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वाराणसी में 2021 में साइबर क्राइम के मामलों में 21 लाख रुपये से भी ज्यादा के रकम की हुई रिकवरी

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Published : Jul 3, 2021, 7:43 AM IST

Updated : Jul 3, 2021, 1:18 PM IST

बढ़ते कदम ने जहां आम जनता को डिजिटल तरीके से लेनदेन करने में काफी सहूलियत प्रदान की है तो वहीं इन्हीं तकनीकी का फायदा उठाकर साइबर ठग भोली-भाली जनता को ठगने से बाज नहीं आ रहे हैं.

21 लाख रुपये से भी ज्यादा के रकम की हुई रिकवरी
21 लाख रुपये से भी ज्यादा के रकम की हुई रिकवरी

वाराणसीः तकनीकी के बढ़ते कदम ने जहां आम जनता को डिजिटल तरीके से लेनदेन करने में काफी सहूलियत प्रदान की है. तो वहीं इस तकनीकी का फायदा साइबर ठग भी उठा रहे हैं. कभी साइबर ठग फर्जी बैंक अधिकारी बनकर तो कभी ऑनलाइन तरीके से लोगों को बड़े पुरस्कार का लालच देकर ठगने का कार्य कर रहे हैं.

व्यक्तिगत रूप से मिलकर जांच करने के बाद करें पेमेंट

पिछले दिनों वाराणसी में ऐसा ही एक मामला OLX के माध्यम से साइबर ठगी का आया था. जिसमें साइबर ठग ने एक डॉक्टर को चूना लगाया था. इस मामले में वाराणसी की साइबर थाने की पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की थी. पुलिस ने डॉक्टर के 1 लाख 77 हजार की रकम को उनके एकाउंट में वापस कराया था. वहीं साइबर थाना प्रभारी राहुल शुक्ल ने साइबर अपराधों के प्रति लोगों को जागरूक रहने की सलाह दी है और लोगों से अपील भी की है कि OLX पर किसी भी तरह की खरीदारी करने से पहले जांच परख लें. अगर सामान और कीमत पसंद आ जाता है तो व्यक्तिगत रूप से मिलकर जांच करने के बाद पेमेंट करें. पेमेंट ऑनलाइन या ऑफलाइन करें. लेकिन बेचने और खरीदने वाले एक साथ हों.

21 लाख रुपये से भी ज्यादा के रकम की हुई रिकवरी

जागरूक रहिए, सुरक्षित रहिए

वहीं उन्होंने वर्तमान में OLX पर फर्जी पुलिस/आर्मी बनकर सामान बेचने वालों के प्रति आगाह किया है और बताया है कि ये लोग विश्वास के लिए पहले अपना फर्जी कैंटीन कार्ड और आईडी कार्ड भेजते हैं. इसके बाद वीडियो कॉल करके फर्जी रूप से वर्दी पहने हुए दिखाते हैं. पूर्ण विश्वास में लेकर पार्सल कूपन व्हाट्सएप पर भेजते हैं. उसके बाद छोटी-छोटी धनराशि कोरियर चार्ज. डिलीवरी चार्ज, आर्मी एरिया चार्ज, जीएसटी के नाम पर फर्जी खाता/वॉलेट में ले लेते हैं. इसके बाद दूसरे व्यक्ति का फोन आता है और बताता है कि आपका सामान इनकम टैक्स ऑफिसर द्वारा पकड़ा गया है. जिसको छुड़ाने के लिए आपको और धनराशि जमा करनी होगी. इस तरह से विश्वास में लेकर छोटी-छोटी धनराशि करके लाखों रुपए लिए जाते हैं. इसलिए इस तरह के होने वाले फ्रॉड से जागरूक रहिए, सुरक्षित रहिए.

साल 2021 में दर्ज हुए साइबर अपराध के मामले

वहीं अगर साल 2021 में जून महीने के अंत तक वाराणसी के साइबर क्राइम थाने में दर्ज हुए मामलों की बात करें तो 49 मामले साइबर अपराध से संबंधित दर्ज हुए. जिसमें साइबर थाने की पुलिस ने कई मामलों में अबतक 21 लाख 54 हजार की रिकवरी भी कराने में सफलता पाई है.

इसे भी पढ़ें- लूट और हत्या के अभियुक्त पर लगी रासुका को हाईकोर्ट ने किया रद्द, राज्य सरकार को झटका

साल 2021 में हुई 21 लाख 54 हजार की रिकवरी

इस संबंध में बात करते हुए साइबर थाना क्षेत्राधिकारी अभिषेक कुमार पाण्डेय ने बताया कि 2021 में अबतक 49 मुकदमे साइबर क्राइम से संबंधित पंजीकृत हुए हैं. अबतक 21 लाख 54 हजार की रिकवरी हम लोगों ने बैंक से तमाम माध्यमों से वापस कराए हैं. वहीं कुल 9 मोबाइल फोन है, जो हम लोगों ने वापस कराए हैं. उन्होंने साइबर ठग द्वारा सबसे आसान तरीके से ठगी करने को लेकर कहा कि साइबर ठगों का सबसे आसान माध्यम है. कॉल करके ओटीपी वगैरह पूछकर ठगने का आता है तो वहीं फ्रॉड लिंक के माध्यम से साइबर ठग लोगों से ठगी करते हैं. वहीं सारी चीजों को ध्यान में रखकर हम लोग वर्कशॉप के माध्यम से पर्चों के माध्यम से जागरूकता अभियान चला रहे हैं और लोगों को जागरूक कर रहे हैं.

