मेरठ: जिलाधिकारी के. बालाजी ने मंगलवार को नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र राजेंद्र नगर का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने वहां दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की. जिलाधिकारी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम होम आइसोलेशन में रखे गए व्यक्तियों के बराबर संपर्क में रहे. अगर उनमें लक्षण परिलक्षित होते हैं तो उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया जाए.
जिलाधिकारी के. बालाजी ने स्वास्थ्य कर्मियों से कोरोना महामारी की जांच के लिए किये जाने वाले एंटीजन और आरटी पीसीआर टेस्ट की स्थिति की जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने कान्टेक्ट ट्रेसिंग, एक्टिव केस सर्च, कंटेनमेंट जोन, सर्विलांस आदि की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के सभी चिकित्सक और स्टाफ पूरी गंभीरता से माइक्रो प्लाॅन बनाकर कार्य करें.
उन्होंने कहा कि कोरोना मरीज मिलने पर एक्टिव केस सर्च को पूरी गंभीरता से किया जाये ताकि कोई मरीज न छूटे. वर्तमान में नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र राजेंद्र नगर क्षेत्र में 33 कोरोना एक्टिव मरीज होम आइसोलेशन में हैं. डीएम ने कहा कि इन सभी से बराबर संपर्क में रहें. उन्होंने कहा कि इस बात का ध्यान रखा जाए कि होम आइसोलेशन में रखे गए मरीजों को डायबिटीज और अन्य कोई गंभीर बीमारी न हो.
लैब टेक्नीशियन की मांग
जिलाधिकारी के. बालाजी ने नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों से पूछा कि अगर उन्हें प्रशासनिक स्तर से किसी भी प्रकार की मदद की आवश्यकता है तो बताएं. इस पर स्वास्थ्य केंद्र की एमओआईसी ने लैब टेक्नीशियन उपलब्ध कराने की मांग की. जिस पर उन्होंने लैब टेक्नीशियन जल्द उपलब्ध कराने के लिए कहा. उन्होंने वहां स्टाफ की उपलब्धता की भी जानकारी ली. निरीक्षण के दौरान सीएमओ डॉ. राजकुमार, एसीएमओ पूजा शर्मा, एमओआईसी डॉ. रिचा गुप्ता आदि मौजूद रहे.