वाराणसी : देव दीपावली का पर्व नजदीक है. 27 नवंबर को यह त्यौहार मनाया जाएगा. हर वर्ष देव दीपावली से पहले वाराणसी नगर निगम गंगा में चलने वाली डीजल संचालित नौकाओं को पूरी तरह से सीएनजी में बदलने का प्लान बनाकर इन पर कार्रवाई की बात करता है. कार्रवाई होती भी है लेकिन डीजल से संचालित नावों का संचालन रुक नहीं रहा है. जबकि यह ड्रीम प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है.
गंगा में डीजल से चल रही हैं अब भी 125 नावें
पीएम मोदी ने वाराणसी में सीएनजी संचालित नौकाओं को प्रमोट करने के लिए सबसे पहले जनवरी 2023 में फ्लोटिंग स्टेशन सेवा की शुरुआत वाराणसी में की थी. यह गेल इंडिया की तरफ से शुरू किया गया. पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी इस दौरान मौजूद रहे. इसके बाद वाराणसी में 864 नावों को पूरी तरह से सीएनजी में कन्वर्ट करने का प्लान बनाया गया. लेकिन अब भी ऐसी लगभग 125 से ज्यादा नावें हैं, जो सीएनजी में कन्वर्ट नहीं हुई हैं. इनको लेकर कार्रवाई तो होती है लेकिन इनका संचालन बराबर होता रहा. यही कारण है कि पीएम मोदी का सपना पूरा नहीं हो पा रहा है.
नगर निगम का दावा- देव दीपावली से पहले सभी नावें होंगी सीएनजी
वाराणसी नगर निगम के अपर नगर आयुक्त सुमित कुमार का कहना है कि इसे लेकर हम लगातार प्रयास कर रहे हैं. विभाग नविकों के संपर्क में है. हाल ही में डीजल से संचालित होने वाली तीन नौकाओं का चालान भी किया गया है. इसमें कोई लापरवाही नहीं बरती जा रही है. देव दीपावली से पहले हर हाल में इन्हें कन्वर्ट करने के लिए कहा गया है. अपर नगर आयुक्त का कहना है कि हमने अभी छूट दी है, लेकिन इसके बाद एफआईआरदर्ज करने की कार्रवाई शुरू होगी.
सीएनजी से नौकाओं पर पीएम ने दिया था जोर
दरअसल गंगा में सीएनजी नौकाओं के संचालन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं जोर दिया था. उनका कहना था कि गंगा में बढ़ रहे प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए डीजल संचालित नौकाओं को हटाना जरूरी है. क्योंकि इससे सैलानियों के साथ ही जलीय जीवों पर खतरा बढ़ता जाता है. साथ ही गंगा में प्रदूषण का स्तर भी बढ़ता है. इस वजह से इन नावों को बाहर करने की प्लानिंग 2016 में बनाई गई थी लेकिन तब से लेकर अब तक यह योजना पूरी तरह से लागू नहीं हो सकी है.