वाराणसीः तकनीकी के बढ़ते कदम ने जहां आम जनता को डिजिटल तरीके से लेनदेन करने में काफी सहूलियत प्रदान की है. तो वहीं इस तकनीकी का फायदा साइबर ठग भी उठा रहे हैं. कभी साइबर ठग फर्जी बैंक अधिकारी बनकर तो कभी ऑनलाइन तरीके से लोगों को बड़े पुरस्कार का लालच देकर ठगने का कार्य कर रहे हैं.

व्यक्तिगत रूप से मिलकर जांच करने के बाद करें पेमेंट

पिछले दिनों वाराणसी में ऐसा ही एक मामला OLX के माध्यम से साइबर ठगी का आया था. जिसमें साइबर ठग ने एक डॉक्टर को चूना लगाया था. इस मामले में वाराणसी की साइबर थाने की पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की थी. पुलिस ने डॉक्टर के 1 लाख 77 हजार की रकम को उनके एकाउंट में वापस कराया था. वहीं साइबर थाना प्रभारी राहुल शुक्ल ने साइबर अपराधों के प्रति लोगों को जागरूक रहने की सलाह दी है और लोगों से अपील भी की है कि OLX पर किसी भी तरह की खरीदारी करने से पहले जांच परख लें. अगर सामान और कीमत पसंद आ जाता है तो व्यक्तिगत रूप से मिलकर जांच करने के बाद पेमेंट करें. पेमेंट ऑनलाइन या ऑफलाइन करें. लेकिन बेचने और खरीदने वाले एक साथ हों.

21 लाख रुपये से भी ज्यादा के रकम की हुई रिकवरी

जागरूक रहिए, सुरक्षित रहिए

वहीं उन्होंने वर्तमान में OLX पर फर्जी पुलिस/आर्मी बनकर सामान बेचने वालों के प्रति आगाह किया है और बताया है कि ये लोग विश्वास के लिए पहले अपना फर्जी कैंटीन कार्ड और आईडी कार्ड भेजते हैं. इसके बाद वीडियो कॉल करके फर्जी रूप से वर्दी पहने हुए दिखाते हैं. पूर्ण विश्वास में लेकर पार्सल कूपन व्हाट्सएप पर भेजते हैं. उसके बाद छोटी-छोटी धनराशि कोरियर चार्ज. डिलीवरी चार्ज, आर्मी एरिया चार्ज, जीएसटी के नाम पर फर्जी खाता/वॉलेट में ले लेते हैं. इसके बाद दूसरे व्यक्ति का फोन आता है और बताता है कि आपका सामान इनकम टैक्स ऑफिसर द्वारा पकड़ा गया है. जिसको छुड़ाने के लिए आपको और धनराशि जमा करनी होगी. इस तरह से विश्वास में लेकर छोटी-छोटी धनराशि करके लाखों रुपए लिए जाते हैं. इसलिए इस तरह के होने वाले फ्रॉड से जागरूक रहिए, सुरक्षित रहिए.

साल 2021 में दर्ज हुए साइबर अपराध के मामले

वहीं अगर साल 2021 में जून महीने के अंत तक वाराणसी के साइबर क्राइम थाने में दर्ज हुए मामलों की बात करें तो 49 मामले साइबर अपराध से संबंधित दर्ज हुए. जिसमें साइबर थाने की पुलिस ने कई मामलों में अबतक 21 लाख 54 हजार की रिकवरी भी कराने में सफलता पाई है.

इसे भी पढ़ें- लूट और हत्या के अभियुक्त पर लगी रासुका को हाईकोर्ट ने किया रद्द, राज्य सरकार को झटका

साल 2021 में हुई 21 लाख 54 हजार की रिकवरी

इस संबंध में बात करते हुए साइबर थाना क्षेत्राधिकारी अभिषेक कुमार पाण्डेय ने बताया कि 2021 में अबतक 49 मुकदमे साइबर क्राइम से संबंधित पंजीकृत हुए हैं. अबतक 21 लाख 54 हजार की रिकवरी हम लोगों ने बैंक से तमाम माध्यमों से वापस कराए हैं. वहीं कुल 9 मोबाइल फोन है, जो हम लोगों ने वापस कराए हैं. उन्होंने साइबर ठग द्वारा सबसे आसान तरीके से ठगी करने को लेकर कहा कि साइबर ठगों का सबसे आसान माध्यम है. कॉल करके ओटीपी वगैरह पूछकर ठगने का आता है तो वहीं फ्रॉड लिंक के माध्यम से साइबर ठग लोगों से ठगी करते हैं. वहीं सारी चीजों को ध्यान में रखकर हम लोग वर्कशॉप के माध्यम से पर्चों के माध्यम से जागरूकता अभियान चला रहे हैं और लोगों को जागरूक कर रहे हैं.

Last Updated : Jul 3, 2021, 1:18 PM IST
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