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पीयूष गोयल बोले, भारत का कपास बनेगा इंटरनेशल ब्रांड, उत्पादकों को मिलेगा सही दाम - टेक्सटाइल सम्मेलन वाराणसी 2022

कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल वाराणसी में आयोजित दो दिवसीय टेक्सटाइल सम्मेलन में पहुंचे. यहां उन्होंने प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि भारत के कपास उत्पादकों को उनके उत्पादन की सही कीमत मिले, इसके लिए सीसीआई और निजी इंडस्ट्रीज के बीच में एमओयू साइन हुआ है.

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सम्मेलन में पहुंचे केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल
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Published : Dec 15, 2022, 11:01 PM IST

प्रेस वार्ता करते केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल

वाराणसी: कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal in varanasi) गुरुवार को दीनदयाल हस्तकला संकुल बड़ा लालपुर में चल रही दो दिवसीय टेक्सटाइल सम्मेलन (textiles summit varanasi 2022) में पहुंचे, जहां उन्होंने सम्मेलन को संबोधित किया. सम्मेलन के दौरान उन्होंने वस्त्र विभाग द्वारा चलायी जा रही योजना के बारे में बताया. उन्होंने सभी से योजना में जो भी बदलाव जरूरी हो उसके बारे में भी राय ली.

मंत्री ने कहा कि पहले 100 रूपये में 15 रूपये ही लाभार्थी तक पहुंचता था पर अब 100 रूपये के जगह लाभार्थी को 200 रूपये तक लाभ पहुंचाया जा रहा. उन्होंने उद्योग जगत के लोगों से युवाओं को ट्रेनिंग देकर उद्योग से जोड़ने की बात कही.

उन्होंने से कहा कि हमारा प्रयास है कि इस उद्योग से जुड़े प्रत्येक परिवार की आय में कम से कम 1000 रूपये की बढ़ोत्तरी हो. उन्होंने कामगारों की सीधी पहुंच बाजार तक कैसे हो इस पर भी काम करने को कहा. उन्होंने कहा कि दो दिन से पूरा वस्त्र मंत्रालय काशी की इस पावन धरा पर है, आशा है सबने बाबा विश्वनाथ धाम और मां गंगा आरती देखी होगी. यहां से जाने के बाद हम दोगुने भाव से काम करेंगे. हमें रुकना नहीं है, थमना नहीं है. स्पर्धा को बढ़ाते हुए लोगों को जोड़ते जाना है. जीवन का प्रवाह मां गंगा की तरह प्रवाहमान रहे यही उम्मीद है.

शाम को केंद्रीय मंत्री ने प्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि वस्त्र मंत्रालय प्रधानमंत्री के 5 विजन को लेकर कार्य कर रहा है. यही कारण है कि भारत का वस्त्र उद्योग आज आत्मनिर्भर हो गया है. पीयूष गोयल ने कहा कि वाराणसी में आयोजित दो दिवसीय टेक्सटाइल कॉन्क्लेव में कॉटन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया और टेक्सप्रो सेल के बीच एमओयू साइन किया गया है. इसमें सीसीआई, निजी इंडस्ट्री और एक्सपोर्टर मिल कर कपास के क्षेत्र में ब्रांडिंग और सर्टिफिकेशन सहित उसकी बेहतरी के लिए अन्य काम करेंगे. इसका उद्देश्य एकमात्र यही है कि भारत में कपास का उत्पादन करने वाले किसानों को उसकी अच्छी कीमत मिले. इसके साथ ही देश के कपास को इंटरनेशनल लेवल पर बड़ा और अच्छा मार्केट मिले. इस साल फ्री ट्रेड एग्रीमेंट्स इस वर्ष दो ऑपरेशनलाइज हो जाएंगे. यूएआई से एग्रीमेंट हो चुका है और आस्ट्रेलिया के साथ 29 दिसंबर को ऑपरेशनलाइज हो जाएगा. फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के लिए अभी कई देशों से चर्चाएं चल भी रही हैं. इसका सीधा-सीधा लाभ टेक्सटाइल सेक्टर को मिलेगा.

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि इस कॉन्क्लेव से हमें दूरगामी परिणाम मिलेंगे. कॉन्क्लेव में हमारा मुख्य फोकस इसी बात पर रहा कि कैसे हम अपने टेक्सटाइल के निर्यात को कैसे दुनिया भर में बढ़ा सकें. पीयूष गोयल ने बताया कि कॉटन के क्षेत्र में सरकार और उद्योग क्षेत्र मिल कर लगातार अच्छा काम कर रहे हैं. टेक्सटाइल कॉन्क्लेव में अकेले तमिलनाडु के अलग-अलग जिलों से 75 प्रतिनिधि आए थे. इसके अलावा देश भर से टेक्सटाइल सेक्टर के 175 से ज्यादा प्रतिनिधि कॉन्क्लेव में आए थे.


