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बीएचयू में अंतरराष्ट्रीय छात्रावास के छात्रों की मदद करने पहुंचे डीएम और कमिश्नर

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में काशी हिंदू विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय छात्रावास में फंसे 34 छात्रों की मदद करने डीएम और कमिश्नर पहुंचे. उन्होंने छात्रों की समस्याओं को सुना और तत्काल मौके पर ही खाद्यान्न और डिग्निटी कीट आदि उपलब्ध कराई.

छात्राओं को राशन कीट देते कमिश्नर.
छात्राओं को राशन कीट देते कमिश्नर.
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Published : Apr 12, 2020, 12:53 PM IST

वाराणसी: कोविड-19 के कहर से बचने के लिए पूरे देश को 21 दिनों के लिए लॉकडाउन किया गया है. ऐसे में जो जहां फंसा हुआ है, उसे वहां उचित सामग्री पहुंचाने का का प्रयास किया जा रहा है. ऐसे में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय छात्रावास में फंसे 34 छात्रों को डीएम और कमिश्नर ने स्वयं जरूरतमंद सामग्री दिया.

श्रीलंका हाई कमीशन के रिक्वेस्ट पर कमिश्नर और डीएम ने स्वयं बीएचयू के छात्रावास में पहुंचकर छात्र-छात्राओं से मिलकर उनकी समस्याएं जानी. कमिश्नर और डीएम ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय के विभिन्न हॉस्टलों में रह रहे सैकड़ों छात्र-छात्राओं को डिग्निटी कीट और खाद्यान्न सामग्री उपलब्ध कराया.

वाराणसी समाचार
छात्रों को राशन कीट देते डीएम.


कमिश्नर और डीएम पहुंचे बीएचयू
कमिश्नर दीपक अग्रवाल और डीएम कौशल राज शर्मा ने शनिवार को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय स्थित हास्टल इन्टरनेशनल हाउस काम्प्लेक्स में रह रहे श्रीलंका, भूटान आदि देशों के 100 से अधिक छात्र-छात्राओं से लॉकडाउन के कारण उनको हो रही समस्याओं की जानकारी ली. हास्टल में रह रहे श्रीलंका के एमएससी (रसायन शास्त्र) के छात्र कलिंगा से खाने-पीने की दिक्कतों के बारे में जानकारी लिया. छात्र ने बताया कि राशन आदि उपलब्ध नहीं हो पा रहा है.

छात्र-छात्राओं को वितरित की गई आवश्यवक वस्तुएं

कमिश्नर और डीएम द्वारा उन्हें दैनिक आवश्यकताओं की वस्तुए से भरी डिग्निटी कीट और राशन कीट भी दिया. किसी भी प्रकार की समस्या आने पर जिला प्रशासन या विश्वविद्यालय प्रशासन को तत्काल अवगत कराने के लिए छात्रों से कहा गया. उक्त हास्टल के निकट स्थित फीजी, बांग्लादेश, मारीसस आदि देशों की छात्राओं के हास्टल में रूके होने की जानकारी पर वहां पहुॅचकर भी कमिश्नर और डीएमन ने 34 छात्राओं को भी हाइजेनिक डिग्निटी किट वितरित किया. भ्रमण के दौरान कुलसचिव बीएचयू, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.वीबी सिंह मौजूद रहे.

वाराणसी समाचार
छात्राओं को राशन कीट देते कमिश्नर.

श्रीलंका हाई कमीशन से आया था रिक्वेस्ट

श्रीलंका हाई कमीशन से भी रिक्वेस्ट आया था कि और वहां पर भी लॉकडाउन के दौरान श्रीलंका के रहने वाले और बीएचयू में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं के अभिभावकों द्वारा बैंक खाते में भी पैसा नहीं भेजा जा सक रहा है. पढ़ाई कर रहे बच्चों के खाद्य सामग्री भी समाप्त हो गए हैं और पैसे के अभाव में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. श्रीलंका हाई कमीशन से प्राप्त जानकारी पर कमिश्नर दीपक अग्रवाल और डीएम कौशल राज शर्मा बीएचयू पहुंचे और छात्रावासों में रह रहे छात्र-छात्राओं से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना. तत्काल मौके पर ही उन्हें अपने हाथों से खाद्यान्न और डिग्निटी कीट आदि उपलब्ध कराई.

