नई दिल्ली: दिल्ली के ज्यादातर घर पुराने समय के बने हुए हैं और बारिश के दौरान यहां कोई न कोई हादसा होते रहता है. लेकिन इस बार हादसे की जद में आया है मुख्यमंत्री केजरीवाल का आधिकारिक आवास. मुख्यमंत्री आवास में अरविंद केजरीवाल के चैम्बर की छत का एक हिस्सा गिर गया है. छत गिरने के बाद तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं, क्योंकि यह घर करीब 80 साल पुराना है.
शुरू हुई मरम्मत
जिस चैम्बर में यह हादसा हुआ, उसे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने दफ्तर के तौर पर इस्तेमाल करते हैं. हालांकि इस दौरान अच्छी बात यह रही कि हादसे के वक्त यहां कोई मौजूद नहीं था और एक बड़ा हादसा होते होते टल गया. इस हादसे के बाद एजेंसियां हरकत में आईं और मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया गया है. हालांकि इस दौरान लगातार दो बार यहां हादसा हो गया.
दो बार हुआ हादसा
पहली बार गिरने के बाद जब इस छत की मरम्मत हो रही थी, तभी मुख्यमंत्री के चैम्बर के टॉयलेट की छत का एक हिस्सा भी गिर पड़ा और टॉयलेट की दीवार की ईंट भी निकलनी शुरू हो गई. अब पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों द्वारा पूरी बिल्डिंग का रिव्यू किया जा रहा है. असेसमेंट रिपोर्ट के बाद आगे स्थायी मरम्मत को लेकर कोई निर्णय होगा.
80 साल पुरानी बिल्डिंग
बता दें कि दिल्ली के सिविल लाइन्स स्थित 6 फ्लैगस्टाफ़ रोड का यह आवास 1942 में निर्मित हुआ था, तब से अस्थायी तौर पर यहां मरम्मत के कार्य चलते रहते हैं. मुख्यमंत्री बनने के बाद अरविंद केजरीवाल मार्च 2015 से इस घर में रह रहे हैं. लेकिन इस हादसे के बाद अब सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं.