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अपहरण कर बच्चे की हत्या करने वाला अभियुक्त गिरफ्तार - वाराणसी पुलिस

वाराणसी जिले में क्राइम ब्रांच और सारनाथ पुलिस की संयुक्त टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी. पुलिस टीम ने विशाल कुमार नाम के बच्चे का अपहरण कर हत्या करने वाले अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया. मुखबिर की सूचना पर पुलिस को यह सफलता हाथ लगी.

अपहरण कर बच्चे की हत्या करने वाला अभियुक्त गिरफ्तार
अपहरण कर बच्चे की हत्या करने वाला अभियुक्त गिरफ्तार
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Published : Feb 7, 2021, 8:01 PM IST

वाराणसी: क्राइम ब्रांच और सारनाथ पुलिस की संयुक्त टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस टीम ने विशाल कुमार नाम के बच्चे का अपहरण कर हत्या करने वाले अभियुक्त धर्मेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया. अभियुक्त के खिलाफ थाना सारनाथ पुलिस द्वारा अग्रिम कार्रवाई की जा रही है.

बता दें कि बीती 29 जनवरी को सारनाथ थाना अंतर्गत पैगम्बपुर क्षेत्र में एक नौ वर्षीय बालक विशाल कुमार पुत्र मंजय कुमार के अपने घर से अचानक गायब हो जाने के संबंध में सारनाथ थाना में मुकदमा पंजीकृत किया गया था. पुलिस द्वारा टीम गठित कर बच्चे की तलाश की जा रही थी. 31 जनवरी की सुबह बच्चे के परिजनों के घर पर एक पत्र पड़ा हुआ मिला, जिसमें बच्चे के बदले 50 हजार रुपये लेकर चौबेपुर रोड पर अकेले आने और न आने पर बच्चे को मार देने की बात लिखी गई थी. वहीं एक फरवरी को अपहृत बच्चे विशाल कुमार का शव बीएस स्कूल के पीछे स्थित एक प्लाट से बरामद हुआ.

मुखबिर की सूचना पर अभियुक्त गिरफ्तार
रविवार को क्राइम ब्रांच वाराणसी व सारनाथ थाना पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर अभियुक्त धर्मेंद्र कुमार को नक्खीघाट पुल के पास से गिरफ्तार कर लिया गय. पुलिस पूछताछ में अभियुक्त धर्मेंद्र ने बताया कि उसका मृतक बच्चे के घर पर रोजाना आना-जाना था. उसका घर भी पड़ोस में ही है. अभियुक्त धर्मेंद्र ने कुछ माह पूर्व से जुए में पैसे हार जाने के कारण कई लोगों से पैसे उधार ले रखे थे और उसने अपना मोबाइल फोन भी गिरवी रख दिया था.

कर्जा देने वाले व्यक्तियों द्वारा पैसा वापसी का दबाव बनाया जाने लगा. अभियुक्त धर्मेंद्र को लगता था कि विशाल के पिता मंजय कुमार के पास प्रधानमंत्री आवास योजना से घर बनवाने के बाद पैसे बचे हुए हैं. विशाल के घर पर उसकी बहन के शादी-ब्याह की चर्चा भी उसने सुनी थी, जिससे उसको लगता था कि मंजय के पास पैसे होंगे. इसी कारण अभियुक्त द्वारा विशाल का अपहरण कर उसके पिता से पैसे वसूलने की योजना बनाई गई.

बच्चे के बदले मांगे थे 50 हजार रुपये
वहीं अभियुक्त धर्मेंद्र 29 जनवरी को दोपहर में मंजय कुमार के घर गया. उस समय विशाल घर पर खाना खा रहा था. विशाल की मां व उसकी बड़ी बहन अपने मायके गई हुई थीं. विशाल के पिता मंजय कुमार भी घर के बाहर थे. अभियुक्त धर्मेन्द्र द्वारा विशाल को पतंग दिलाने के बहाने से बीएस स्कूल के पास जाने की बात कहकर नीचे नुक्कड़ पर बुलाया गया.

नुक्कड़ पर विशाल को अपने पीछे आने की बात कहकर अभियुक्त उसे लेकर स्कूल के पीछे प्लाट पर गया, जहां प्लाट के अन्दर झाड़ियों में ले जाकर उसने गला दबाकर विशाल की हत्या कर दी. इसके पश्चात अभियुक्त धर्मेन्द्र कुमार विशाल के परिजनों के साथ उसकी तलाश करने में जुट गया, जिससे कि उसके ऊपर किसी को शक न हो. अगले दिन शाम को उसके द्वारा एक चिट्ठी लिखकर विशाल के घर पर फेंकी गई, जिसमें लड़के के बदले 50 हजार रुपये लेकर चौबेपुर रोड पर आने व न आने पर लड़के को मार देने की बात अंकित की गई थी.

