ETV Bharat / state

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव पर पुलिस की पैनी नजर, खुफिया इकाई भी सतर्क

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में उम्मीदवार अपना दमखम दिखाने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. ऐसे माहौल में चुनाव को सकुशल संपन्न कराना और हिंसा, गड़बड़ियों और अन्य मामलों से पूरी तरह महफूज रखना पुलिस के लिए बड़ी जिम्मेदारी है. इसके लिए पुलिस और खुफिया इकाई ने पूरी तरह कमर कस ली है.

वाराणसी पुलिस.
वाराणसी पुलिस.
author img

By

Published : Feb 15, 2021, 9:22 AM IST

वाराणसी: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव जल्द होने वाले हैं. ऐसे में सभी गांवों में पूरी तरह चुनावी माहौल बन चुका है. इस माहौल में उम्मीदवार अपना दमखम दिखाने के लिए चुनाव का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. अब अगर गांव में जाएंगे तो गांवों में आपको ऐसे उम्मीदवारों के बैनर और पोस्टर देखने को मिल जाएंगे. इस चुनावी माहौल में अपना दमखम दिखाने और वर्चस्व को कायम रखने के लिए पूर्वांचल के बाहुबली अपने करीबियों की मदद करने में कहीं से भी पीछे नहीं रहेंगे. वहीं ऐसे माहौल में चुनाव को सकुशल संपन्न कराना और हिंसा, गड़बड़ियों और अन्य मामलों से पूरी तरह महफूज रखना पुलिस के लिए बड़ी जिम्मेदारी हो जाती है. ऐसे ग्रामीण क्षेत्रों के जो थाने हैं, वह पूरी तरह से अपने-अपने थाना अंतर्गत प्रतिद्वंदिता, जमीनी मामलों से लेकर अन्य मामलों से जुड़े लोगों पर पैनी नजर बनाए हुए हैं. खुफिया इकाई भी पूरी तरह से होने वाले पंचायत चुनाव पर पूरी नजर बनाए रखेगा.

पंचायत चुनाव पर पुलिस की पैनी नजर

पूर्वांचल के बाहुबली माने जाने वालों के करीबियों पर होंगी निगाहें
ऐसे में अगर पूर्वांचल के चंदौली, गाजीपुर और जौनपुर की बात करें तो इन सभी जगहों पर बाहुबलियों का अच्छा खासा दबदबा है. यहां अपनी साख को बरकरार रखने के लिए अपने करीबियों को जिताने के लिए चुनावी मंथन भी शुरू हो चुका है. हर कोई अपनी ओर से इस त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में अपने उम्मीदवारों को जिताने के लिए पूरी कोशिश करेगा. सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी यह साफ कर दिया है कि अपराधियों से निपटने में पुलिस थोड़ा सा भी संकोच न करें. माफियाओं पर लगातार करवाई की जा रही है. ऐसे में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में नजर रखने और निर्वाचन को कोई भी कहीं से भी प्रभावित न करे, इसके लिए पुलिस और खुफिया इकाई ने पूरी तरह कमर कस ली है.

ना घटे कोई घटना फरार है इनामी अपराध
ऐसे में इस गांव की सियासत की बिसात में कोई घटना न घटे, इसके लिए हर कदम पर पुलिस की नजरें रहेगी. हर संवेदनशीलता को पुलिस बखूबी परखेगी क्योंकि कई इनामी अपराधी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं, जो कि पूर्वांचल में खासा दबदबा रखने वाले माने जाते हैं. बता दें कि फरार इनामी अपराधियों में 1 लाख का इनामी मनीष सिंह उर्फ सोनू, 1 लाख का इनामी इंद्रदेव सिंह उर्फ बीकेडी, 50 हजार का इनामी चोलापुर का सुनील यादव, अजीम, विश्वास नेपाली जैसे कई नाम हैं, जो अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं.

संवेदनशीलता का किया गया है आंकलन
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर पुलिस की तैयारियों के संबंध में डीआईजी/एसएसपी अमित पाठक से बात की गई, उन्होंने कहा कि प्रशासन और पुलिस के द्वारा गांव में जो पूर्व विवाद रहे हैं या पूर्व की घटनाएं रही हैं, उसके आधार पर संवेदनशीलता वर्तमान में जो प्रतिद्वंदिता है, उसके दृष्टिगत संवेदनशीलता का आंकलन किया गया है. जमीन विवाद या आपसी रंजिश को ध्यान में रखते हुए प्रभावी निरोधात्मक कार्रवाई का एक अभियान चलाया गया है. जिसमें समय रहते जो एग्रेसिव पक्ष हैं, उन्हें चेतावनी दी जा सके और आने वाली घटनाओं को रोका जा सके. इस संबंध में यह कार्रवाई सभी थानों में पुलिस और प्रशासन की टीमों द्वारा संयुक्त रूप से की जा रही है.

