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वीडियो वायरल : एक लीटर दूध में पानी मिलाकर 81 बच्चों को पिला दिया

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Published : Nov 28, 2019, 11:57 PM IST

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में मिड-डे मील की नई कहानी सामने आई है. यहां के एक विद्यालय में एक लीटर दूध में एक बाल्टी पानी डालकर उसे 81 बच्चों को पिला दिया गया. इस पूरे मामला का वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कम्प मच गया है.

81 children fed with one ltr milk
डिजाइन फोटो

लखनऊ/सोनभद्र : उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में कुछ दिन पहले मिड-डे मील में भारी अनियमितता देखने को मिली थी, जहां बच्चों को रोटी के साथ नमक परोसा गया था. वहीं सोनभद्र जनपद के चोपन विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत कोटा के सलईबनवां प्राथमिक विद्यालय में एक लीटर दूध में एक बाल्टी से ज्यादा पानी मिलाकर उसे 81 बच्चों को पिला दिया गया.

शिक्षा विभाग में मचा हड़कम्प
यह मामला बुधवार का है. बुधवार को मिड-डे मील में तहरी के साथ बच्चों को 200ml दूध दिया जाता है, लेकिन ऐसा नहीं किया गया.

वहीं मामला प्रकाश में आने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कम्प मच गया है. अधिकारियों का कहना है कि उस दिन एक ही पैकेट दूध था और दूध मंगाया गया था, लेकिन इस दौरान दाई ने दूध दे दिया, लेकिन तत्काल भूल को सुधारते हुए दोबारा बच्चों को दूध पिलाया गया.

देखें यह स्पेशल रिपोर्ट

आमजन व गरीबों के बच्चों को शिक्षा मिल सके, इसके लिए सरकार परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को मुफ्त में शिक्षा, मिड-डे मील, ड्रेस और किताब सहित जरूरी चीजें उपलब्ध कराती है,

लेकिन सलईबनवांं प्राथमिक विद्यालय में एक लीटर दूध में पानी मिलाकर 81 बच्चों को पिला दिया गया. ऐसा इसलिए किया गया, ताकि बच्चों को लगे कि उन्हें जितना दूध मिलना चाहिए, उतना मिला है.

वीडियो वायरल
सलईबनवां प्राथमिक विद्यालय में भगोने में एक बाल्टी पानी में एक लीटर दूध डालने का वीडियो वायरल हो गया है. वहीं स्कूल में खाना बनाने वाली दाई, वहां के शिक्षामित्र और सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी ने माना कि एक लीटर दूध 81 बच्चों को पिलाया गया. एकतरफ सरकार का दावा है कि परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को मेन्यू के अनुसार मिड-डे मील दिया जा रहा है. वहीं यह वीडियो प्रशासन के दावे की पोल खोलता नजर आ रहा है.

ये भी पढ़ें: झारखंड : लॉ यूनिवर्सिटी की छात्रा से दुष्कर्म, पुलिस ने धर-दबोचे 12 आरोपी

इस मामले को प्रकाश में लाने वाले स्थानीय पत्रकार राजन चौबे का कहना है - 'हमें ग्रामीणों के माध्यम से सूचना मिली थी कि सलईबनवां विद्यालय में बच्चों को कम दूध पिलाया जाता है. बच्चों को पानी डालकर दूध पिलाया जाता है.

जब मैं विद्यालय पर पहुंचा तो देखा कि एक कम्पनी का एक डिब्बा दूध रखा हुआ था. रसोइए ने एक बाल्टी पानी दूध में डाल दिया. मैंने जब उससे इसके बारे में पूछा तो उसने बताया कि यहां अक्सर ऐसा होता है. जो मिलता है, हम वही पिलाते हैं.
-राजन चौबे, स्थानीय पत्रकार

एक पैकेट दूध था. सर ने कहा बना दो तो मैंने बना दिया. एक पैकेट दूध डालकर उसमें एक बाल्टी पानी डाल दिया और बच्चों को वही दूध पिलाया गया.
-फूलमती, रसोईया

इस मामले में विद्यालय में तैनात शिक्षामित्र कबीर यादव शिक्षा विभाग का बचाव करते नजर आए. उन्होंने कहा कि एक लीटर दूध पहले से था और दाई लोगों को मालूम नहीं था. वहीं मौके पर जांच करने पहुंचे सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी मुकेश कुमार भी स्कूल के पक्ष में बोलते नजर आए.

मैं दूध लाने गया था, जब हम लेकर आए तो दाई ने दूध गरमा दिया था. जितने बच्चे थे, सभी को दिया था. उसके बाद 2 बजकर 30 मिनट के आसपास बच्चों को दोबारा दूध पिलाया गया.
-कबीर यादव, शिक्षामित्र

लखनऊ/सोनभद्र : उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में कुछ दिन पहले मिड-डे मील में भारी अनियमितता देखने को मिली थी, जहां बच्चों को रोटी के साथ नमक परोसा गया था. वहीं सोनभद्र जनपद के चोपन विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत कोटा के सलईबनवां प्राथमिक विद्यालय में एक लीटर दूध में एक बाल्टी से ज्यादा पानी मिलाकर उसे 81 बच्चों को पिला दिया गया.

शिक्षा विभाग में मचा हड़कम्प
यह मामला बुधवार का है. बुधवार को मिड-डे मील में तहरी के साथ बच्चों को 200ml दूध दिया जाता है, लेकिन ऐसा नहीं किया गया.

वहीं मामला प्रकाश में आने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कम्प मच गया है. अधिकारियों का कहना है कि उस दिन एक ही पैकेट दूध था और दूध मंगाया गया था, लेकिन इस दौरान दाई ने दूध दे दिया, लेकिन तत्काल भूल को सुधारते हुए दोबारा बच्चों को दूध पिलाया गया.

देखें यह स्पेशल रिपोर्ट

आमजन व गरीबों के बच्चों को शिक्षा मिल सके, इसके लिए सरकार परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को मुफ्त में शिक्षा, मिड-डे मील, ड्रेस और किताब सहित जरूरी चीजें उपलब्ध कराती है,

लेकिन सलईबनवांं प्राथमिक विद्यालय में एक लीटर दूध में पानी मिलाकर 81 बच्चों को पिला दिया गया. ऐसा इसलिए किया गया, ताकि बच्चों को लगे कि उन्हें जितना दूध मिलना चाहिए, उतना मिला है.

वीडियो वायरल
सलईबनवां प्राथमिक विद्यालय में भगोने में एक बाल्टी पानी में एक लीटर दूध डालने का वीडियो वायरल हो गया है. वहीं स्कूल में खाना बनाने वाली दाई, वहां के शिक्षामित्र और सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी ने माना कि एक लीटर दूध 81 बच्चों को पिलाया गया. एकतरफ सरकार का दावा है कि परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को मेन्यू के अनुसार मिड-डे मील दिया जा रहा है. वहीं यह वीडियो प्रशासन के दावे की पोल खोलता नजर आ रहा है.

ये भी पढ़ें: झारखंड : लॉ यूनिवर्सिटी की छात्रा से दुष्कर्म, पुलिस ने धर-दबोचे 12 आरोपी

इस मामले को प्रकाश में लाने वाले स्थानीय पत्रकार राजन चौबे का कहना है - 'हमें ग्रामीणों के माध्यम से सूचना मिली थी कि सलईबनवां विद्यालय में बच्चों को कम दूध पिलाया जाता है. बच्चों को पानी डालकर दूध पिलाया जाता है.

जब मैं विद्यालय पर पहुंचा तो देखा कि एक कम्पनी का एक डिब्बा दूध रखा हुआ था. रसोइए ने एक बाल्टी पानी दूध में डाल दिया. मैंने जब उससे इसके बारे में पूछा तो उसने बताया कि यहां अक्सर ऐसा होता है. जो मिलता है, हम वही पिलाते हैं.
-राजन चौबे, स्थानीय पत्रकार

एक पैकेट दूध था. सर ने कहा बना दो तो मैंने बना दिया. एक पैकेट दूध डालकर उसमें एक बाल्टी पानी डाल दिया और बच्चों को वही दूध पिलाया गया.
-फूलमती, रसोईया

इस मामले में विद्यालय में तैनात शिक्षामित्र कबीर यादव शिक्षा विभाग का बचाव करते नजर आए. उन्होंने कहा कि एक लीटर दूध पहले से था और दाई लोगों को मालूम नहीं था. वहीं मौके पर जांच करने पहुंचे सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी मुकेश कुमार भी स्कूल के पक्ष में बोलते नजर आए.

मैं दूध लाने गया था, जब हम लेकर आए तो दाई ने दूध गरमा दिया था. जितने बच्चे थे, सभी को दिया था. उसके बाद 2 बजकर 30 मिनट के आसपास बच्चों को दोबारा दूध पिलाया गया.
-कबीर यादव, शिक्षामित्र

Intro:anchor.. उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर मैं कुछ दिनों पहले ही मिड डे मील में भारी अनियमितता देखने को मिली थी जहां पर बच्चों को रोटी के साथ नमक परोसा गया था वही जनपद सोनभद्र के चोपन विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत कोटा के सलईबनवा प्राथमिक विद्यालय में 1 लीटर दूध में एक बाल्टी से ज्यादा पानी मिलाकर 80 से ज्यादा बच्चों को दिया गया वही मामला प्रकाश में आने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उस दिन एक ही पैकेट दूध था और दूध मंगाया गया था लेकिन इस दौरान दाई ने दूध दे दिया लेकिन तत्काल भूल को सुधारते हुए दोबारा बच्चों को दूध पिलाया गया


Body:vo.. आमजन व गरीबों के बच्चों को शिक्षा मिल सके इसके लिए सरकार परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को मुफ्त में शिक्षा मिड डे मील और ड्रेस व किताब सहित जरूरी चीजें उपलब्ध कराती है लेकिन सोनभद्र के चोपन विकासखंड के सलईबनवा प्राथमिक विद्यालय मैं 1 लीटर दूध में पानी मिलाकर 80 से ज्यादा बच्चों को पिला दिया गया दरअसल यह इसलिए किया गया कि बच्चों को लगे कि उनको जितना दूध मिलना चाहिए उतना दूध मिला है यह मामला बुधवार का है बुधवार को मिड डे मील में तहरी के साथ बच्चों को 200ml दूध दिया जाना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं किया गया दरअसल सलाई बनवा प्राथमिक विद्यालय में भगाने में एक बाल्टी पानी डालकर और 1 लीटर दूध डालकर दूध गर्म आने का वीडियो वायरल हो गया है वही स्कूल में खाना बनाने वाली डाई और वहां के शिक्षामित्र व सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी ने माना कि 1 लीटर दूध में लगभग 85 बच्चों को पिलाया गया यह मामला सोनभद्र के परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को मिलने वाले मिड डे मील का पोल खोल दिया जहां एक तरफ सरकार और शासन का दावा है कि परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को मीनू के अनुसार मिड डे मील दिया जा रहा है वहीं यह वीडियो प्रशासन के दावे की पोल खोलता नजर आ रहा है vo. इस मामले को प्रकाश में लाने वाले स्थानीय पत्रकार राजन चौबे का कहना है कि हमें ग्रामीणों के माध्यम से सूचना मिली थी कि सलाई बनवा विद्यालय में दूध बच्चों को कम पिलाया जाता है बच्चों को पानी डालकर पिलाया जाता है जब मैं वहां पर पहुंचा तो देखा कि अमूल का एक डिब्बा दूध रखा हुआ था रसोइए ने एक बाल्टी पानी डाला और पुणे आधार बाल्टी पानी लाकर उसमें डाला मैंने उससे पूछा तो बताया 85 बच्चों में से 81 बच्चे मौजूद थे उसने कहा यहां अक्सर ऐसा होता है जो मिलता है हम वही पिलाते हैं बाइट राजन चौबे स्थानीय पत्रकार vo.. वहीं इस मामले में रसोईया फूलमती का कहना है कि एक पैकेट दूध था सर ने कहा बना दो तो मैंने बना दिया एक पैकेट दूध डालकर भगाने में एक बाल्टी पानी डाल दिया और पचासी बच्चों को दूध पिलाया गया byte.. फूलमती रसोईया


Conclusion:vo.. हालांकि इस मामले में विद्यालय पर तैनात शिक्षामित्र कबीर यादव शिक्षा विभाग का बचाव करते नजर आए और उन्होंने कहा कि 1 लीटर दूध पहले से था और दाई लोगों को मालूम नहीं था मैं दूध लाने गया था जब हम लेकर आए तो डाई में दूध गरमा दिए थे जितने बच्चे थे सभी को दिया था 2:30 बजे के आसपास दुबारा बच्चों को दूध पिलाया गया कबीर यादव शिक्षामित्र प्राथमिक विद्यालय सलईबनवा vo.. वही मौके पर जांच करने पहुंचे सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी शिक्षा विभाग हुआ स्कूल के पक्ष में बोलते नजर आए उन्होंने कहा कि मैंने यहां पर जांच किया तो यहां पर दूध का पैकेट था यहां पर पैकेट का ही दूध पिलाया जाता है दर्शन आउट एरिया होने की वजह से यहां पर गाय या भैंस का दूध नहीं मिल पाता रसोईया ने एक ही पैकेट दूध पिलाया फिर से जब दोबारा दूध आया तो बच्चों को मानक के अनुसार दूध पिलाया गया एक बार गलती हुई लेकिन उसको तत्काल प्रभाव से सुधारा गया byte.. मुकेश कुमार सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी चोपन सोनभद्र नोट पूरा विजुअल्स और बाइट व्रैप से प्राप्त करें प्रदीप कुमार सोनभद्र 8770745085
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