वाराणसी: कानपुर के किदवई नगर इलाके की रहने वाली 66 वर्षीय मीरा कपूर के पति की फरवरी माह में हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. मीरा को उनके दोनों बच्चों ने इतना सताया और बहुओं ने इतना मारा पीटा कि वह न चाहते हुए भी अपना घर छोड़कर बनारस के घाटों और गलियों में जिंदगी काटने पर मजबूर हैं. आज अचानक से उन्हें जब गोरखपुर के सांसद रवि किशन बनारस में दिखाई दिए तो उन्होंने रवि किशन को पकड़कर अपना दर्द सुनाना शुरू कर दिया, लेकिन मदद के नाम पर मिले सिर्फ 500 रुपये.
क्या है पूरा मामला
- गोरखपुर से बीजेपी सांसद रवि किशन को अपना दुख दर्द सुना रही महिला कानपुर के किदवई नगर इलाके की रहने वाली मीरा कपूर हैं.
- मीरा बीते तीन जुलाई से बनारस में ही रह रही हैं, यहां उनका मायका हुआ करता था और यह सोचकर वह अपने बच्चों को छोड़कर यहां आईं थी.
- अपने मायके में अपनी जिंदगी गुजारने के लिये वृद्ध महिला वाराणसी आई, लेकिन विश्वनाथ कॉरिडोर में लोहरी टोला स्थित उनका मकान तोड़ दिया गया था और भाइयों ने कहीं और मकान ले लिया.
- इसके बाद वह अब घाटों और गलियों में रहकर जिंदगी गुजार रही हैं.
मेरे बेटे अनुराग कपूर और विकास कपूर ट्रांसपोर्ट का काम करते हैं. बेटे तो कुछ नहीं कहते, लेकिन बहुएं बहुत परेशान करती हैं और गालियां देती हैं. साथ ही साथ घर का काम करवाती हैं और मारपीट कर भूखे पेट रहने पर मजबूर कर देती हैं. इसी वजह से मैं अपना घर छोड़कर बनारस में आकर जिंदगी काट रही हूं. आज जब मैंने रवि किशन को देखा पता चला ये सांसद हैं, तो हमने उनसे एक वृद्ध आश्रम में रहने की व्यवस्था करवाने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने सिर्फ दिलासा देने के बाद पांच सौ का नोट निकालकर मेरे हाथ में रख दिया.
-मीरा कपूर, पीड़िता
माताजी ने हमसे मुलाकात की हमें अपना दर्द सुनाया. उनकी समस्याओं को कम करने का प्रयास करूंगा.
-रवि किशन, सांसद, बीजेपी