वाराणसी: बनारस रेल इंजन कारखाना बरेका से बुधवार को अफ्रीकी देश मोजांबिक के लिए दो रेल इंजनों को रवाना किया गया. रेल मंत्री पीयूष गोयल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस कार्यक्रम में शामिल हुए.उनके साथ केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडे भी मौजूद रहे. इस दौरान ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया. उन्होंने कहा कि 2023 तक रेलवे डीजल मुक्त होगा और इलेक्ट्रिक ट्रेने दौड़ेंगी.
जानिए पूरा मामला
कार्यक्रम के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मोजांबिक के परिवहन और दूरसंचार मंत्री जनफार अब्दुलाई भी जुड़े रहे. इस अवसर पर केंद्रीय रेल मंत्री ने लोगों को सम्बोधित करते हुए बीएलडब्लू के महाप्रबन्धक और अधिकारियों को बधाई दी. उन्होंने सम्बोधन में कहा कि काशी के लोगों को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने ऐसा सांसद दिया है. उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व में जहां देश आगे बढ़ रहा है, वहीं काशी का भी चौमुखी विकास हो रहा है .
इंजन की खासियत
इंजन के खासियत की बात की जाए तो इस 3 हजार हार्श पावर के इंजन में आधुनिक ड्राइविंग सीट, वातानुकूलित कक्ष, छोटा फ्रीज खाना गर्म करने के लिए, इंडक्शन चूल्हा व वैक्यूम टॉयलेट की व्यवस्था की गई है.
बरेका की महाप्रबंधक अंजलि गोयल ने बताया कि हमने दो 3 हजार हॉर्स पावर के केप गेज इंजनों को मोजाम्बिक रवाना किया है. चार अन्य इंजनों को जून तक मोजाम्बिक भेज दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि केप गज 3 फ़ीट 6 इंच का होता है. इसके लिए हमने अपने प्रोडक्शन यूनिट में इसे तैयार करवाया, जो हमारे ही केप गेज में तैयार कर इंजन को रवाना किया गया. उन्होंने कहा कि इस फाइनेंशियल ईयर में 275 इलेक्ट्रिक लोको और 6 लोकोमोटिव इंजन का उत्पादन किया जाएगा, जिसमें 6 लोकोमोटिव मोजाम्बिक को निर्यात किया जाएगा.