वाराणसी: धर्म नगरी काशी में कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है. एक के बाद एक नए मामले सामने आने के बाद हड़कंप मच हुआ है. केंद्र सरकार की तरफ से शुक्रवार को जारी की गई लिस्ट में उत्तर प्रदेश के उन जिलों में वाराणसी भी शामिल है, जो रेड जोन में हैं. वहीं वाराणसी में एक 35 वर्षीय महिला के संक्रमित होने की खबर से हड़कंप मचा हुआ है. यह महिला काशी हिंदू विश्वविद्यालय के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट में साइंटिस्ट के पद पर कार्यरत है.
इस महिला के संक्रमित होने के बाद उस लैब में काम करने वाले कई अन्य कर्मचारियों के अलावा डॉक्टर और अन्य लोगों पर भी कोरोना का खतरा मंडराने लगा है. इस केस के बाद अब सभी कर्मचारियों को जांच के दायरे में रखा जा रहा है.
कोरोना पॉजिटिव मरीजो की संख्या बढ़कर 61 हुई
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट की कोरोना टेस्टिंग लैब में काम करने वाली महिला में दो-तीन दिन पहले बुखार के लक्षण सामने आए थे. इसके बाद महिला का सैंपल लिया गया, तो वह कोरोना संक्रमित पाई गई है. काशी हिंदू विश्वविद्यालय की प्रारंभिक जांच के अनुसार महिला को इन्फेक्शन उसके घर से ही हुआ है. महिला के परिवार का एक सदस्य कुछ दिन पहले बुखार से ग्रसित था. इसके अलावा महिला के संपर्क में आने वाले कर्मचारियों के भी सैंपल लिए गए हैं, जो कि निगेटिव आए हैं. इस केस को मिलाकर वाराणसी में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या अब 61 हो गई है.
महिला बरियार सिंह मोहल्ले की रहने वाली है. उस क्षेत्र को 25 वें हॉटस्पॉट बनाया गया है. महिला के घर के सभी सदस्यों की सैंपलिंग कराई जाएगी, जिसके लिए अलग से स्वास्थ्य विभाग की टीम लगाई जा रही है.