वाराणसीः पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में लंका थाना अंतर्गत क्षेत्र है जो छित्तूपुर, भगवानपुर, सीरगोवर्धनपुर हाईवे से शहर में आने का सबसे नजदीक का रास्ता है. पहले छित्तूपुर, भगवानपुर, सीरगोवर्धनपुर मिलाकर एक ग्राम सभा थी. इस बार यह पूरा क्षेत्र नगर निगम में चला गया है. इसी कारण, इस बार यहां पर पंचायत का चुनाव नहीं होगा. नगर निगम में आने के कारण यहां के प्रधान की पावर सीज कर दी गई है. नगर निगम का चुनाव अभी 2 साल बाद होना है इसलिए नगर निगम का कोई प्रतिनिधि नहीं है. यह क्षेत्र खुद को अनाथ मान रहा है. यहां पर सीवर, जलभराव, कूड़ा, टूटी सड़क आदी की समस्या हैं. लोगों की मानें तो यहां की जनसंख्या लगभग 30,000 है.
काशी हिंदू विश्वविद्यालय के बाएं
काशी हिंदू विश्वविद्यालय के बाएं तरफ यह क्षेत्र स्थापित है. यहां के लोग विश्वविद्यालय बनते समय विश्वविद्यालय का स्थान छोड़कर यहां आकर बस गए, तब जाकर 1360 एकड़ के विश्वविद्यालय की स्थापना हो सकी. इस क्षेत्र को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिला है और जन समस्याओं का अंबार लगा है.
संत रविदास की जन्मस्थली
वर्ष में एक बार यहां पर मेला लगता है क्योंकि यह संत रविदास की जन्म स्थली है. यही वजह है देश ही नहीं बल्कि अन्य देशों से भी लोग यहां पर आते हैं. उसी समय क्षेत्र की थोड़ी बहुत सफाई होती है. बाकी सालभर परेशानियों से ग्रसित रहता है.
ये बोले प्रतिनिधि
पूर्व प्रधान प्रतिनिधि धर्मेंद्र पटेल ने बताया कि जिन ग्रामीण क्षेत्रों का नगर निगम के अंतर्गत अधिग्रहण किया गया है, उन सारी जगह पर परेशानियों का अंबार लगा है. आप विकास भवन चले जाइए या ब्लॉक पर चले जाइए. पहले हम लोगों का काम ब्लॉक से हो जाता था. अब वहां जाने पर नगर निगम भेजा जाता है. नगर निगम के कर्मी कहते हैं कि हमारे पास अभी फाइल नहीं आई है. अभी हमारे यहां चुनाव होने में काफी समय है तो क्या जनता इसी तरह परेशान रहेगी.
परेशानियों का अंबार
स्थानीय निवासी शंभू यादव ने बताया यहां पर तो परेशानियों का अंबार लगा हुआ है. न तो प्रधान काम करते हैं, न विधायक सुनते हैं. सांसद साहब तो कई वर्ष में एक बार यहां से गुजरते हैं. शिकायत करने पर भी कोई सुनने वाला नहीं है. जो काम हैं, सब भगवान भरोसे हैं.
बचाऊ यादव ने बताया कि यहां सफाई नहीं होती है. सफाई करने वाले करते नहीं हैं और करवाने वाले करवाते नहीं हैं. हम लोगों को बहुत ही दिक्कत होती है. कूड़े का अंबार लगा हुआ है. इससे बदबू निकलती रहती है.
पुरुषोत्तम ने बताया कि कूड़े का अंबार लगा हुआ है. जब से नगर निगम हुआ है कोई कूड़ा नहीं उठा रहा है. कोई काम यहां पर नहीं हो रहा है. पानी की बहुत ज्यादा दिक्कत है. समय से पानी भी नहीं मिलता. हम लोगों को बहुत ही दिक्कत होती है.
पानी निकासी की समस्या
श्याम सुंदर ने बताया यहां पर एक और बड़ी समस्या है. पानी का निकास नहीं है जिसकी वजह से बरसात के दिनों में पूरा पानी जम जाता है.कीचड़ हर जगह फैल जाता है.न नाली है और ना ही नाला है. हर स्थान पर कूड़े लगे रहते हैं. कई बार शिकायत किया उसके बाद भी कोई काम नहीं होता है.
सड़क किनारे नहीं है नाली
विवेक यादव ने बताया हमारे यहां बहुत प्रकार की समस्या हैं. ट्रामा सेंटर से लेकर दिल्ली तक रूट पूरी तरह जर्जर हो चुका है. सड़क पर कई जगह पानी जमा हुआ है. सड़क पर नाली की कोई व्यवस्था नहीं है.
सड़क बनी गड्ढों का सहारा
सुरेंद्र यादव ने बताया हमारा क्षेत्र छित्तूपुर है. पीएम के संसदीय क्षेत्र में आता है.न्यूज़ चैनलों में देखेंगे तो बताया जाता है बहुत ही विकास हुआ है. लेकिन जो समस्या है. वह आपके सामने दिख रही है कूड़े का अंबार खराब सड़कें. सिरगोवर्धनपुर से आप जब ट्रामा सेंटर तक जाएंगे तो आपको 260 से ज्यादा गड्ढों का सामना करना पड़ेगा. उस पर इनको विशेष ध्यान देना चाहिए लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है
प्रदर्शन कर लेते हैं सहारा
दीपू यादव ने बताया हम लोग शिकायत करते करते थक गए हैं. किसी भी बात को लेकर अब हमें प्रदर्शन करना पड़ता है. सीवर जाम हो सड़कों पर कूड़ा नहीं उठ रहा है. पानी नहीं आ रहा है सब चीज के लिए हम प्रदर्शन करते हैं. तब हमारी बात कुछ दिनों के लिए सुनी जाती है. उसके बाद कोई पूछने वाला नहीं है. हाईवे से जुड़ा हुआ सिटी का सबसे नजदीकी रास्ता है. विश्व प्रसिद्ध ट्रामा सेंटर है शहर ही नहीं दूर दूर से लोग इसी रास्ते से मरीज को लेकर जाते हैं, उन्हें कितनी तकलीफ होती होगी.
अजीत ने बताया कि यह क्षेत्र नगर निगम में आ गया है. नगर निगम में कोई कार्य कराने जाइए तो उनका कहना है अभी नगर निगम में नहीं हुआ है. प्रधान के पास जाइए तो वह कहते हैं कि मेरा कार्यकाल पूरा हो चुका हम कुछ नहीं कर सकते हैं.
बबलू ने बताया परेशानी यही है यहां पर और कुछ नहीं है. समय पर कूड़ा नहीं उठता है. बदबू पूरे क्षेत्र में फैल रही है.