वाराणसी : जिले के सेवापुरी मिर्जामुराद क्षेत्र के चक्रपानपुर गांव में सिलाई-कढ़ाई का प्रशिक्षण केंद्र खोला गया है. यह प्रशिक्षण केंद्र मनरेगा बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आशा ट्रस्ट व मनरेगा मजदूर यूनियन के द्वारा सामुदायिक भवन में खोला गया है. वहीं आशा ट्रस्ट के लोगों का कहना था कि इस गांव में एक वर्ष प्रशिक्षण देने के बाद दूसरे गांव में प्रशिक्षण केंद्र खोला जाएगा.
दरअसल, गरीब व मनरेगा मजदूरों की बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से ग्राम पंचायत चक्रपानपुर में सिलाई-कढ़ाई प्रशिक्षण केंद्र खोला गया है. जिसका उद्घाटन पूर्वांचल किसान यूनियन के अध्यक्ष योगीराज पटेल ने किया. इस अवसर पर ग्राम प्रधान चक्रपानपुर बिपिन सिंह, पत्रकार शैलेन्द्र सिंह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. मुख्य अतिथि योगिराज पटेल ने इस अवसर पर कहा कि लड़कियों को शिक्षित प्रशिक्षित करना बहुत आवश्यक है. क्योंकि जब एक लड़की आत्मनिर्भर बनती है तो पूरा परिवार ही उससे लाभान्वित होता है. उन्होंने कहा कि हम लोगों को सरकार के भरोसे न बैठकर खुद से अपनी आजीविका के बारे में सोचना पड़ेगा. मनरेगा मजदूर यूनियन द्वारा सिलाई केंद्र खोलना उसी दिशा में पहला कदम है.
मनरेगा मजदूर यूनियन के संयोजक सुरेश राठौर ने कहा कि हमलोग ऐसी किशोरियों के लिए काम करना चाहते हैं, जो भविष्य में अपना व अपने परिवार को चलाने के प्रति दृढ़ संकल्पित हैं. उन्होंने बताया कि यह सिलाई केंद्र एक साल के लिए खोला गया है. अगले वर्ष इसको दूसरे किसी गांव में खोला जाएगा, ताकि दूसरे गांव की लड़कियां भी स्वावलंबी बन सकें. उन्होंने बताया कि जिस तरह से बेटियों के ऊपर अत्याचार बढ़ रहा है, ये बहुत जरूरी है कि उनको आत्मनिर्भर बनाया जाए. उन्होंने कहा कि समय-समय पर हम लोग किशोरियों को आत्मरक्षा जैसे विषयों पर भी शिक्षण-प्रशिक्षण आयोजित करेंगे. जिससे ये किशोरियां शोहदों को सबक भी सीखा सकें.