वाराणसी : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव नजदीक है, जिसे देखते हुए अब विधायक और मंत्री सड़कों पर दिख रहे हैं. इस बीच जनता भी इन विधायकों और मंत्रियों से सवाल पूछ रही है कि क्या हुआ तेरा वादा ?. आज हम बात करेंगे पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के रोहनिया विधानसभा क्षेत्र की जहां से वर्तमान बीजेपी के सुरेंद्र सिंह विधायक हैं. लेकिन, 5 साल बीत जाने के बाद भी इस विधानसभा क्षेत्र के कई इलाकों में लोगों की सीवर, सड़क, पानी जैसी मूलभूत समस्याएं दूर नहीं हो पायी हैं. एशिया के सबसे बड़े आवासीय विश्वविद्यालय काशी हिंदू विश्वविद्यालय से कुछ ही दूरी पर बसी महामनापुरी और विवेक नगर कॉलोनी में लोग महीनों से जलभराव की समस्या से परेशान हैं. मगर बार-बार शिकायत के बाद भी इस समस्या को कोई हल नहीं निकला और लोग सड़क पर बने दरिया को रोजाना पार करने को मजबूर हैं.
कोविड-19 के बाद शहर में अब डेंगू और वायरल फीवर का प्रकोप है, ऐसे में ग्राउंड रिपोर्टिंग के लिए ईटीवी भारत की टीम रोहनिया विधानसभा के नासिकपुर मोहल्ले में बनी महामनापुरी और विवेक नगर कॉलोनी पहुंची. इस कॉलोनियों में लगभग 200 से ज्यादा परिवार सड़क, सीवर, और पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. ये कॉलोनियां बीएचयू के हैदराबाद गेट के पास बसी हुई हैं. बारिश के दिनों में इन कॉलोनियों की सड़कें दरिया बन जाती हैं और ऐसा ही कुछ हाल मुख्य सड़क का भी हो जाता है. हल्की सी बारिश में हैदराबाद गेट के पास भी मुख्य सड़क पर पानी और कीचड़ जमा हो जाता है. जिसकी वजह से लोगों को काफी मुसीबत का सामना करना पड़ता है. इन कॉलोनियों में बड़ी संख्या में बीएचयू के शिक्षक और छात्र रहते हैं, ऐसे में गांव और विश्वविद्यालयों को जोड़ने वाला मात्र सड़क पर जलभराव से उन्हें भी काफी समस्या का सामना करना पड़ता है.
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वहीं स्थानीय निवासी गोपाल यादव ने कहा कि इस समस्या कॉलोनी में रहने वाले 150 परिवार परेशान हैं. जिला पंचायत द्वारा जो सीवर लाइन डाली गई थी, वह मानक के अनुरूप नहीं थी. हालांकि जब यह क्षेत्र ग्राम पंचायत में था तो समय-समय पर सफाई होती थी, लेकिन अब यह नगर निगम में आ गया है तो यहां साफ-सफाई नहीं हो रही. यह समस्या विधायक के संज्ञान में है वह निरीक्षण करने भी आए थे. लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हुआ.
कॉलोनी में रहने वाले छात्र वरुण सिंह ने कहा कि यह मुख्य मार्ग है जो दो-तीन कॉलोनियों को आपस में जोड़ता है. स्थानीय विधायक को पता है, लेकिन फिर भी यह समस्या दूर नहीं हो पा रही है. शहर में डेंगू और मलेरिया तेजी से फैल रहा है, ऐसे में हम लोग क्या करें.
वहीं स्थानीय युवा अमित ने नाराजगी जताते हुए कहा कि सभी सरकारें एक जैसी होती हैं, विधायक को हमने वोट किया वह हमारे परिचित हैं. लेकिन पिछले 6 से 7 महीने से यह सड़क पूरी तरह खराब हो चुकी है और इसकी इसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है. उन्होंने स्थानीय विधायक को 10 में से शून्य नंबर दिए.
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