वाराणसीः काशी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अब यहां की टूरिज्म सर्किट से जल्द ही जौनपुर के टूरिज्म स्पॉट को जोड़ा जाएगा. इसके लिए टूरिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने जौनपुर के प्रशासनिक अफसरों के साथ बैठक कर वाराणसी से जौनपुर के टूरिस्ट स्पॉट कनेक्ट होने पर अपनी सहमति जताई है.
TWA के साथ जौनपुर के प्रशासनिक अधिकारियों ने की बैठक
कोरोना महामारी की दूसरी लहर में पूरी तरह से ठप हो चुके टूरिज्म इंडस्ट्री को गति देने के लिए जौनपुर के प्रशासनिक अफसरों ने टीडब्ल्यूए पदाधिकारियों को बैठक के लिए आमंत्रित था. जहां बैठक की अध्यक्षता करते हुए जौनपुर के मुख्य विकास अधिकारी अनूपम शुक्ला ने कहा कि जौनपुर में पर्यटकों के आकर्षण के लिए कई प्राचीन और मध्यकालीन विशिष्ट ऐतिहासिक धरोहर मौजूद है. जिसमें महर्षि यदाग्नि का आश्रम, शाही किला, शाही पुल, अटाला मस्जिद, चौकिया माता मंदिर, शहीद स्मारक और अन्य स्थान हैं, जिसे धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ ईकोटूरिज्म के लिए भी प्रशासन की योजना है. उन्होंने कहा कि अभी जरूरत है यहां के पर्यटक स्थल वाराणसी के टूरिस्ट प्लॉन से जुड़ें और काशी में आने वाले पर्यटक जौनपुर भी आएं.
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इसको लेकर टीडब्ल्यूए के अध्यक्ष राहुल ने कहा कि हमारा प्रयास है कि वाराणसी के आसपास अन्य जिलों के पर्यटक स्थल को वाराणसी पर्यटन से जोड़ा जाए, ताकि वाराणसी में उनका टूरिस्ट का ठहराव बढ़ सके. इस प्रक्रिया से वाराणसी के साथ-साथ आसपास के जिलों में भी टूरिज्म सेक्टर को बढ़ावा मिलेगा.
पर्यटन से जुड़ेंगे कई जिले
बैठक में ये निर्णय लिया गया कि जौनपुर के सभी पर्यटक स्थलों की फोटो को उपलब्ध कराकर के वाराणसी में ट्रेवल एजेंट के द्वारा उनका प्रचार-प्रसार किया जाएगा. इसके साथ ही पूर्वांचल के सोनभद्र, मिर्जापुर समेत अन्य जिलों को भी बनारस के टूरिस्ट सर्किट से जोड़ा जाएगा. जिससे पर्यटन और बढ़ सके.