वाराणसी: देवाधिदेव महादेव श्री काशी विश्वनाथ के मंदिर में 13 तारीख को होने वाले आयोजन को लेकर तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं. अब विश्वनाथ धाम को सजाने का काम चल रहा है. इस पूरे धाम की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि 13 तारीख को पीएम मोदी की मौजूदगी यहां पर रहने के साथ ही लगभग साढ़े 3 हजार वीआईपी भी यहां मौजूद रहेंगे. जिनमें कई राज्यों के मुख्यमंत्री कई बड़े संत और कई विशिष्ट जनों का यहां पर आगमन होगा. इसे लेकर फुलप्रूफ सुरक्षा का प्लान तो तैयार किया ही गया है. इसके अलावा हमेशा के लिए विश्वनाथ धाम की सिक्योरिटी को ऐसा बनाया गया है, जहां परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा.
2 जोन 10 सेक्टर में बांटा पूरा विश्वनाथ धाम
विश्वनाथ धाम की पूरी सुरक्षा को लेकर एक हाई पावर कमेटी का गठन किया गया है. यह कमेटी विश्वनाथ धाम की सुरक्षा के लिए समय-समय पर बैठक करती रहेगी और पूरी सुरक्षा व्यवस्था का प्लान अपने हिसाब से अपडेट करती रहेगी. सुरक्षा की दृष्टि से विश्वनाथ धाम को दो जोन में बांटा गया है. जिसमें हर जोन के अंदर 10 सेक्टर मौजूद रहेंगे. सिक्योरिटी के लिए इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है. यह कंट्रोल रूम हाईटेक सुविधाओं से लैस रहेगा. जहां पर लगभग पूरे परिसर के अंदर लगाए गए डेढ़ हजार से ज्यादा कैमरों की निगरानी की जाएगी. सिक्योरिटी स्कीम के कई पहलुओं को लेकर अलग-अलग प्लान तैयार किया गया है. इसके अतिरिक्त यात्रियों की सुविधा के लिए अलग-अलग स्थानों पर पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम लगाया जा रहा है, जो सीधे कंट्रोल रूम से कनेक्ट रहेगा और हर जानकारियां और यात्रियों की सुविधाओं के लिए अनाउंसमेंट इसके जरिए जारी रहेगी.
पुलिसकर्मियों को मुहैया कराया गया स्मार्ट आईडी कार्ड
इसके अलावा यहां पीएसी के 21 ड्यूटी पॉइंट निर्धारित किए गए हैं. हर पॉइंट पर एक सेक्शन हथियारबंद टुकड़ी की तैनाती रहेगी और आउटर कॉर्डन सुरक्षित रहेगा. ड्यूटी के लिए पीएसी के कंपनी कमांडर भी यहां उपलब्ध रहेंगे. यहां 8 घंटे की 3 शिफ्ट में कर्मचारियों को तैनात किया जा रहा है. 102 पॉइंट पर सिविल पुलिस कर्मियों की तैनाती की जाएगी और सभी को स्मार्ट आईडी कार्ड मुहैया कराया जाएगा. निर्धारित कार्ड को स्कैन करने के बाद किसी भी व्यक्ति को प्रवेश दिया जा सकेगा, जिसकी ड्यूटी यहां पर लगाई गई है. ड्यूटी पॉइंट पर तैनात कर्मी की निगरानी के लिए सेक्टर ऑफिसर और उनके ऊपर जोनल ऑफिसर की नियुक्ति की जा रही है. किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए क्यूआरटी मुस्तैद रहेगी ही साथ ही साथ आतंकवादी गतिविधियों की निगरानी के लिए एटीएस के कमांडोज भी यहां पर तैनात किए जाएंगे. प्रत्येक ड्यूटी पॉइंट के स्टैंडिंग ऑर्डर बनाए जा रहे हैं.
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छतों पर भी तैनात रहेंगे पुलिसकर्मी
यहां आने वाले श्रद्धालुओं के साथ अच्छा व्यवहार हो और पुलिस की छवि अच्छी बनी रहे इसके लिए सभी पुलिसकर्मी जो यहां तैनात होंगे, उनको विशेष ट्रेनिंग भी दी गई है. इसके अतिरिक्त गंगा घाट जाने वाले रास्ते के अलावा चार अलग-अलग द्वार पर स्कैनर की व्यवस्था की जा रही है, स्कैनर आ भी चुके हैं. कंट्रोल रूम भी लगभग तैयार हो चुका है और जल्द ही इसके जरिए निगरानी की व्यवस्था पूरी तरह से शुरू हो जाएगी. इसके अतिरिक्त छतों पर भी हथियारबंद पुलिसकर्मियों की तैनाती रहेगी जो किसी भी स्थिति से निबटने की तैयारी में रहेंगे.
2 दिन के लिए तैनात होंगे 15,000 पुलिसकर्मी
विश्वनाथ धाम की सुरक्षा से अलग 13 और 14 दिसंबर को होने वाले कार्यक्रम को दृष्टिगत रखते हुए एसपीजी टीम ने हर कार्यक्रम स्थल को अपने कब्जे में ले लिया है. एडवांस सिक्योरिटी लाइजनिंग के जरिए पूरी सिक्योरिटी का फाइनल रिहर्सल भी कंप्लीट कर लिया गया है. पूरी सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी लगभग 15,000 से ज्यादा पुलिसकर्मियों के कंधे पर रहेगी. जिसमें उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों के अलावा पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती भी सभी कार्यक्रम स्थलों पर की जा रही है. इसके अलावा बाहरी सुरक्षा की जिम्मेदारी सिविल पुलिस के कंधों पर रहेगी, जिसमें 22 आईपीएस अफसरों को पूरी सुरक्षा की निगरानी के लिए लगाया गया है. इसके अलावा 25 एडिशनल एसपी, 60 डिप्टी एसपी, 6 कंपनी पीएसी, 4 कंपनी सेंट्रल पैरामिलेट्री फोर्स के जवानों के अलावा 400 एसआई और इंस्पेक्टर समेत 2500 पुलिसकर्मियों के अतिरिक्त 3 बटालियन एनडीआरएफ की मुस्तैदी भी पूरे कार्यक्रम स्थल पर रखी जा रही है. केवल एयरपोर्ट पर 200 पुकिसकर्मियों को तैनात किया गया है. पीएम के कार्यक्रम का फाइनल ग्रैंड फ्लीट रिहर्सल भी आज पूरा कर लिया जाएगा. कार्यक्रम स्थल से लेकर पीएम के ठहरने के लिए बरेका गेस्ट हाउस को भी एसपीजी ने अपने कब्जे में ले लिया है. इसके अलावा विश्वनाथ धाम जाने के लिए गंगा की लहरों पर प्रधानमंत्री के लिए वीवीआइपी लेन बनाई गई है. गंगा में ट्रैफिक प्लान भी लागू किया गया है, साथ ही पुष्प वर्षा पर पूरी तरह से पाबंदी लगाई गई है.
जल जमीन और आकाश से रहेगी निगरानी
गंगा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विचरण करना है, इसे दृष्टिगत रखते हुए गंगा में एनडीआरएफ की विशेष टीमों को गोताखोरों के साथ लगाया गया है. दूसरे दिन के कार्यक्रम के लिए भी भारी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है. यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए विपक्ष की तरफ से किसी तरह की कोई खुराफात न हो और विरोध प्रदर्शन के नाम पर मनमानी न हो इसके लिए बड़े नेताओं को नोटिस जारी करने के साथ ही उन्हें घरों में कैद करने की कवायद भी शुरू की जा सकती है.