वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में वोकलफॉर लोकल का असर दिखने लगा है. जिले में राज्य स्तरीय खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी लगाई गई हैं, जिसमें 15 राज्यों ने सहभागिता कर अपने अलग-अलग उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई है. ये प्रदर्शनी युवाओं पर केंद्रित है.
15 राज्यों के लगाए गए 85 स्टॉल
प्रदर्शनी में उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, पंजाब एवं हरियाणा खादी एवं ग्रामोद्योग संस्थाओं ने अपने कुल 85 स्टॉल लगाए हैं, जिसमे खादी, ऊनी वस्त्र, शॉल, जैकेट, राजस्थान की बीकानेरी नमकीन, हर्बल उत्पाद, पश्चिम बंगाल के आकर्षक सिल्क के उत्पाद, मध्य प्रदेश के चंदेरी साड़ियां, कानपुर के चमड़े से बने उत्पाद, प्रतापगढ़ के मशहूर आंवला उत्पाद की भी बिक्री हो रही है. इसमें महिलाओं के ऊनी वस्त्र व हर्बल उत्पाद लोगों को खासा मन भा रहे हैं.
खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी शुरू, वोकल फॉर लोकल का दिखा असर - वाराणसी समाचार
वाराणसी में राज्य स्तरीय खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी रविवार से शुरू हो गई. इसमें 15 राज्यों के उत्पाद शामिल किए गए हैं. रविवार से तेलियाबाग स्थित खादी और ग्रामोद्योग आयोग के कार्यालय में राज्य स्तरीय प्रदर्शनी शुरू हुई. लोकल फॉर वोकल को बढ़ावा देने के लिए खादी उत्पाद को प्रदर्शित किया जा रहा है.
वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में वोकलफॉर लोकल का असर दिखने लगा है. जिले में राज्य स्तरीय खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी लगाई गई हैं, जिसमें 15 राज्यों ने सहभागिता कर अपने अलग-अलग उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई है. ये प्रदर्शनी युवाओं पर केंद्रित है.
15 राज्यों के लगाए गए 85 स्टॉल
प्रदर्शनी में उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, पंजाब एवं हरियाणा खादी एवं ग्रामोद्योग संस्थाओं ने अपने कुल 85 स्टॉल लगाए हैं, जिसमे खादी, ऊनी वस्त्र, शॉल, जैकेट, राजस्थान की बीकानेरी नमकीन, हर्बल उत्पाद, पश्चिम बंगाल के आकर्षक सिल्क के उत्पाद, मध्य प्रदेश के चंदेरी साड़ियां, कानपुर के चमड़े से बने उत्पाद, प्रतापगढ़ के मशहूर आंवला उत्पाद की भी बिक्री हो रही है. इसमें महिलाओं के ऊनी वस्त्र व हर्बल उत्पाद लोगों को खासा मन भा रहे हैं.