वाराणसी: लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सोमवार से डीजी यात्रा का ट्रायल शुरू कर दिया गया है. ट्रायल में कोई समस्या फिलहाल सामने नहीं आई है और अब नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो के अप्रूवल का इंतजार किया जा रहा है. डीजी यात्रा शुरू होने पर यात्रियों का समय भी बचेगा और एयरपोर्ट के सिक्योरिटी भी काफी मजबूत होगी. बता दें कि यह प्लान 2018 का है, जिसमें देश के पांच अलग-अलग इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर डीजे यात्रा प्रारंभ करने की घोषणा की गई थी. इस प्लान में वाराणसी के साथ कोलकाता, बैंगलोर, हैदराबाद और विजयवाड़ा एयरपोर्ट भी शामिल हैं.
इस प्लान के तहत यात्री एयरपोर्ट पर आने के बाद टर्मिनल के सेकंड एंट्री गेट पर लगाई गई थी और सेल्फ रजिस्ट्रेशन मशीन से होकर गुजरेंगे. इस मशीन के पास जाने के बाद पैसेंजर को अपनी आईडी प्रूफ के साथ संबंधित विवरण दर्ज करने के बाद अपना नाम और एड्रेस सबमिट करना होगा. इसके बाद मशीन फिंगरप्रिंट या आपके आंखों के आइरिस को स्कैन करेगी. इस प्रक्रिया के पूरे होने के बाद पैसेंजर की फोटो कैप्चर का ऑप्शन आएगा. मशीन में लगे कैमरे पैसेंजर्स की फोटो कैप्चर करेंगे और उनका डेटाबेस सुरक्षित होगा. इसके बाद बिना किसी परेशानी के पैसेंजर्स अपना समय बचा कर इस हाईटेक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर प्रवेश पा सकेंगे.
इस सिस्टम को वाराणसी एयरपोर्ट पर इंस्टॉल करने के बाद टर्मिनल भवन के सेकेंड गेट से ही इसकी शुरुआत की जाएगी. सबसे पहले यात्रियों को पहले की तरह प्रवेश दिया जाएगा. पैसेंजर की ओर से रजिस्ट्रेशन नहीं कर पाएंगे. उनको गेट से जांच करने के बाद अंदर प्रवेश दिया जाएगा. अभी एक गेट पर यह सुविधा रहेगी, लेकिन इन फ्यूचर इसको और बढ़ाने की तैयारी की गई है. इस बारे में एयरपोर्ट निदेशक आकाश दीप माथुर का कहना है कि अप्रूवल मिलने के साथ एयरपोर्ट पर यह सुविधा शुरू की जाएगी. फिलहाल इसका ट्रायल शुरू कर दिया गया है और अप्रूवल का वेट कर रहे हैं.
वाराणसी एयरपोर्ट पर शुरू हुआ डीजी यात्रा का ट्रायल, बचेगा पैसेंजर्स का समय - वाराणसी एयरपोर्ट की सिक्योरिटी मजबूत
वाराणसी एयरपोर्ट पर सोमवार से डीजी यात्रा का ट्रायल शुरू कर दिया गया है. डीजी यात्रा शुरू होने पर यात्रियों का समय भी बचेगा और एयरपोर्ट की सिक्योरिटी भी काफी मजबूत होगी.
वाराणसी: लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सोमवार से डीजी यात्रा का ट्रायल शुरू कर दिया गया है. ट्रायल में कोई समस्या फिलहाल सामने नहीं आई है और अब नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो के अप्रूवल का इंतजार किया जा रहा है. डीजी यात्रा शुरू होने पर यात्रियों का समय भी बचेगा और एयरपोर्ट के सिक्योरिटी भी काफी मजबूत होगी. बता दें कि यह प्लान 2018 का है, जिसमें देश के पांच अलग-अलग इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर डीजे यात्रा प्रारंभ करने की घोषणा की गई थी. इस प्लान में वाराणसी के साथ कोलकाता, बैंगलोर, हैदराबाद और विजयवाड़ा एयरपोर्ट भी शामिल हैं.
इस प्लान के तहत यात्री एयरपोर्ट पर आने के बाद टर्मिनल के सेकंड एंट्री गेट पर लगाई गई थी और सेल्फ रजिस्ट्रेशन मशीन से होकर गुजरेंगे. इस मशीन के पास जाने के बाद पैसेंजर को अपनी आईडी प्रूफ के साथ संबंधित विवरण दर्ज करने के बाद अपना नाम और एड्रेस सबमिट करना होगा. इसके बाद मशीन फिंगरप्रिंट या आपके आंखों के आइरिस को स्कैन करेगी. इस प्रक्रिया के पूरे होने के बाद पैसेंजर की फोटो कैप्चर का ऑप्शन आएगा. मशीन में लगे कैमरे पैसेंजर्स की फोटो कैप्चर करेंगे और उनका डेटाबेस सुरक्षित होगा. इसके बाद बिना किसी परेशानी के पैसेंजर्स अपना समय बचा कर इस हाईटेक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर प्रवेश पा सकेंगे.
इस सिस्टम को वाराणसी एयरपोर्ट पर इंस्टॉल करने के बाद टर्मिनल भवन के सेकेंड गेट से ही इसकी शुरुआत की जाएगी. सबसे पहले यात्रियों को पहले की तरह प्रवेश दिया जाएगा. पैसेंजर की ओर से रजिस्ट्रेशन नहीं कर पाएंगे. उनको गेट से जांच करने के बाद अंदर प्रवेश दिया जाएगा. अभी एक गेट पर यह सुविधा रहेगी, लेकिन इन फ्यूचर इसको और बढ़ाने की तैयारी की गई है. इस बारे में एयरपोर्ट निदेशक आकाश दीप माथुर का कहना है कि अप्रूवल मिलने के साथ एयरपोर्ट पर यह सुविधा शुरू की जाएगी. फिलहाल इसका ट्रायल शुरू कर दिया गया है और अप्रूवल का वेट कर रहे हैं.