्देश दिए हैं.
  • राजभवन स्पष्ट रूप से निर्देशित कर रहा है कि प्रत्येक कार्य के लिए संवैधानिक मर्यादा और सुसंगत नियमावली में विहित प्रावधानों के अनुसार ही कार्रवाई की जाए.
  • पत्रावली में यह भी कहा गया है कि जब राज्य सरकार के पास पूरा बहुमत है तो विश्वास मत प्राप्त करने के लिए सत्र आहूत करने का क्या औचित्य है?

कांग्रेस के समक्ष है ये चुनौतियां

अब अगले नोट में भी सरकार के सामने चुनौती इन छह प्रावधानों को कैसे हटाया जाए. अगर सरकार यह कहती है कि अल्प अवधि का सत्र बुलाना है तो फिर उसके लिए कारण बताना होगा और अगर किसी बिल को लेकर सरकार कहती है कि उन्हें यह बिल पास करना है तो राज्यभवन की ओर से यह कहा जा सकता है कि वह अध्यादेश जारी कर देंगे और उसे 6 महीने तक विधानसभा के सत्र में रखा जा सकता है.

जिस तरीके से राजभवन ने कहा है कि विधायकों के आवागमन में स्वतंत्रता होनी चाहिए तो ऐसे में जो विधायक हरियाणा में है उन्हें वापस आने पर सरकार को यह लिखित में देना होगा कि उनके खिलाफ किसी तरीके की कानूनी कार्रवाई नहीं होगी. ऐसे में जो कारण पहले राजभवन की ओर से दिए गए हैं वह कारण अब भी लागू है.

Last Updated : Jul 25, 2020, 8:48 PM IST
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