ये भी पढ़ें- Lockdown Effect: आधा से कम हुआ ब्लड बैंक का स्टॉक, बिना एक्सचेंज के देना पड़ रहा ब्लड

वाराणसी: कोविड-19 के कहर से बचने के लिए पूरे देश को 21 दिनों के लिए लॉकडाउन किया गया है. ऐसे में जो जहां फंसा हुआ है, उसे वहां उचित सामग्री पहुंचाने का का प्रयास किया जा रहा है. ऐसे में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय छात्रावास में फंसे 34 छात्रों को डीएम और कमिश्नर ने स्वयं जरूरतमंद सामग्री दिया.

श्रीलंका हाई कमीशन के रिक्वेस्ट पर कमिश्नर और डीएम ने स्वयं बीएचयू के छात्रावास में पहुंचकर छात्र-छात्राओं से मिलकर उनकी समस्याएं जानी. कमिश्नर और डीएम ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय के विभिन्न हॉस्टलों में रह रहे सैकड़ों छात्र-छात्राओं को डिग्निटी कीट और खाद्यान्न सामग्री उपलब्ध कराया.

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छात्रों को राशन कीट देते डीएम.


कमिश्नर और डीएम पहुंचे बीएचयू
कमिश्नर दीपक अग्रवाल और डीएम कौशल राज शर्मा ने शनिवार को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय स्थित हास्टल इन्टरनेशनल हाउस काम्प्लेक्स में रह रहे श्रीलंका, भूटान आदि देशों के 100 से अधिक छात्र-छात्राओं से लॉकडाउन के कारण उनको हो रही समस्याओं की जानकारी ली. हास्टल में रह रहे श्रीलंका के एमएससी (रसायन शास्त्र) के छात्र कलिंगा से खाने-पीने की दिक्कतों के बारे में जानकारी लिया. छात्र ने बताया कि राशन आदि उपलब्ध नहीं हो पा रहा है.

छात्र-छात्राओं को वितरित की गई आवश्यवक वस्तुएं

कमिश्नर और डीएम द्वारा उन्हें दैनिक आवश्यकताओं की वस्तुए से भरी डिग्निटी कीट और राशन कीट भी दिया. किसी भी प्रकार की समस्या आने पर जिला प्रशासन या विश्वविद्यालय प्रशासन को तत्काल अवगत कराने के लिए छात्रों से कहा गया. उक्त हास्टल के निकट स्थित फीजी, बांग्लादेश, मारीसस आदि देशों की छात्राओं के हास्टल में रूके होने की जानकारी पर वहां पहुॅचकर भी कमिश्नर और डीएमन ने 34 छात्राओं को भी हाइजेनिक डिग्निटी किट वितरित किया. भ्रमण के दौरान कुलसचिव बीएचयू, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.वीबी सिंह मौजूद रहे.

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छात्राओं को राशन कीट देते कमिश्नर.

श्रीलंका हाई कमीशन से आया था रिक्वेस्ट

श्रीलंका हाई कमीशन से भी रिक्वेस्ट आया था कि और वहां पर भी लॉकडाउन के दौरान श्रीलंका के रहने वाले और बीएचयू में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं के अभिभावकों द्वारा बैंक खाते में भी पैसा नहीं भेजा जा सक रहा है. पढ़ाई कर रहे बच्चों के खाद्य सामग्री भी समाप्त हो गए हैं और पैसे के अभाव में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. श्रीलंका हाई कमीशन से प्राप्त जानकारी पर कमिश्नर दीपक अग्रवाल और डीएम कौशल राज शर्मा बीएचयू पहुंचे और छात्रावासों में रह रहे छात्र-छात्राओं से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना. तत्काल मौके पर ही उन्हें अपने हाथों से खाद्यान्न और डिग्निटी कीट आदि उपलब्ध कराई.

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