वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफिस पर छात्रों ने जमकर प्रदर्शन किया. छात्र प्राचीन भारतीय इतिहास संस्कृति पुरातत्व विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति के दौरान कुलपति के रवैये से नाखुश दिखे. छात्रों ने हिंदी के साथ किए गए दोयम दर्जे के व्यवहार के विरोध में कुलपति के नाम का ज्ञापन रजिस्टार को सौंपा.
छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. अभ्यर्थियों का आरोप है कि कुलपति द्वारा हिंदी भाषा बोलने और प्रयोग करने पर उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया. शोध छात्र मृत्युंजय तिवारी ने बताया कि बीते दिन असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति को लेकर चले साक्षात्कार में जिस तरह कुलपति द्वारा हिंदी भाषी छात्रों से व्यवहार किया गया. हम उसका विरोध करते हैं. हमारे साथ-साथ मालवीय जी के मूल्यों का भी अपमान हुआ है. इसलिए आज हम लोगों ने कुलपति के नाम ज्ञापन रजिस्टार को सौंपा.