वाराणसी: शहरवासियों के लिए टू व्हीलर उपयोगी साधन बनते जा रहे हैं, लेकिन टू व्हीलर चालक यातायात नियमों की अनदेखी कर सड़कों पर फर्राटा भरते नजर आते हैं. चालकों को हेलमेट पहनने की हिदायद और सड़कों के किनारे जागरूकता विज्ञापन से पटे नजर आ जाएंगे. हालांकि नियमों का उल्लंघन करने पर जुर्माने का भी प्रावधान है. फिर भी लोग धड़ल्ले से बिना हेलमेट के मोटरसाइकिल दौड़ाते नज़र आ जायेंगे.
वाराणसी ट्रैफिक पुलिस यातायात नियमों का पालन कराने के लिए कई तरह के अभियान चलाती रहती है. इसके साथ ही चेकिंग अभियान के दौरान नियमों का उल्लंघन करने पर चालान काटने का भी प्रावधान है. फिर भी लोग शहर में यातायात नियमों का पालन करना मुनासिब नहीं समझते.
राजमार्ग पर हेलमेट के प्रति अभियान चलाना सम्भव नहीं
वाराणसी के एसपी ट्रैफिक श्रवण कुमार सिंह ने कहा कि राजमार्ग पर हेलमेट का अभियान नहीं चलाया जा सकता, क्योंकि राजमार्ग स्पीडली होता है. वहां लोगों को रोकना खतरनाक साबित हो सकता है. इसलिए राजमार्ग पर टू व्हीलर एक्सीडेंट की संभावना ज्यादा होती है. हालांकि शहरी क्षेत्र में हेलमेट के प्रति अभियान चलता रहता है. प्रदेश के किसी अन्य शहर से तुलनात्मक तौर पर वाराणसी में लगभग शत-प्रतिशत पालन कराया जाता है. उन्होंने कहा हम राजमार्ग के इंट्री और एग्जिट प्वाइंट पर हेलमेट के लिए अभियान चलाते हैं, ताकि अभियान चलाते समय कोई दिक्कत न हो.
राजमार्ग के इंट्री व एग्जिट पॉइंट पर हेलमेट के लिए अभियान
एसपी ट्रैफिक ने कहा कि राजमार्ग पर मिला जुला ट्रैफिक होता है. मोटरसाइकिल से ज्यादा ट्रक, बस और दूसरी मालवाहक गाड़ियां चलती हैं. ऐसे जगह पर हेलमेट का अभियान नहीं चलाया जा सकता. ट्रैफिक लाइट सिग्नल, इंडिकेटर, बैरिकेट्स और टर्न पॉइंट प्रिकॉशनरी साइन लगाए गए हैं, ताकि लोग एलर्ट होकर चलें. हालांकि परिवहन विभाग और एनएचआई भी मार्ग दुर्घटनाओं पर कमी लाने का प्रयास कर रहा है. एसपी ट्रैफिक ने कहा कि बिना हेलमेट दो पहिया वाहन के जुर्माने का नियम है. पहली बार बिना हेलमेट पाए जाने पर 500 रुपये और दूसरी बार बिना हेलमेट पाए जाने पर 1,000 रुपये जुर्माने का प्रावधान है.