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सांसद रवि किशन ने वृद्धा को थमाए 500 रुपये, घर से सताई महिला ने मांगी थी मदद - उत्तर प्रदेश समाचार

उत्तर प्रदेश के बनारस में कानपुर के किदवई नगर इलाके की रहने वाली 66 साल की मीरा कपूर अपना घर छोड़कर बनारस के घाटों और गलियों में जिंदगी काटने पर मजबूर हैं, क्योंकि उनके बेटों ने उनको घर से निकाल दिया है.

सांसद रवि किशन से वृद्धा ने मांगी मदद.
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Published : Jul 13, 2019, 4:36 PM IST

वाराणसी: कानपुर के किदवई नगर इलाके की रहने वाली 66 वर्षीय मीरा कपूर के पति की फरवरी माह में हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. मीरा को उनके दोनों बच्चों ने इतना सताया और बहुओं ने इतना मारा पीटा कि वह न चाहते हुए भी अपना घर छोड़कर बनारस के घाटों और गलियों में जिंदगी काटने पर मजबूर हैं. आज अचानक से उन्हें जब गोरखपुर के सांसद रवि किशन बनारस में दिखाई दिए तो उन्होंने रवि किशन को पकड़कर अपना दर्द सुनाना शुरू कर दिया, लेकिन मदद के नाम पर मिले सिर्फ 500 रुपये.

सांसद रवि किशन से वृद्धा ने मांगी मदद.

क्या है पूरा मामला

  • गोरखपुर से बीजेपी सांसद रवि किशन को अपना दुख दर्द सुना रही महिला कानपुर के किदवई नगर इलाके की रहने वाली मीरा कपूर हैं.
  • मीरा बीते तीन जुलाई से बनारस में ही रह रही हैं, यहां उनका मायका हुआ करता था और यह सोचकर वह अपने बच्चों को छोड़कर यहां आईं थी.
  • अपने मायके में अपनी जिंदगी गुजारने के लिये वृद्ध महिला वाराणसी आई, लेकिन विश्वनाथ कॉरिडोर में लोहरी टोला स्थित उनका मकान तोड़ दिया गया था और भाइयों ने कहीं और मकान ले लिया.
  • इसके बाद वह अब घाटों और गलियों में रहकर जिंदगी गुजार रही हैं.

मेरे बेटे अनुराग कपूर और विकास कपूर ट्रांसपोर्ट का काम करते हैं. बेटे तो कुछ नहीं कहते, लेकिन बहुएं बहुत परेशान करती हैं और गालियां देती हैं. साथ ही साथ घर का काम करवाती हैं और मारपीट कर भूखे पेट रहने पर मजबूर कर देती हैं. इसी वजह से मैं अपना घर छोड़कर बनारस में आकर जिंदगी काट रही हूं. आज जब मैंने रवि किशन को देखा पता चला ये सांसद हैं, तो हमने उनसे एक वृद्ध आश्रम में रहने की व्यवस्था करवाने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने सिर्फ दिलासा देने के बाद पांच सौ का नोट निकालकर मेरे हाथ में रख दिया.
-मीरा कपूर, पीड़िता

माताजी ने हमसे मुलाकात की हमें अपना दर्द सुनाया. उनकी समस्याओं को कम करने का प्रयास करूंगा.
-रवि किशन, सांसद, बीजेपी

वाराणसी: कानपुर के किदवई नगर इलाके की रहने वाली 66 वर्षीय मीरा कपूर के पति की फरवरी माह में हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. मीरा को उनके दोनों बच्चों ने इतना सताया और बहुओं ने इतना मारा पीटा कि वह न चाहते हुए भी अपना घर छोड़कर बनारस के घाटों और गलियों में जिंदगी काटने पर मजबूर हैं. आज अचानक से उन्हें जब गोरखपुर के सांसद रवि किशन बनारस में दिखाई दिए तो उन्होंने रवि किशन को पकड़कर अपना दर्द सुनाना शुरू कर दिया, लेकिन मदद के नाम पर मिले सिर्फ 500 रुपये.

सांसद रवि किशन से वृद्धा ने मांगी मदद.

क्या है पूरा मामला

  • गोरखपुर से बीजेपी सांसद रवि किशन को अपना दुख दर्द सुना रही महिला कानपुर के किदवई नगर इलाके की रहने वाली मीरा कपूर हैं.
  • मीरा बीते तीन जुलाई से बनारस में ही रह रही हैं, यहां उनका मायका हुआ करता था और यह सोचकर वह अपने बच्चों को छोड़कर यहां आईं थी.
  • अपने मायके में अपनी जिंदगी गुजारने के लिये वृद्ध महिला वाराणसी आई, लेकिन विश्वनाथ कॉरिडोर में लोहरी टोला स्थित उनका मकान तोड़ दिया गया था और भाइयों ने कहीं और मकान ले लिया.
  • इसके बाद वह अब घाटों और गलियों में रहकर जिंदगी गुजार रही हैं.