पुलिस ने समान किया बरामद
वहीं पुलिस को अभियुक्त धर्मेन्द्र की निशानदेही पर घटना के समय पहने हुए कपड़े, उसके द्वारा जो चिट्ठी लिखकर मृतक के घर पर रखी गई थी. उस कागज का दूसरा टुकड़ा, जिस पर एक बैंक का नाम व मोनोग्राम बना हुआ था और पेन बरामद किया गया. इस संबंध में थाना सारनाथ पुलिस द्वारा उक्त पत्र में अंकित हस्तलेख के मिलान के संबंध में आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है.

वाराणसी: क्राइम ब्रांच और सारनाथ पुलिस की संयुक्त टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस टीम ने विशाल कुमार नाम के बच्चे का अपहरण कर हत्या करने वाले अभियुक्त धर्मेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया. अभियुक्त के खिलाफ थाना सारनाथ पुलिस द्वारा अग्रिम कार्रवाई की जा रही है.

बता दें कि बीती 29 जनवरी को सारनाथ थाना अंतर्गत पैगम्बपुर क्षेत्र में एक नौ वर्षीय बालक विशाल कुमार पुत्र मंजय कुमार के अपने घर से अचानक गायब हो जाने के संबंध में सारनाथ थाना में मुकदमा पंजीकृत किया गया था. पुलिस द्वारा टीम गठित कर बच्चे की तलाश की जा रही थी. 31 जनवरी की सुबह बच्चे के परिजनों के घर पर एक पत्र पड़ा हुआ मिला, जिसमें बच्चे के बदले 50 हजार रुपये लेकर चौबेपुर रोड पर अकेले आने और न आने पर बच्चे को मार देने की बात लिखी गई थी. वहीं एक फरवरी को अपहृत बच्चे विशाल कुमार का शव बीएस स्कूल के पीछे स्थित एक प्लाट से बरामद हुआ.

मुखबिर की सूचना पर अभियुक्त गिरफ्तार
रविवार को क्राइम ब्रांच वाराणसी व सारनाथ थाना पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर अभियुक्त धर्मेंद्र कुमार को नक्खीघाट पुल के पास से गिरफ्तार कर लिया गय. पुलिस पूछताछ में अभियुक्त धर्मेंद्र ने बताया कि उसका मृतक बच्चे के घर पर रोजाना आना-जाना था. उसका घर भी पड़ोस में ही है. अभियुक्त धर्मेंद्र ने कुछ माह पूर्व से जुए में पैसे हार जाने के कारण कई लोगों से पैसे उधार ले रखे थे और उसने अपना मोबाइल फोन भी गिरवी रख दिया था.

कर्जा देने वाले व्यक्तियों द्वारा पैसा वापसी का दबाव बनाया जाने लगा. अभियुक्त धर्मेंद्र को लगता था कि विशाल के पिता मंजय कुमार के पास प्रधानमंत्री आवास योजना से घर बनवाने के बाद पैसे बचे हुए हैं. विशाल के घर पर उसकी बहन के शादी-ब्याह की चर्चा भी उसने सुनी थी, जिससे उसको लगता था कि मंजय के पास पैसे होंगे. इसी कारण अभियुक्त द्वारा विशाल का अपहरण कर उसके पिता से पैसे वसूलने की योजना बनाई गई.

बच्चे के बदले मांगे थे 50 हजार रुपये
वहीं अभियुक्त धर्मेंद्र 29 जनवरी को दोपहर में मंजय कुमार के घर गया. उस समय विशाल घर पर खाना खा रहा था. विशाल की मां व उसकी बड़ी बहन अपने मायके गई हुई थीं. विशाल के पिता मंजय कुमार भी घर के बाहर थे. अभियुक्त धर्मेन्द्र द्वारा विशाल को पतंग दिलाने के बहाने से बीएस स्कूल के पास जाने की बात कहकर नीचे नुक्कड़ पर बुलाया गया.

नुक्कड़ पर विशाल को अपने पीछे आने की बात कहकर अभियुक्त उसे लेकर स्कूल के पीछे प्लाट पर गया, जहां प्लाट के अन्दर झाड़ियों में ले जाकर उसने गला दबाकर विशाल की हत्या कर दी. इसके पश्चात अभियुक्त धर्मेन्द्र कुमार विशाल के परिजनों के साथ उसकी तलाश करने में जुट गया, जिससे कि उसके ऊपर किसी को शक न हो. अगले दिन शाम को उसके द्वारा एक चिट्ठी लिखकर विशाल के घर पर फेंकी गई, जिसमें लड़के के बदले 50 हजार रुपये लेकर चौबेपुर रोड पर आने व न आने पर लड़के को मार देने की बात अंकित की गई थी.

पुलिस ने समान किया बरामद
वहीं पुलिस को अभियुक्त धर्मेन्द्र की निशानदेही पर घटना के समय पहने हुए कपड़े, उसके द्वारा जो चिट्ठी लिखकर मृतक के घर पर रखी गई थी. उस कागज का दूसरा टुकड़ा, जिस पर एक बैंक का नाम व मोनोग्राम बना हुआ था और पेन बरामद किया गया. इस संबंध में थाना सारनाथ पुलिस द्वारा उक्त पत्र में अंकित हस्तलेख के मिलान के संबंध में आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है.

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