वाराणसी: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव जल्द होने वाले हैं. ऐसे में सभी गांवों में पूरी तरह चुनावी माहौल बन चुका है. इस माहौल में उम्मीदवार अपना दमखम दिखाने के लिए चुनाव का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. अब अगर गांव में जाएंगे तो गांवों में आपको ऐसे उम्मीदवारों के बैनर और पोस्टर देखने को मिल जाएंगे. इस चुनावी माहौल में अपना दमखम दिखाने और वर्चस्व को कायम रखने के लिए पूर्वांचल के बाहुबली अपने करीबियों की मदद करने में कहीं से भी पीछे नहीं रहेंगे. वहीं ऐसे माहौल में चुनाव को सकुशल संपन्न कराना और हिंसा, गड़बड़ियों और अन्य मामलों से पूरी तरह महफूज रखना पुलिस के लिए बड़ी जिम्मेदारी हो जाती है. ऐसे ग्रामीण क्षेत्रों के जो थाने हैं, वह पूरी तरह से अपने-अपने थाना अंतर्गत प्रतिद्वंदिता, जमीनी मामलों से लेकर अन्य मामलों से जुड़े लोगों पर पैनी नजर बनाए हुए हैं. खुफिया इकाई भी पूरी तरह से होने वाले पंचायत चुनाव पर पूरी नजर बनाए रखेगा.

पंचायत चुनाव पर पुलिस की पैनी नजर

पूर्वांचल के बाहुबली माने जाने वालों के करीबियों पर होंगी निगाहें
ऐसे में अगर पूर्वांचल के चंदौली, गाजीपुर और जौनपुर की बात करें तो इन सभी जगहों पर बाहुबलियों का अच्छा खासा दबदबा है. यहां अपनी साख को बरकरार रखने के लिए अपने करीबियों को जिताने के लिए चुनावी मंथन भी शुरू हो चुका है. हर कोई अपनी ओर से इस त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में अपने उम्मीदवारों को जिताने के लिए पूरी कोशिश करेगा. सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी यह साफ कर दिया है कि अपराधियों से निपटने में पुलिस थोड़ा सा भी संकोच न करें. माफियाओं पर लगातार करवाई की जा रही है. ऐसे में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में नजर रखने और निर्वाचन को कोई भी कहीं से भी प्रभावित न करे, इसके लिए पुलिस और खुफिया इकाई ने पूरी तरह कमर कस ली है.

ना घटे कोई घटना फरार है इनामी अपराध
ऐसे में इस गांव की सियासत की बिसात में कोई घटना न घटे, इसके लिए हर कदम पर पुलिस की नजरें रहेगी. हर संवेदनशीलता को पुलिस बखूबी परखेगी क्योंकि कई इनामी अपराधी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं, जो कि पूर्वांचल में खासा दबदबा रखने वाले माने जाते हैं. बता दें कि फरार इनामी अपराधियों में 1 लाख का इनामी मनीष सिंह उर्फ सोनू, 1 लाख का इनामी इंद्रदेव सिंह उर्फ बीकेडी, 50 हजार का इनामी चोलापुर का सुनील यादव, अजीम, विश्वास नेपाली जैसे कई नाम हैं, जो अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं.

संवेदनशीलता का किया गया है आंकलन
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर पुलिस की तैयारियों के संबंध में डीआईजी/एसएसपी अमित पाठक से बात की गई, उन्होंने कहा कि प्रशासन और पुलिस के द्वारा गांव में जो पूर्व विवाद रहे हैं या पूर्व की घटनाएं रही हैं, उसके आधार पर संवेदनशीलता वर्तमान में जो प्रतिद्वंदिता है, उसके दृष्टिगत संवेदनशीलता का आंकलन किया गया है. जमीन विवाद या आपसी रंजिश को ध्यान में रखते हुए प्रभावी निरोधात्मक कार्रवाई का एक अभियान चलाया गया है. जिसमें समय रहते जो एग्रेसिव पक्ष हैं, उन्हें चेतावनी दी जा सके और आने वाली घटनाओं को रोका जा सके. इस संबंध में यह कार्रवाई सभी थानों में पुलिस और प्रशासन की टीमों द्वारा संयुक्त रूप से की जा रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.