ETV Bharat / state

सड़क पर दरिया है, डूबकर जाना है ! - report card of bjp mla surendra narayan singh

वाराणसी के रोहनिया विधानसभा क्षेत्र में आने वाली महामनापुरी और विवेकनगर कॉलोनी के लोग सड़क पर जलजमाव की समस्या से परेशान हैं. जिसे लेकर लोगों के मन में स्थानीय विधायक सुरेंद्र नाराणय सिंह के खिलाफ काफी नाराजगी है.

नेता जी का रिपोर्ट कार्ड
नेता जी का रिपोर्ट कार्ड
author img

By

Published : Sep 12, 2021, 7:27 PM IST

Updated : Sep 12, 2021, 8:15 PM IST

वाराणसी : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव नजदीक है, जिसे देखते हुए अब विधायक और मंत्री सड़कों पर दिख रहे हैं. इस बीच जनता भी इन विधायकों और मंत्रियों से सवाल पूछ रही है कि क्या हुआ तेरा वादा ?. आज हम बात करेंगे पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के रोहनिया विधानसभा क्षेत्र की जहां से वर्तमान बीजेपी के सुरेंद्र सिंह विधायक हैं. लेकिन, 5 साल बीत जाने के बाद भी इस विधानसभा क्षेत्र के कई इलाकों में लोगों की सीवर, सड़क, पानी जैसी मूलभूत समस्याएं दूर नहीं हो पायी हैं. एशिया के सबसे बड़े आवासीय विश्वविद्यालय काशी हिंदू विश्वविद्यालय से कुछ ही दूरी पर बसी महामनापुरी और विवेक नगर कॉलोनी में लोग महीनों से जलभराव की समस्या से परेशान हैं. मगर बार-बार शिकायत के बाद भी इस समस्या को कोई हल नहीं निकला और लोग सड़क पर बने दरिया को रोजाना पार करने को मजबूर हैं.


कोविड-19 के बाद शहर में अब डेंगू और वायरल फीवर का प्रकोप है, ऐसे में ग्राउंड रिपोर्टिंग के लिए ईटीवी भारत की टीम रोहनिया विधानसभा के नासिकपुर मोहल्ले में बनी महामनापुरी और विवेक नगर कॉलोनी पहुंची. इस कॉलोनियों में लगभग 200 से ज्यादा परिवार सड़क, सीवर, और पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. ये कॉलोनियां बीएचयू के हैदराबाद गेट के पास बसी हुई हैं. बारिश के दिनों में इन कॉलोनियों की सड़कें दरिया बन जाती हैं और ऐसा ही कुछ हाल मुख्य सड़क का भी हो जाता है. हल्की सी बारिश में हैदराबाद गेट के पास भी मुख्य सड़क पर पानी और कीचड़ जमा हो जाता है. जिसकी वजह से लोगों को काफी मुसीबत का सामना करना पड़ता है. इन कॉलोनियों में बड़ी संख्या में बीएचयू के शिक्षक और छात्र रहते हैं, ऐसे में गांव और विश्वविद्यालयों को जोड़ने वाला मात्र सड़क पर जलभराव से उन्हें भी काफी समस्या का सामना करना पड़ता है.

रोहनिया विधानसभा क्षेत्र का रिपोर्ट कार्ड
स्थानीय निवासी राजीव तिवारी ने बताया बीएचयू के पीछे का यह घनी आबादी वाला क्षेत्र है. पिछले 2 महीने उन्होंने सड़क पर जलभराव की समस्या को लेकर मुख्यमंत्री के पोर्टल पर 5 से ज्यादा बार कंप्लेंन किया. लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया.
गलियों में जलजमाव
गलियों में जलजमाव

इसे भी पढ़ें : मिशन 2022 के लिए कमर कस चुकी है बीजेपी महिला मोर्चा : राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दर्शना सिंह


वहीं स्थानीय निवासी गोपाल यादव ने कहा कि इस समस्या कॉलोनी में रहने वाले 150 परिवार परेशान हैं. जिला पंचायत द्वारा जो सीवर लाइन डाली गई थी, वह मानक के अनुरूप नहीं थी. हालांकि जब यह क्षेत्र ग्राम पंचायत में था तो समय-समय पर सफाई होती थी, लेकिन अब यह नगर निगम में आ गया है तो यहां साफ-सफाई नहीं हो रही. यह समस्या विधायक के संज्ञान में है वह निरीक्षण करने भी आए थे. लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हुआ.

सड़क पर बनी तालाब
सड़क पर बनी तालाब

कॉलोनी में रहने वाले छात्र वरुण सिंह ने कहा कि यह मुख्य मार्ग है जो दो-तीन कॉलोनियों को आपस में जोड़ता है. स्थानीय विधायक को पता है, लेकिन फिर भी यह समस्या दूर नहीं हो पा रही है. शहर में डेंगू और मलेरिया तेजी से फैल रहा है, ऐसे में हम लोग क्या करें.

खराब सड़कें
खराब सड़कें

वहीं स्थानीय युवा अमित ने नाराजगी जताते हुए कहा कि सभी सरकारें एक जैसी होती हैं, विधायक को हमने वोट किया वह हमारे परिचित हैं. लेकिन पिछले 6 से 7 महीने से यह सड़क पूरी तरह खराब हो चुकी है और इसकी इसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है. उन्होंने स्थानीय विधायक को 10 में से शून्य नंबर दिए.

