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भारतीय जीवन पद्धति जीने से नहीं फैलता कोई संक्रमण: डॉ. वाचस्पति त्रिपाठी

देश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं. वहीं कोरोना वायरस से रोकथाम के लिए लोग एहतियात के तौर पर उपाय भी करते नजर आ रहे हैं. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने आयुर्वेदिक वैज्ञानिक डॉ. वाचस्पति त्रिपाठी से बातचीत की.

ayurvedic scientist vachaspati tripathi
डॉ. वाचस्पति त्रिपाठी.
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Published : Mar 17, 2020, 12:36 PM IST

वाराणसी: एक तरफ पूरा विश्व कोरोना संक्रमण से परेशान है तो वहीं भारतीय वैज्ञानिक डॉ. वाचस्पति त्रिपाठी का यह दावा है कि भारतीय जीवन शैली के दर्शन अलग हैं. साथ ही क्षेत्र प्रधान वाद सिद्धांत की जीवन शैली अलग है. ऐसे ही इम्यूनिटी बढ़ती रहती है.

ईटीवी भारत ने की वैज्ञानिक डॉ. वाचस्पति त्रिपाठी से बातचीत.

इसीलिए भारत में कोरोना संक्रमण या किसी भी अन्य आने वाली संक्रमण व्याधि का फैलाव क्षेत्र तीव्रता एवं गति में अवरोध हो रहा है. भारतीय आयुर्वेदिक वैज्ञानिक डॉ. वाचस्पति त्रिपाठी का यह दावा है कि हमारी जो परंपरा और जो भारतीय जीवन शैली है, अगर व्यक्ति उसके हिसाब से रहे तो किसी भी संक्रमण से ग्रसित नहीं होगा.

डॉ. वाचस्पति त्रिपाठी ने बताया कि कोरोना वायरस का प्रकोप पूरी दुनिया में है. यह लोगों को परेशान कर रहा है. हम वह वैज्ञानिक हैं, जिसने कुंभ के स्नान से उत्तपन्न संक्रमण बीमारियों की रोकथाम के लिए काम किया. लोग कोरोना संक्रमण से बचने के लिए भारतीय जीवन पद्धति को अपनाएं.

डॉ. वाचस्पति त्रिपाठी ने कहा कि मैं दुनिया को यह बताना चाहता हूं कि भारतीय जीवन शैली को अपनाकर हम ऐसे तमाम तरह की व्याधियों से बच सकते हैं. दूसरी बात यह है कि अभी शार्क देशों का सम्मेलन हुआ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उस सम्मेलन को लीड किया. इसके लिए मैं उनको धन्यवाद देता हूं. कोरोना के बढ़ते खतरे को लेकर उनकी यह पहल अच्छी थी.

इसे भी पढ़ें: वाराणसी में बोले ओमप्रकाश राजभर, कोरोना से ज्यादा खतरनाक है भाजपा

वाराणसी: एक तरफ पूरा विश्व कोरोना संक्रमण से परेशान है तो वहीं भारतीय वैज्ञानिक डॉ. वाचस्पति त्रिपाठी का यह दावा है कि भारतीय जीवन शैली के दर्शन अलग हैं. साथ ही क्षेत्र प्रधान वाद सिद्धांत की जीवन शैली अलग है. ऐसे ही इम्यूनिटी बढ़ती रहती है.

ईटीवी भारत ने की वैज्ञानिक डॉ. वाचस्पति त्रिपाठी से बातचीत.

इसीलिए भारत में कोरोना संक्रमण या किसी भी अन्य आने वाली संक्रमण व्याधि का फैलाव क्षेत्र तीव्रता एवं गति में अवरोध हो रहा है. भारतीय आयुर्वेदिक वैज्ञानिक डॉ. वाचस्पति त्रिपाठी का यह दावा है कि हमारी जो परंपरा और जो भारतीय जीवन शैली है, अगर व्यक्ति उसके हिसाब से रहे तो किसी भी संक्रमण से ग्रसित नहीं होगा.

डॉ. वाचस्पति त्रिपाठी ने बताया कि कोरोना वायरस का प्रकोप पूरी दुनिया में है. यह लोगों को परेशान कर रहा है. हम वह वैज्ञानिक हैं, जिसने कुंभ के स्नान से उत्तपन्न संक्रमण बीमारियों की रोकथाम के लिए काम किया. लोग कोरोना संक्रमण से बचने के लिए भारतीय जीवन पद्धति को अपनाएं.

डॉ. वाचस्पति त्रिपाठी ने कहा कि मैं दुनिया को यह बताना चाहता हूं कि भारतीय जीवन शैली को अपनाकर हम ऐसे तमाम तरह की व्याधियों से बच सकते हैं. दूसरी बात यह है कि अभी शार्क देशों का सम्मेलन हुआ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उस सम्मेलन को लीड किया. इसके लिए मैं उनको धन्यवाद देता हूं. कोरोना के बढ़ते खतरे को लेकर उनकी यह पहल अच्छी थी.

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