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काशी में हर्षोल्लास के साथ मनायी जा रही है राधा अष्टमी

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में श्री राधा प्राकट्य महोत्सव बहुत धूम धाम से मनाया जा रहा है. श्री राधा प्राकट्य महोत्सव अभी से शुरू होकर देर रात तक चलेगा देर शाम से सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद महा राधा-रानी का प्रसाद सबको वितरित किया जाएगा.

श्री राधा प्राकट्य महोत्सव.
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Published : Sep 6, 2019, 9:11 PM IST

वाराणसीः धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी में इन दिनों चारों तरफ धूम है. जहां एक तरफ गणपति बप्पा मोर का गूंज उठा तो, वहीं राधा रानी के जन्मोत्सव से पूरा शहर हरे कृष्ण हरे राम के कीर्तन से गूंज उठा है. माघ शुक्ल पक्ष अष्टमी के दिन दोपहर में राधा रानी का जन्म महमूरगंज स्थित महेश्वरी भवन में हरे कृष्ण हरे राम संकीर्तन सोसायटी द्वारा बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है.

श्री राधा प्राकट्य महोत्सव.

इसे भी पढ़ें- मथुरा: विश्व प्रसिध्द बरसाना मन्दिर में राधा-रानी का मनाया गया जन्मोत्सव

राधा अष्टमी के दिन ही वर्ष में एक बार श्री राधा रानी के चरण के दर्शन होते हैं. बाकी दिन राधा रानी के चरण उनके कपड़ों से ढके होते हैं. मां के जन्म के बाद लोगों ने उनके चरणों के दर्शन किए और खुद को कृतार्थ माना. सुबह श्रीमद्भागवत गीता का पाठ हुआ दोपहर में ठीक 12:00 बजे श्री राधा रानी के जीवन चरित्र भगवत गीता प्रवचन के दौरान उनके प्रकट उत्सव की शुरुआत हुई. इसके साथ ही पूरे विधि विधान से शंख ध्वनि के साथ राधा रानी का जन्म हुआ विधि विधान से पूजन किया गया और आरती उतारी गई.

इसे भी पढ़ें- मथुरा: राधा-रानी का मनाया गया जन्मोत्सव, श्रद्धालुओं ने किया जलाभिषेक

सोसाइटी के उपाध्यक्ष राघवेंद्र दास ने बताया कि यह बहुत कम ही लोग जानते हैं कि आज राधा अष्टमी है, लेकिन हम महेश्वरी भवन में राधा अष्टमी को बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं. ठीक 12:00 बजे राधा रानी का जन्म हुआ. पूरे विधि विधान से पूजन किया गया मां की भव्य आरती उतारी गई उसके साथ ही लोगों ने कीर्तन भजन कर श्रद्धा के साथ जन्म उत्सव देर रात तक चलेगा.

वाराणसीः धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी में इन दिनों चारों तरफ धूम है. जहां एक तरफ गणपति बप्पा मोर का गूंज उठा तो, वहीं राधा रानी के जन्मोत्सव से पूरा शहर हरे कृष्ण हरे राम के कीर्तन से गूंज उठा है. माघ शुक्ल पक्ष अष्टमी के दिन दोपहर में राधा रानी का जन्म महमूरगंज स्थित महेश्वरी भवन में हरे कृष्ण हरे राम संकीर्तन सोसायटी द्वारा बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है.

श्री राधा प्राकट्य महोत्सव.

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राधा अष्टमी के दिन ही वर्ष में एक बार श्री राधा रानी के चरण के दर्शन होते हैं. बाकी दिन राधा रानी के चरण उनके कपड़ों से ढके होते हैं. मां के जन्म के बाद लोगों ने उनके चरणों के दर्शन किए और खुद को कृतार्थ माना. सुबह श्रीमद्भागवत गीता का पाठ हुआ दोपहर में ठीक 12:00 बजे श्री राधा रानी के जीवन चरित्र भगवत गीता प्रवचन के दौरान उनके प्रकट उत्सव की शुरुआत हुई. इसके साथ ही पूरे विधि विधान से शंख ध्वनि के साथ राधा रानी का जन्म हुआ विधि विधान से पूजन किया गया और आरती उतारी गई.

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सोसाइटी के उपाध्यक्ष राघवेंद्र दास ने बताया कि यह बहुत कम ही लोग जानते हैं कि आज राधा अष्टमी है, लेकिन हम महेश्वरी भवन में राधा अष्टमी को बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं. ठीक 12:00 बजे राधा रानी का जन्म हुआ. पूरे विधि विधान से पूजन किया गया मां की भव्य आरती उतारी गई उसके साथ ही लोगों ने कीर्तन भजन कर श्रद्धा के साथ जन्म उत्सव देर रात तक चलेगा.

Intro:धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी में इन दिनों चारों तरफ धूम है जहां एक तरफ गणपति बप्पा मोर का गूंज उठा तो वही राधा रानी के जन्म उत्सव से पूरा शहर हरे कृष्ण हरे राम के कीर्तन से गूंज उठा है। माघ शुक्ल पक्ष अष्टमी के दिन दोपहर में राधा रानी का जन्म महमूरगंज स्थित महेश्वरी भवन में हरे कृष्ण हरे राम संकीर्तन सोसायटी द्वारा बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है।

राधा अष्टमी के दिन ही वर्ष में एक बार श्री राधा रानी के चरण के दर्शन होते हैं बाकी दिन राधा रानी के चरण उनके कपड़ों से ढके होते हैं मां के जन्म के बाद लोगों ने उनके चरणों के दर्शन किए और खुद को कृतार्थ माना।


Body:सुबह श्रीमद्भागवत गीता का पाठ हुआ दोपहर में ठीक 12:00 बजे श्री राधा रानी के जीवन चरित्र भगवत गीता प्रवचन के दौरान उनके प्रकट उत्सव की शुरुआत हुई इसके साथ ही पूरे विधि विधान से शंख ध्वनि के साथ राधा रानी का जन्म हुआ विधि विधान से पूजन किया गया आरती उतारी गई अब ही भक्तों ने हरे रामा हरे कृष्ण की धुन पर जमकर झूमे।
श्री राधा प्राकट्य महोत्सव अभी से शुरू होकर देर रात तक चलेगा देर शाम से सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे उसके बाद महा राधा रानी का प्रसाद सबको वितरण किया जाएगा।


Conclusion:राघवेंद्र दास ने बताया कि यह बहुत कम ही लोग जानते हैं कि आज राधा अष्टमी है लेकिन हम महेश्वरी भवन में राधा अष्टमी को बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं ठीक 12:00 बजे राधा रानी का जन्म हुआ। पूरे विधि विधान से पूजन किया गया मां की भव्य आरती उतारी गई उसके साथ ही लोगों ने कीर्तन भजन कर श्रद्धा के साथ जन्म उत्सव देर रात तक चलेगा।

बाईट:-- राघवेंद्र दास, सोसाइटी के उपाध्यक्ष

अशुतोष उपध्याय
9005099684
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