ETV Bharat / state

वाराणसी: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर संगीत घराने से बह रही सुरमयी गंगा

author img

By

Published : Aug 12, 2020, 8:59 PM IST

Updated : Aug 12, 2020, 11:00 PM IST

उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में हर्षोल्लास के साथ श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है. संगीत घराने में राधा कृष्ण के मंदिर में पंडित कांता प्रसाद मिश्र के सानिध्य में भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को लेकर संगीत संध्या का आयोजन किया गया.

वाराणसी में हर्षोल्लास के साथ मनाई जा रही जन्माष्टमी.
वाराणसी में हर्षोल्लास के साथ मनाई जा रही जन्माष्टमी.

वाराणसी: कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ कृष्ण जन्मोत्सव मनाया जा रहा है. देश के अलग-अलग हिस्सों में भगवान श्री कृष्ण की झांकी सजाई जा रही है और उनके रास का मंचन किया जा रहा है. इस अवसर पर शिव की नगरी काशी भी कहीं से पीछे नहीं है. इस उत्सव में सराबोर होने को लेकर मथुरा के साथ-साथ काशी में भी लोग कृष्ण के जन्मोत्सव में पूरी तरीके से लीन हैं. श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर कहीं भगवान श्रीकृष्ण की झांकी सजाई गई है तो कहीं संगीत संध्या का आयोजन कर भक्त श्रद्धाभाव में मग्न हैं. हालांकि कोविड-19 के प्रभाव के कारण हर वर्ष की भांति इस वर्ष उतनी धूम नहीं है, लेकिन फिर भी लोग पूरे श्रद्धा और भक्ति के साथ जन्माष्टमी मना रहे हैं.

वाराणसी में हर्षोल्लास के साथ मनाई जा रही जन्माष्टमी.

संगीत घराने में संगीत संध्या का आयोजन
वाराणसी के संगीत घराने में राधा कृष्ण के मंदिर में पंडित कांता प्रसाद मिश्र के सानिध्य में भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को लेकर संगीत संध्या का आयोजन किया गया है. जहां भगवान के जन्म से लेकर के उनके जीवन की लीलाओं को संगीत के माध्यम से प्रस्तुत किया जा रहा है. जन्माष्टमी से शुरू होकर भगवान श्रीकृष्ण के छठीहारी महोत्सव तक बनारस संगीत घराने में अनवरत यह सुरमई गंगा बहती रहेगी. भक्तगण भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं का गुणगान करेंगे.

श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का रहता है इंतजार
इस दौरान पंडित आशीष मिश्रा ने बताया कि श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का बहुत इंतजार होता है, ताकि सभी लोग भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को मना सकें. उन्होंने बताया कि सभी लोग भगवान के जीवन में होने वाली सभी लीलाओं को संगीत के माध्यम से साझा करते हैं. आशीष मिश्रा ने बताया कि इस दिन कृष्ण भजन, सोहर, बधावा के साथ कजरी भी गाते हैं. यूं तो कजरी खत्म हो गई है, लेकिन फिर भी भगवान को कजरी सुनाई जाती है. उन्होंने भगवान श्री कृष्ण का बड़ा प्रिय सोहर कृष्ण जन्म लियो आज बधावा आया है गाकर भी सुनाया.

सितार वादक विशाल मिश्रा ने बताया कि इस बार कोविड-19 की वजह से लोगों की चहलकदमी कम है. उन्होंने बताया कि बहुत कम संख्या में लोग आज मंदिर आए हैं, क्योंकि सभी को कोविड-19 की गाइड लाइन का भी ध्यान रखना है और खुद को सुरक्षित रखना है. वहीं विशाल मिश्रा ने बताया कि यूं तो भक्ति और श्रद्धा में कोई कमी नहीं है, लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए एहतियात बरतना काफी जरूरी है.

वाराणसी: कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ कृष्ण जन्मोत्सव मनाया जा रहा है. देश के अलग-अलग हिस्सों में भगवान श्री कृष्ण की झांकी सजाई जा रही है और उनके रास का मंचन किया जा रहा है. इस अवसर पर शिव की नगरी काशी भी कहीं से पीछे नहीं है. इस उत्सव में सराबोर होने को लेकर मथुरा के साथ-साथ काशी में भी लोग कृष्ण के जन्मोत्सव में पूरी तरीके से लीन हैं. श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर कहीं भगवान श्रीकृष्ण की झांकी सजाई गई है तो कहीं संगीत संध्या का आयोजन कर भक्त श्रद्धाभाव में मग्न हैं. हालांकि कोविड-19 के प्रभाव के कारण हर वर्ष की भांति इस वर्ष उतनी धूम नहीं है, लेकिन फिर भी लोग पूरे श्रद्धा और भक्ति के साथ जन्माष्टमी मना रहे हैं.

वाराणसी में हर्षोल्लास के साथ मनाई जा रही जन्माष्टमी.

संगीत घराने में संगीत संध्या का आयोजन
वाराणसी के संगीत घराने में राधा कृष्ण के मंदिर में पंडित कांता प्रसाद मिश्र के सानिध्य में भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को लेकर संगीत संध्या का आयोजन किया गया है. जहां भगवान के जन्म से लेकर के उनके जीवन की लीलाओं को संगीत के माध्यम से प्रस्तुत किया जा रहा है. जन्माष्टमी से शुरू होकर भगवान श्रीकृष्ण के छठीहारी महोत्सव तक बनारस संगीत घराने में अनवरत यह सुरमई गंगा बहती रहेगी. भक्तगण भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं का गुणगान करेंगे.

श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का रहता है इंतजार
इस दौरान पंडित आशीष मिश्रा ने बताया कि श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का बहुत इंतजार होता है, ताकि सभी लोग भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को मना सकें. उन्होंने बताया कि सभी लोग भगवान के जीवन में होने वाली सभी लीलाओं को संगीत के माध्यम से साझा करते हैं. आशीष मिश्रा ने बताया कि इस दिन कृष्ण भजन, सोहर, बधावा के साथ कजरी भी गाते हैं. यूं तो कजरी खत्म हो गई है, लेकिन फिर भी भगवान को कजरी सुनाई जाती है. उन्होंने भगवान श्री कृष्ण का बड़ा प्रिय सोहर कृष्ण जन्म लियो आज बधावा आया है गाकर भी सुनाया.

सितार वादक विशाल मिश्रा ने बताया कि इस बार कोविड-19 की वजह से लोगों की चहलकदमी कम है. उन्होंने बताया कि बहुत कम संख्या में लोग आज मंदिर आए हैं, क्योंकि सभी को कोविड-19 की गाइड लाइन का भी ध्यान रखना है और खुद को सुरक्षित रखना है. वहीं विशाल मिश्रा ने बताया कि यूं तो भक्ति और श्रद्धा में कोई कमी नहीं है, लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए एहतियात बरतना काफी जरूरी है.

Last Updated : Aug 12, 2020, 11:00 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.