वाराणसी: बनारस में फूड स्ट्रीट डेवलपमेंट (Food Street Development) का कार्य प्रगति पर है. साथ ही साथ स्ट्रीट वेंडर्स (Street Vendors) की ट्रेनिंग भी कराई जा रही है. जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने मंगलवार को एक होटल के सभागार में स्ट्रीट फूड वेंडर के fostac ट्रेनिंग प्रोग्राम का उद्घाटन किया. इसके अंतर्गत 1000 स्ट्रीट फूड वेंडर को फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (fssai) के मानकों पर प्रशिक्षित किया जाएगा.
डीएम ने मौके पर उपस्थित ट्रेनिंग प्राप्त करने वाले वेंडर्स को संबोधित करते हुए कहा कि खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के साथ जो ट्रेनिंग कराई जा रही है इसका बहुत महत्व है. उन्होंने सफल वेंडर बनने के लिए छोटी-छोटी चीजों को ध्यान देकर अपने उत्पाद को बेहतर तरीके से बेचने और आगे बढ़ने के गुर बताए.
ग्राहकों से अच्छा व्यवहार, साफ सफाई रखने, खाद्य पदार्थों को सफाई से तैयार करने और सर्व करने आदि पर विशेष ध्यान देने और अपने व्यवहार में लाने पर जोर दिया. भारत का एक मात्र शहर है, जहां देश के कोने-कोने से धार्मिक श्रद्धालु, दुनिया के हर देश के पर्यटक यहां आते हैं. ऐसे में अपनी विशिष्ट खाद्य सामग्री को बेहतर तरीके से परोस कर आप अपनी आय को बढ़ा सकेंगे.
यह भी पढ़ें: इस बार देव दीपावली पर बदलेगा महा गंगा आरती का इतिहास, बेटियां करेंगी देवताओं का धरती पर आह्वान
डीएम ने कहा कि गोदौलिया-दशाश्वमेध मार्ग, सिगरा-रथयात्रा मार्ग, रुद्राक्ष मार्ग आदि मार्गों को ईट वेल स्ट्रीट के रूप में विकसित किया जाएगा. प्रधानमंत्री द्वारा एक मोमोज बेचने वाले वेंडर से की गई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की याद दिलाते हुए रामनगर की लस्सी और कुछ मशहूर दुकानों की तरफ इशारा करते हुए कहा कि ये लोग क्यों मशहूर हुए, लोग यहां पर जाकर खाना क्यूं पसंद करते हैं. उन्होंने कहा कि बनारस शहर को एक हेल्दी फूड सिटी के रूप में विकसित किया जाना चाहिए.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप