इलायची का नाम सुनकर हमारे दिमाग में छोटी सी खुशबूदार हरे रंग की कली की छवि आ जाती है. लेकिन इलायची दो प्रकार की होती है. एक छोटी व हरी इलायची जिसका उपयोग आमतौर पर चाय तथा मिठाइयों का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है और दूसरी बड़ी, भूरे रंग की, जिसका चिकित्सीय महत्व अधिक है. खड़े मसालों तथा गरम मसाले का महत्वपूर्ण हिस्सा मानी जाने वाली दोनों ही प्रकार की इलायचियों में कुछ खास किस्म के पोषक तत्व, फाइबर और तेल पाए जाते हैं, जो कई तरह की बीमारियों को दूर करने में कारगर माने जाते हैं. खड़े मसाले के रूप में हो या अकेले, इनका इस्तेमाल भोजन में सुगंध, स्वाद और गुण बढ़ाने के लिए किया जाता है.
इलायची में मिलने वाले पोषक तत्व
छोटी यानी हरी इलायची और बड़ी भूरे रंग की इलायची, दोनों के रंग के अलावा उनके इस्तेमाल तथा गुणों में भी पर्याप्त अंतर होता है. छोटी इलायची का इस्तेमाल मुंह की दुर्गंध दूर करने, मिठाई बनाने और व्यंजनों की खुशबू बढ़ाने में किया जाता है. वहीं बड़ी इलायची का मुख्य उपयोग मसालों के तौर पर किया जाता है. इलायची के इन दोनों रूपों में आकार, रंग और स्वाद का अंतर होता है.
- बड़ी इलायची में मिलने वाले पोषक तत्व
बड़ी इलायची में एंटी-ऑक्सीडेंट, विटामिन सी और पोटैशियम भरपूर मात्रा में पाये जाते हैं.
- छोटी इलायची में मिलने वाले पोषक तत्व
छोटी इलायची में एंटी-ऑक्सीडेंट, कार्बोहाइड्रेट, डाइटरी फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, फॉस्फोरस, विटामिन सी और पोटैशियम भरपूर मात्रा में मिलते हैं.
बड़ी इलायची के फायदे:
- बड़ी इलायची के इस्तेमाल से हृदय गति को नियंत्रित रखा जा सकता है. जिस वजह से ब्लड प्रेशर भी नियंत्रित रहता है. इसके अलावा ये खून के थक्के बनने से रोकती है.
- यह मुंह के संक्रमण और दांत दर्द से आराम दिलाती है. इसके अलावा मुंह के घावों को ठीक करने के लिए भी बड़ी इलायची का इस्तेमाल किया जाता है.
- बड़ी इलायची में डायूरेटिक गुण होते हैं, जिस वजह से यह मूत्र संबंधी रोगों जैसे कि मूत्र में जलन, मूत्र मार्ग में संक्रमण (यूटीआई) आदि समस्याओं में आराम पहुंचाती है. अपने इन्ही गुणों की वजह से यह किडनी के लिए भी काफी फायदेमंद रहती है.
- बड़ी इलायची अस्थमा तथा फेफड़े में संकुचन जैसी श्वास संबंधी बीमारियों को दूर रखने में मदद करती है. इसके अलावा सर्दी-खांसी में भी इसका इस्तेमाल करना फायदेमंद होता है.
- शरीर से टॉक्सिन यानी विषाक्त पदार्थों को दूर करने के लिए भी बड़ी इलायची का इस्तेमाल करना फायदेमंद रहता है.
- सिर दर्द की शिकायत होने पर बड़ी इलायची के तेल से मसाज करना फायदेमंद रहता है.
छोटी इलायची के फायदे:
- छोटी इलायची में ऐसे पोषक तत्व होते हैं, जो पाचन तंत्र को दुरुस्त रखते हैं और पेट की जलन को कम करते हैं. जिससे एसिडिटी, अपच जैसी समस्याओं से आराम मिलता है.
- हरी इलायची का सेवन खांसी और गले की खराश से आराम दिलाने में फायदेमंद होता है.
- ब्लड प्रेशर कम करने के अलावा यह अस्थमा के मरीजों के लिए भी बहुत उपयोगी औषधि है.
- इलायची पाचन तंत्र को दुरुस्त रखती है, जिस वजह से शरीर का मेटाबॉलिज्म भी ठीक ढंग से काम करता है और भूख बढ़ती है.
- इलायची का सबसे ज्यादा उपयोग माउथ फ्रेशनर के रूप में किया जाता है.
- इलायची मिचली और उल्टी की समस्या से राहत दिलाती है.
- इलायची की चाय पीने से पेट और सांस से जुड़े रोगों से तो छुटकारा मिलता ही है, साथ ही ये तनाव को दूर करती है और मूड को फ्रेश बनाये रखती है.