इसे भी पढ़ें : बीएचयू ने हीटवेव के खतरे से किया आगाह, यूपी के इन शहरों में लगेगा हिट एक्शन प्लान

वाराणसी : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव नजदीक है, जिसे देखते हुए अब विधायक और मंत्री सड़कों पर दिख रहे हैं. इस बीच जनता भी इन विधायकों और मंत्रियों से सवाल पूछ रही है कि क्या हुआ तेरा वादा ?. आज हम बात करेंगे पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के रोहनिया विधानसभा क्षेत्र की जहां से वर्तमान बीजेपी के सुरेंद्र सिंह विधायक हैं. लेकिन, 5 साल बीत जाने के बाद भी इस विधानसभा क्षेत्र के कई इलाकों में लोगों की सीवर, सड़क, पानी जैसी मूलभूत समस्याएं दूर नहीं हो पायी हैं. एशिया के सबसे बड़े आवासीय विश्वविद्यालय काशी हिंदू विश्वविद्यालय से कुछ ही दूरी पर बसी महामनापुरी और विवेक नगर कॉलोनी में लोग महीनों से जलभराव की समस्या से परेशान हैं. मगर बार-बार शिकायत के बाद भी इस समस्या को कोई हल नहीं निकला और लोग सड़क पर बने दरिया को रोजाना पार करने को मजबूर हैं.


कोविड-19 के बाद शहर में अब डेंगू और वायरल फीवर का प्रकोप है, ऐसे में ग्राउंड रिपोर्टिंग के लिए ईटीवी भारत की टीम रोहनिया विधानसभा के नासिकपुर मोहल्ले में बनी महामनापुरी और विवेक नगर कॉलोनी पहुंची. इस कॉलोनियों में लगभग 200 से ज्यादा परिवार सड़क, सीवर, और पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. ये कॉलोनियां बीएचयू के हैदराबाद गेट के पास बसी हुई हैं. बारिश के दिनों में इन कॉलोनियों की सड़कें दरिया बन जाती हैं और ऐसा ही कुछ हाल मुख्य सड़क का भी हो जाता है. हल्की सी बारिश में हैदराबाद गेट के पास भी मुख्य सड़क पर पानी और कीचड़ जमा हो जाता है. जिसकी वजह से लोगों को काफी मुसीबत का सामना करना पड़ता है. इन कॉलोनियों में बड़ी संख्या में बीएचयू के शिक्षक और छात्र रहते हैं, ऐसे में गांव और विश्वविद्यालयों को जोड़ने वाला मात्र सड़क पर जलभराव से उन्हें भी काफी समस्या का सामना करना पड़ता है.

रोहनिया विधानसभा क्षेत्र का रिपोर्ट कार्ड
स्थानीय निवासी राजीव तिवारी ने बताया बीएचयू के पीछे का यह घनी आबादी वाला क्षेत्र है. पिछले 2 महीने उन्होंने सड़क पर जलभराव की समस्या को लेकर मुख्यमंत्री के पोर्टल पर 5 से ज्यादा बार कंप्लेंन किया. लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया.
गलियों में जलजमाव
गलियों में जलजमाव

इसे भी पढ़ें : मिशन 2022 के लिए कमर कस चुकी है बीजेपी महिला मोर्चा : राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दर्शना सिंह


वहीं स्थानीय निवासी गोपाल यादव ने कहा कि इस समस्या कॉलोनी में रहने वाले 150 परिवार परेशान हैं. जिला पंचायत द्वारा जो सीवर लाइन डाली गई थी, वह मानक के अनुरूप नहीं थी. हालांकि जब यह क्षेत्र ग्राम पंचायत में था तो समय-समय पर सफाई होती थी, लेकिन अब यह नगर निगम में आ गया है तो यहां साफ-सफाई नहीं हो रही. यह समस्या विधायक के संज्ञान में है वह निरीक्षण करने भी आए थे. लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हुआ.

सड़क पर बनी तालाब
सड़क पर बनी तालाब

कॉलोनी में रहने वाले छात्र वरुण सिंह ने कहा कि यह मुख्य मार्ग है जो दो-तीन कॉलोनियों को आपस में जोड़ता है. स्थानीय विधायक को पता है, लेकिन फिर भी यह समस्या दूर नहीं हो पा रही है. शहर में डेंगू और मलेरिया तेजी से फैल रहा है, ऐसे में हम लोग क्या करें.

खराब सड़कें
खराब सड़कें

वहीं स्थानीय युवा अमित ने नाराजगी जताते हुए कहा कि सभी सरकारें एक जैसी होती हैं, विधायक को हमने वोट किया वह हमारे परिचित हैं. लेकिन पिछले 6 से 7 महीने से यह सड़क पूरी तरह खराब हो चुकी है और इसकी इसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है. उन्होंने स्थानीय विधायक को 10 में से शून्य नंबर दिए.

इसे भी पढ़ें : बीएचयू ने हीटवेव के खतरे से किया आगाह, यूपी के इन शहरों में लगेगा हिट एक्शन प्लान

Last Updated : Sep 12, 2021, 8:15 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.