यह भी पढ़ें: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल बोले- काशी और तमिलनाडु की साड़ियां पूरे देश को जोड़ती हैं

प्रेस वार्ता करते केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल

वाराणसी: कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal in varanasi) गुरुवार को दीनदयाल हस्तकला संकुल बड़ा लालपुर में चल रही दो दिवसीय टेक्सटाइल सम्मेलन (textiles summit varanasi 2022) में पहुंचे, जहां उन्होंने सम्मेलन को संबोधित किया. सम्मेलन के दौरान उन्होंने वस्त्र विभाग द्वारा चलायी जा रही योजना के बारे में बताया. उन्होंने सभी से योजना में जो भी बदलाव जरूरी हो उसके बारे में भी राय ली.

मंत्री ने कहा कि पहले 100 रूपये में 15 रूपये ही लाभार्थी तक पहुंचता था पर अब 100 रूपये के जगह लाभार्थी को 200 रूपये तक लाभ पहुंचाया जा रहा. उन्होंने उद्योग जगत के लोगों से युवाओं को ट्रेनिंग देकर उद्योग से जोड़ने की बात कही.

उन्होंने से कहा कि हमारा प्रयास है कि इस उद्योग से जुड़े प्रत्येक परिवार की आय में कम से कम 1000 रूपये की बढ़ोत्तरी हो. उन्होंने कामगारों की सीधी पहुंच बाजार तक कैसे हो इस पर भी काम करने को कहा. उन्होंने कहा कि दो दिन से पूरा वस्त्र मंत्रालय काशी की इस पावन धरा पर है, आशा है सबने बाबा विश्वनाथ धाम और मां गंगा आरती देखी होगी. यहां से जाने के बाद हम दोगुने भाव से काम करेंगे. हमें रुकना नहीं है, थमना नहीं है. स्पर्धा को बढ़ाते हुए लोगों को जोड़ते जाना है. जीवन का प्रवाह मां गंगा की तरह प्रवाहमान रहे यही उम्मीद है.

शाम को केंद्रीय मंत्री ने प्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि वस्त्र मंत्रालय प्रधानमंत्री के 5 विजन को लेकर कार्य कर रहा है. यही कारण है कि भारत का वस्त्र उद्योग आज आत्मनिर्भर हो गया है. पीयूष गोयल ने कहा कि वाराणसी में आयोजित दो दिवसीय टेक्सटाइल कॉन्क्लेव में कॉटन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया और टेक्सप्रो सेल के बीच एमओयू साइन किया गया है. इसमें सीसीआई, निजी इंडस्ट्री और एक्सपोर्टर मिल कर कपास के क्षेत्र में ब्रांडिंग और सर्टिफिकेशन सहित उसकी बेहतरी के लिए अन्य काम करेंगे. इसका उद्देश्य एकमात्र यही है कि भारत में कपास का उत्पादन करने वाले किसानों को उसकी अच्छी कीमत मिले. इसके साथ ही देश के कपास को इंटरनेशनल लेवल पर बड़ा और अच्छा मार्केट मिले. इस साल फ्री ट्रेड एग्रीमेंट्स इस वर्ष दो ऑपरेशनलाइज हो जाएंगे. यूएआई से एग्रीमेंट हो चुका है और आस्ट्रेलिया के साथ 29 दिसंबर को ऑपरेशनलाइज हो जाएगा. फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के लिए अभी कई देशों से चर्चाएं चल भी रही हैं. इसका सीधा-सीधा लाभ टेक्सटाइल सेक्टर को मिलेगा.

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि इस कॉन्क्लेव से हमें दूरगामी परिणाम मिलेंगे. कॉन्क्लेव में हमारा मुख्य फोकस इसी बात पर रहा कि कैसे हम अपने टेक्सटाइल के निर्यात को कैसे दुनिया भर में बढ़ा सकें. पीयूष गोयल ने बताया कि कॉटन के क्षेत्र में सरकार और उद्योग क्षेत्र मिल कर लगातार अच्छा काम कर रहे हैं. टेक्सटाइल कॉन्क्लेव में अकेले तमिलनाडु के अलग-अलग जिलों से 75 प्रतिनिधि आए थे. इसके अलावा देश भर से टेक्सटाइल सेक्टर के 175 से ज्यादा प्रतिनिधि कॉन्क्लेव में आए थे.


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