वाराणसी: पीएम मोदी के प्रधान सचिव पीके मिश्रा गुरुवार को वाराणसी पहुंचे. यहां काशी के दशाश्वमेध घाट पर होने वाली विश्व प्रसिद्ध मां गंगा आरती में शामिल हुए. इस दौरान सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस बीवी नागरथा, जस्टिस सुधीर कुमार जैन दिल्ली उच्च न्यायालय समेत कई बड़े अधिकारी भी गंगा आरती में शामिल हुए. यहां गंगा आरती देख सभी मंत्रमुग्ध हो गए. इसके पहले सभी वीआईपी मेहमानों ने विश्वनाथ मंदिर समेत अन्य मंदिरों में दर्शन पूजन भी किया. वहीं, वाराणसी के सब्जी अनुसंधान केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में भी पीएम मोदी के प्रधान सचिव पीके मिश्रा ने शिरकत भी की.
अतिथियों द्वारा गंगा सेवा निधि के विजिटर बुक में लिका गया कमेंट
सर्वोच्च न्यायालय न्यायमूर्ति बीवी. नागरथा ने लिखा कि गंगा आरती सर्वोच्च प्रकार का एक आध्यात्मिक अनुभव है. काशी में मां गंगा की आरती अद्भुत है. भगवान महादेव और मां गंगा हमारे महान देश भारत पर कृपा बनाए रखें.
प्रधान मंत्री के प्रधान सचिव डॉ. पीके मिश्रा ने धन्यवाद गंगा सेवा निधि लिखते हुए लिखा कि एक मनमोहक और आध्यात्मिक अनुभव . मन हमारी समृद्ध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत की ओर जाता है. प्रकृति की पूजा जो आज के विश्व की आवश्यकता है.
दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश सुधीर कुमार जैन ने लिखा कि आरती का अवलोकन एक दिव्य अनुभव है. इस धार्मिक कार्य में आना बहुत ही सौभाग्य की बात है. गंगा मां की आरती बहुत ही सुंदर और भव्य रूप से की गयी. इसके साथ ही यहां की व्यवस्था भी अति उत्तम है.
दशाश्वमेध घाट पर पहुंचे अधिकारी
बता दें कि पीएम मोदी के प्रधान सचिव वाराणसी दौरे पर आए हुए हैं. वह वाराणसी के मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा, पूर्व मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल और जिलाधिकारी एस राजलिंगम के साथ दशाश्वमेध घाट पहुंचे. यहां उन्होंने मां गंगा की आरती देख अभिभूत हो गए. इस दौरान भारत सरकार के कई बड़े अधिकारी भी वहां मौजूद रहे.
सब्जी अनुसंधान संस्थान के स्थापना दिवस में हुए शामिल
भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान 33वें स्थापना दिवस के मौके पर मुख्य अतिथि प्रधान मंत्री के प्रधान सचिव डॉ. प्रमोद कुमार मिश्रा शामिल हुए. समारोह में अन्य विशिष्ट अतिथियों के रूप में श्री देवेश चतुर्वेदी अपर मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश सरकार तथा डॉ. तिलक राज शर्मा जी उप महानिदेशक (फसल विज्ञान और बागवानी विज्ञान), आईसीएआर नई दिल्ली उपस्थित रहे. इस कार्यक्रम की शुरुआत संस्थान परिसर में हाई-टेक वेजिटेबल नर्सरी के उद्घाटन एवं वृक्षारोपण के साथ हुई. संस्थान के निदेशक डॉ. तुषार कांति बेहेरा ने अपने स्वागत संबोधन में संस्थान की अब तक की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला एवं 2047 तक सब्जी उत्पादन दोगुना करने की कार्ययोजना का विवरण दिया.
मुख्य अतिथि डॉ. प्रमोद कुमार मिश्रा ने अध्यक्षीय संबोधन में भारतीय सब्जी अनुसन्धान संस्थान के शोध कार्यों की प्रसंशा करते हुए कहा कि भारत के सब्जी उत्पादन परिदृश्य में संस्थान की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. उन्होंने बताया कि सब्जियों के माध्यम से कृषि विविधिकरण करके किसान अपनी आय बढ़ा सकते हैं.
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