मेरे बेटे अनुराग कपूर और विकास कपूर ट्रांसपोर्ट का काम करते हैं. बेटे तो कुछ नहीं कहते, लेकिन बहुएं बहुत परेशान करती हैं और गालियां देती हैं. साथ ही साथ घर का काम करवाती हैं और मारपीट कर भूखे पेट रहने पर मजबूर कर देती हैं. इसी वजह से मैं अपना घर छोड़कर बनारस में आकर जिंदगी काट रही हूं. आज जब मैंने रवि किशन को देखा पता चला ये सांसद हैं, तो हमने उनसे एक वृद्ध आश्रम में रहने की व्यवस्था करवाने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने सिर्फ दिलासा देने के बाद पांच सौ का नोट निकालकर मेरे हाथ में रख दिया.
-मीरा कपूर, पीड़िता

माताजी ने हमसे मुलाकात की हमें अपना दर्द सुनाया. उनकी समस्याओं को कम करने का प्रयास करूंगा.
-रवि किशन, सांसद, बीजेपी

Intro:वाराणसी: कहते हैं बेटे बुढ़ापे का सहारा होते हैं लेकिन जब बुढ़ापा आने के बाद बेटे हैं उस मां से मुंह मोड़ ले जिसने उसे 9 महीने तक अपनी कोख में पालने के बाद इस दुनिया में आने का मौका दिया पढ़ाया लिखाया अपने कलेजे को काटकर अपने कलेजे के टुकड़े को इस लायक बनाया कि वह इस जल्लाद दुनिया में जीने के लिए लायक बन सके लेकिन जब मां को जरूरत पड़े तो उन्ही बेटों की नालाइकियत और मां के प्रति गैर जिम्मेदाराना रवैया एक मां को अपने लाल से ना चाहते हुए भी दूर होने को मजबूर कर देता है और ऐसी ही एक कहानी है कानपुर के किदवई नगर इलाके की रहने वाली 66 साल की मीरा कपूर की फरवरी महीने में पति की हार्ट अटैक से मौत के बाद मीरा को उनके दोनों बच्चों ने इतना सताया बहुओं ने इतना मारा पीटा कि वह ना चाहते हुए भी अपना घर छोड़कर बनारस के घाटों और गलियों में जिंदगी काटने पर मजबूर हैं. आज अचानक से उन्हें जब गोरखपुर के सांसद रवि किशन बनारस में दिखाई दिए तो उन्होंने रवि किशन को पकड़ कर अपना दर्द सुनाना शुरू कर दिया लेकिन मदद के नाम पर मिले सिर्फ 500 रुपए.


Body:वीओ-01 गोरखपुर से बीजेपी सांसद रवि किशन को अपना दुख दर्द सुना रही है महिला कानपुर के किदवई नगर इलाके की रहने वाली मीरा कपूर हैं. मीरा बीते 3 जुलाई से बनारस में ही रह रही हैं यहां उनका मायका हुआ करता था और यह सोचकर वह अपने बच्चों को छोड़ कर आई थी कि वह अपने मायके में अपनी जिंदगी गुजार लेंगे लेकिन विश्वनाथ कॉरिडोर में लोहरी टोला स्थित उनके मायके के मकान को तोड़ दिया गया और भाइयों ने कहीं और मकान ले लिया. इसके बाद मेरा अब घाटों और गलियों में सोकर रहकर जिंदगी गुजार रही हैं. मीरा ने बताया कि उनके बेटे अनुराग कपूर और विकास कपूर का ट्रांसपोर्ट का काम है बेटे तो कुछ नहीं कहते लेकिन बहुएं इतना परेशान करती हैं कि पूछो मत बहुएं गालियां देती हैं, घर के काम करवाती हैं और मारपीट कर भूखे पेट रहने पर मजबूर कर देती हैं. जिसकी वजह से वह अपना घर छोड़कर बनारस में आकर जिंदगी काट रही है.

बाईट- मीरा कपूर, पीड़िता


Conclusion:वीओ-02 मीरा कपूर का गाना है कि आज जब उन्होंने रवि किशन को देखा पता चला यह सांसद हैं तो उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि वह उन्हें एक वृद्ध आश्रम में रहने की व्यवस्था करवा दें ताकि दो वक्त का खाना मिल सके और जिंदगी कट जाए लेकिन उन्होंने सिर्फ दिलासा देने के बाद पांच सौ का नोट निकालकर उनके हाथ में रख दिया. वहीं सांसद रवि किशन का कहना था की माताजी ने उनसे मुलाकात की उनको अपना दर्द सुनाया बच्चों किसत आई है उनकी समस्याओं को कम करने का प्रयास करूंगा.

बाईट- रविकिशन, सांसद बीजेपी

गोपाल मिश्र

9839809074
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