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Varanasi News : काशी नगरी में पहुंचे ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती

परमाराध्य परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज दो दिवसीय प्रवास के लिए बुधवार को काशी पहुंचे. असी घाट पर संतों और भक्तों की भारी भीड़ ने पूज्य महाराज का स्वागत किया.

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Published : May 11, 2023, 7:44 AM IST

वाराणसी : धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी में बुधवार शाम परमाराध्य परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज दो दिवसीय प्रवास हेतु काशी पधारे. उक्त जानकारी देते हुए शंकराचार्य महाराज के प्रेस प्रभारी सजंय पाण्डेय ने बताया कि शंकराचार्य महाराज विमान से विलासपुर से चलकर प्रयागराज पहुंचे, वहां से सड़क मार्ग से चलकर असी घाट पर पहुंचे. असी घाट पर संतों और भक्तों की भारी भीड़ ने शंख बजा कर व जयकारे लगाकर पूज्य महाराज का स्वागत किया.


असी घाट से जलमार्ग से केदारघाट के पहले शंकराचार्य घाट स्थित श्रीविद्यामठ पहुंचे. महाराजश्री ने श्रीविद्यामठ पहुंचकर भक्तों को दर्शन व आशीष प्रदान किया. इस मौके पर संतों, भक्तों व वैदिक आचार्यों द्वारा पूज्य महाराजश्री के चरणपादुका का पूजन किया गया. अपने दो दिवसीय प्रवास के दौरान पूज्य महाराजश्री विभिन्न धार्मिक व मांगलिक अनुष्ठानों में सम्मलित होंगे. साथ ही काशीवासियों व भक्तों को दर्शन और आध्यात्मिक मार्गदर्शन प्रदान करेंगे.

पूज्य महाराजश्री के स्वागत व वंदन में कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सर्वश्री पूर्णम्बा दीदी जी, शारदम्बा दीदी जी, गिरीश चन्द्र तिवारी, कीर्ति हजारी शुक्ला, सौरभ हजारी शुक्ला, सुनील शुक्ला, रमेश उपाध्याय, सतीश अग्रहरी, यतींद्र चतुर्वेदी, अनुराग दुबे, अमित तिवारी, सत्य प्रकाश श्रीवास्तव, किशन जायसवाल, अजय सिंह, रविन्द्र मिश्रा, शिवाकांत मिश्रा, रामचन्द्र सिंह, लता पाण्डेय आदि लोग प्रमुख रूप से शामिल थे.

बता दें, शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में प्रेस कांफ्रेंस में बड़ा बयान दिया था. शंकराचार्य ने छत्तीसगढ़ में धार्मिक विवाद और अशांति को लेकर सरकार को सजग रहने की सलाह दी है. शंकराचार्य ने पत्रकारों के सवालों का जवाब में कहा कि देश में अशांति का वातावरण रोहिंग्या और बांग्लादेशी शरणार्थियों के कारण बन रहा है. वो यहां पर आकर जमीन खरीद रहे हैं, घर बना रहे हैं और आग लगाने का काम कर रहे हैं. इसके कारण देश में अशांति पनप रही है. सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए. शंकराचार्य ने कहा कि भारत देश के मुसलमान लंबे समय से हमारे साथ है. यहां के मुसलमानों को हमारी परंपरा मालूम है, लेकिन बाहर से आए हुए शरणार्थी के कारण देश मे अशांति फैल रही है. जिससे देश का माहौल बिगड़ रहा है.


यह भी पढ़ें : up municipal election 2023: दूसरे चरण का मतदान आज, इन जिलों में होगी वोटिंग

वाराणसी : धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी में बुधवार शाम परमाराध्य परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज दो दिवसीय प्रवास हेतु काशी पधारे. उक्त जानकारी देते हुए शंकराचार्य महाराज के प्रेस प्रभारी सजंय पाण्डेय ने बताया कि शंकराचार्य महाराज विमान से विलासपुर से चलकर प्रयागराज पहुंचे, वहां से सड़क मार्ग से चलकर असी घाट पर पहुंचे. असी घाट पर संतों और भक्तों की भारी भीड़ ने शंख बजा कर व जयकारे लगाकर पूज्य महाराज का स्वागत किया.


असी घाट से जलमार्ग से केदारघाट के पहले शंकराचार्य घाट स्थित श्रीविद्यामठ पहुंचे. महाराजश्री ने श्रीविद्यामठ पहुंचकर भक्तों को दर्शन व आशीष प्रदान किया. इस मौके पर संतों, भक्तों व वैदिक आचार्यों द्वारा पूज्य महाराजश्री के चरणपादुका का पूजन किया गया. अपने दो दिवसीय प्रवास के दौरान पूज्य महाराजश्री विभिन्न धार्मिक व मांगलिक अनुष्ठानों में सम्मलित होंगे. साथ ही काशीवासियों व भक्तों को दर्शन और आध्यात्मिक मार्गदर्शन प्रदान करेंगे.

पूज्य महाराजश्री के स्वागत व वंदन में कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सर्वश्री पूर्णम्बा दीदी जी, शारदम्बा दीदी जी, गिरीश चन्द्र तिवारी, कीर्ति हजारी शुक्ला, सौरभ हजारी शुक्ला, सुनील शुक्ला, रमेश उपाध्याय, सतीश अग्रहरी, यतींद्र चतुर्वेदी, अनुराग दुबे, अमित तिवारी, सत्य प्रकाश श्रीवास्तव, किशन जायसवाल, अजय सिंह, रविन्द्र मिश्रा, शिवाकांत मिश्रा, रामचन्द्र सिंह, लता पाण्डेय आदि लोग प्रमुख रूप से शामिल थे.

बता दें, शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में प्रेस कांफ्रेंस में बड़ा बयान दिया था. शंकराचार्य ने छत्तीसगढ़ में धार्मिक विवाद और अशांति को लेकर सरकार को सजग रहने की सलाह दी है. शंकराचार्य ने पत्रकारों के सवालों का जवाब में कहा कि देश में अशांति का वातावरण रोहिंग्या और बांग्लादेशी शरणार्थियों के कारण बन रहा है. वो यहां पर आकर जमीन खरीद रहे हैं, घर बना रहे हैं और आग लगाने का काम कर रहे हैं. इसके कारण देश में अशांति पनप रही है. सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए. शंकराचार्य ने कहा कि भारत देश के मुसलमान लंबे समय से हमारे साथ है. यहां के मुसलमानों को हमारी परंपरा मालूम है, लेकिन बाहर से आए हुए शरणार्थी के कारण देश मे अशांति फैल रही है. जिससे देश का माहौल बिगड़ रहा है.


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