वाराणसी: पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी मंदिरों के शहर के लिए भी जाना जाता है. यही वजह है कि यहां पर सैकड़ों वर्ष पुराने मंदिर भी मौजूद है. एक ऐसा ही मंदिर वाराणसी में दक्षिण भारत की शैली पर बना हुआ है. मंदिर में विराजमान भगवान श्री हरि की मूर्ति, त्रिवेंद्रम के पद्मनाभ मंदिर के शैली पर बनी हुई है. इस मूर्ति का उल्लेख स्कंद पुराण में भी मिलता है. आज देवोत्थान एकादशी है. आज के ही दिन से शुभ विवाह का कार्य प्रारंभ होता है. भगवान हरि का आज पूरी विधि विधान से पूजन अर्चन कर मां तुलसी से विवाह किया जाता है.
सत्येंद्र मिश्र ने बताया कि भगवान यहां पर प्रमोद मुद्रा में विराजमान है. भगवान शेषनाग पर शयन किए हैं. मां लक्ष्मी भगवान के पैर दबा रही है और भगवान 4 महीने तक यहां से पूरे संसार की लीला को देखते हैं. आज देवस्थान एकादशी है. भगवान के दर्शन करने का महत्व मिलता है. हर प्रकार की पीड़ा से मुक्ति मिलती है. भगवान के दर्शन से बैकुंठ की प्राप्ति होती है.
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