वाराणसी: पाकिस्तान के रास्ते विभिन्न राज्यों में आए टिड्डी दलों ने अब प्रदेश के मिर्जापुर में अपने पांव पसार लिए हैं. इससे किसानों की खेती को काफी नुकसान पहुंच रहा है. टाउन में फूल के कई खेत पूरी तरह बर्बाद हो गए और अब अन्य फसलों पर भी संकट मंडरा रहा है. ऐसे में वाराणसी में टिड्डी दलों को लेकर जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है. साथ ही पंचायत स्तर पर किसानों व लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी है. वाराणसी के अराजी लाइन ब्लॉक, काशी विद्यापीठ और सेवापुरी ब्लॉक के प्रधानों को जागरूक करने के साथ ही सतर्क रहने के लिए कहा गया है. डीएम ने समस्या को देखते हुए छिड़काव की भी व्यवस्था की है.
टिड्डी दल को खत्म करने के किए जा रहे उपाय
किसान टिड्डी दलों को पुरातन तरीके से खत्म करने का दावा कर रहे हैं. वह आय दिन देसी नुक्से अपना रहे हैं. डिड्डी दल को भगाने के लिए किसान अपने खेतों में गौ मूत्र, गोबर, मट्ठा का छिड़काव कर रहे हैं. साथ ही समय-समय पर थाली बजा रहे हैं, ताकि खेतों तक टिड्डी दल न पहुंच सके. वाराणसी के किसान प्रेम ने बताया कि हम लोगों ने अपने पूर्वजों से इसके बारे में सुना था कि गोबर, गौमूत्र और मट्ठा को मिलाकर छिड़काव करने से और थाली पीटने की ध्वनि से टिड्डी खेतों पर नहीं आते. हम उन्हीं चीजों को अपना रहे हैं.
प्रशासन ने ग्रामीण क्षेत्रों को तीन भागों में बांटा
डीएम कौशल राज शर्मा ने बताया कि प्रशासन पूरी तरह से तैयार है. इसके लिए हमने ग्रामीण क्षेत्रों को तीन भागों में बांटा गया है. प्रधानों से बात की जा रही है. हमारे पास टिड्डी दल अगर आ भी जाता है तो पर्याप्त केमिकल है. किसानों को जागरूक किया जा रहा है, सफाई कर्मी तैनात हैं. फायर ब्रिगेड के लोग तैयार हैं. वाराणसी पूरी तरीके से अलर्ट है.
झांसी में किसानों को टिड्डी दल से भारी नुकसान
अकेले झांसी जिले में ही टिड्डियों ने 100 से अधिक किसानों को काफी नुकसान पहुंचाया है. साथ ही जालौन व ललितपुर जिले भी टिड्डियों के मार से सर्वाधिक प्रभावित हैं. इन क्षेत्रों के एक हजार से अधिक किसानों के खेत में लाखों रुपये की सब्जी की फसल को टिड्डी दल साफ कर गए हैं. किसान बृजेंद्र सिंह ने बताया कि झांसी में पिछले दिनों टिड्डी दलों ने 112 खेतों पर अपना कहर बरपाया था. प्रभावित किसानों के लिए प्रशासन की ओर से 3,25,475 रुपये का मुआवजा जारी किया गया है.