वाराणसी: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर काशी हिंदू विश्वविद्यालय में आइसा और भगत सिंह छात्र मोर्चा के छात्रों ने किसानों के समर्थन में सभा की. सभा के दौरान केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. छात्रों ने अपने प्रदर्शन के दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री नरेश तोमर का पोस्टर जलाया.
कार्यकर्ताओं ने किया विरोध
बीएचयू परिसर के अंदर महिला महाविद्यालय चौराहे के पास आइसा और भगत सिंह छात्र मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने विरोध किया. इस मौके पर बीएचयू सुरक्षाकर्मियों ने किसी भी प्रकार से छात्रों को रोकने का प्रयास नहीं किया.
'मर रहे हैं किसान'
बीएचयू छात्र आशुतोष ने कहा कि किसान चांद और तारा नहीं मांग रहे हैं. सरकार जो तीन काले कानूनों द्वारा भला करना चाहती है वह न करे. सरकार को 3 महीने से ज्यादा का समय लग रहा है, इस बिल को वापस लेने में. कड़ाके की ठंड में किसान सड़कों पर मर रहे हैं. किसानों के आंदोलन को खत्म करने के लिए सरकार तरह-तरह के षड्यंत्र कर रही है. किसानों को खालिस्तानी और आतंकवादी कह रही है. इसके विरोध में हम लोगों ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का फोटो जलाया है.
भारी पुलिस बल तैनात
विरोध के दौरान आइसा कार्यकर्ता और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए. देखते ही देखते दोनों तरफ से जमकर नोकझोक शुरू हो गई. बीएचयू सुरक्षाकर्मी कुछ समझ पाते उसे पहले छात्रों के बीच झड़प शुरू हो गई. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया.
दो पक्षों में हुई नोकझोक
आइसा कार्यकर्ताओं ने किसानों के समर्थन में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का पोस्टर जलाया. इसके विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने उन्हें रैली निकालने से मना किया. इसी दौरान दोनों में जमकर नोकझोक हो गई.
लोगों के खिलाफ हो कार्रवाई
बीएचयू छात्रा साक्षी सिंह ने बताया कि आइसा एक छात्र संगठन है. जो पूर्ण रूप से वामपंथी है. इसने संवैधानिक पदों पर आसीन लोगों का अपमान किया है. देश के कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर का पोस्टर जलाया है. उसके बाद भी यह लोग नहीं रुके. इस बात से हम आहत हुए हैं. जब हमने इन्हें रोकने का प्रयास किया तो इन्होंने हम लोगों से धक्का-मुक्की की. इसके लिए हम जिला प्रशासन से मांग करते हैं कि लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो.