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UP STF व नाॅरकोटिक्स टीम को मिली बड़ी सफलता, 50 लाख के सिंथेटिक ड्रग्स के साथ चार लोग गिरफ्तार

एसटीएफ और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की संयुक्त टीम ने शुक्रवार को वाराणसी के इंद्रपुरी इनक्लेव पर छापेमारी की. इस दौरान 1300 ग्राम सिंथेटिक ड्रग्स बरामद की. इसकी कीमत 50 लाख रुपये बताई जा रही है.

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Published : Aug 5, 2023, 12:21 PM IST

Updated : Aug 5, 2023, 3:50 PM IST

वाराणसी : UP STF व नाॅरकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की संयुक्त कार्रवाई ने सिंथेटिक ड्रग्स बनाकर अन्तर्राज्यीय स्तर पर मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए भंडाफोड़ किया है. टीम ने सरगना समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से लगभग 1300 ग्राम नशीला सिंथेटिक ड्रग्स, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 50 लाख रुपये व 32 बोर की अवैध पिस्टल बरामद की है. वाराणसी के शिवपुर थाना क्षेत्र इन्द्रपुरी इनक्लेव से गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम संदीप तिवारी, आनन्द तिवारी, अकरम चुन्नू खड्डे, सुशील उपाध्याय व प्रमोद यादव बताया जा रहा है.

पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार किया : अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ वाराणसी फील्ड यूनिट विनोद कुमार सिंह ने बताया कि 'मुखबिर के माध्यम से सूचना मिली कि जनपद वाराणसी के थाना शिवपुर क्षेत्र के अंतर्गत इन्द्रपुरी इनक्लेव के एक मकान में नशीला सिंथेटिक ड्रग्स तैयार कर बेचा जाता है. अन्तर्राज्यीय मादक पदार्थ तस्कर संदीप तिवारी अपने साथियों के साथ मिलकर नशीला सिंथेटिक ड्रग्स बना रहा है. इस सूचना पर एसटीएफ फील्ड इकाई वाराणसी के निरीक्षक अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गई. जिसके बाद नाॅरकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारियों से सम्पर्क कर, एसटीएफ व एनसीबी की संयुक्त टीम ने छापेमारी की. इस दौरान मुखबिर की निशानदेही पर पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया.'

50 लाख की सिंथेटिक ड्रग्स के साथ गिरफ्तार
50 लाख की सिंथेटिक ड्रग्स के साथ गिरफ्तार

गहरे नशे के लिये पार्टियों में किया जाता था सेवन : अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ वाराणसी फील्ड यूनिट विनोद कुमार सिंह ने बताया कि 'अभियुक्तों से पूछताछ में जानकारी मिली कि तैयार किया गया सिंथेटिक ड्रग्स प्रथम दृष्टया Mephedrone ड्रग्स बताया जा रहा है, जिसे आम बोलचाल की भाषा में M-CAT, White Magic, Meow Meow, Bubble के नाम से भी जाना जाता है. यह प्रतिबंधित ड्रग्स Cathinone ग्रुप से संबंधित मादक पदार्थ है, जिसका सेवन गहरे नशे के लिये पार्टियों आदि में किया जाता है. इस नशीले ड्रग्स को मादक पदार्थ तस्करों द्वारा तैयार कर अन्तर्राज्यीय स्तर पर ऊंचे दामों पर बेचा जाता है. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार संदीप तिवारी का सिंथेटिक मादक पदार्थ तैयार कर इसका कारोबार करने वाला एक अन्तर्राज्यीय गिरोह है. संदीप तिवारी केमेस्ट्री विषय से ग्रेजुएट है. वह कुछ दिनों तक फार्मा इंडस्ट्री में काम भी कर चुका है. नौकरी छोड़ने के बाद वह महाराष्ट्र के ड्रग्स तस्करों से जुड़कर मादक पदार्थों की तस्करी में संलिप्त हो गया था.'

नशीले ड्रग्स के साथ गिरफ्तार : अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ वाराणसी फील्ड यूनिट विनोद कुमार सिंह ने बताया कि 'इसे दिसम्बर 2018 में मुम्बई एंटी नाॅरकोटिस्क सेल ने 100 किग्रा फेंटाड्रिल नामक नशीले ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया था. इसमें छूटने के बाद पुनः संदीप तिवारी अपने साथियों के साथ ड्रग्स तस्करी करने लगा. इसे फिर मार्च 2023 में मादक पदार्थ तस्करी में गिरफ्तार किया गया था, जहां से लगभग तीन माह बाद जमानत पर छूट गया था. यह महाराष्ट्र का कुख्यात ड्रग्स तस्कर बना चुका था, इसके विरूद्ध महाराष्ट्र में ड्रग्स तस्करी के चार मुकदमें पंजीकृत हैं. महाराष्ट्र पुलिस के निशाने पर आने के बाद यह महाराष्ट्र छोड़कर जौनपुर के आस-पास रहने लगा तथा इसी दौरान वाराणसी के थाना शिवपुर क्षेत्रान्तर्गत इन्द्रपुरी इनक्लेव में एक मकान किराये पर लेकर यह अपने गैंग के पुराने साथी अकरम चुन्नू खड्डे, आनन्द तिवारी, सुशील उपाध्याय व प्रमोद यादव आदि के साथ मिलकर नशीला सिंथेटिक ड्रग्स बना रहा था. साथी अकरम चुन्नू खड्डे के माध्यम से मुम्बई, अहमदाबाद एवं बैंगलोर व इसके आस-पास के क्षेत्र में भेजकर बेचने लगा था, जिससे काफी लाभ कमाया था.'

यह भी पढ़ें : ज्ञानवापी परिसर में दूसरे दिन का एएसआई सर्वे जारी, तहखाने में दाखिल हुई टीम

वाराणसी : UP STF व नाॅरकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की संयुक्त कार्रवाई ने सिंथेटिक ड्रग्स बनाकर अन्तर्राज्यीय स्तर पर मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए भंडाफोड़ किया है. टीम ने सरगना समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से लगभग 1300 ग्राम नशीला सिंथेटिक ड्रग्स, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 50 लाख रुपये व 32 बोर की अवैध पिस्टल बरामद की है. वाराणसी के शिवपुर थाना क्षेत्र इन्द्रपुरी इनक्लेव से गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम संदीप तिवारी, आनन्द तिवारी, अकरम चुन्नू खड्डे, सुशील उपाध्याय व प्रमोद यादव बताया जा रहा है.

पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार किया : अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ वाराणसी फील्ड यूनिट विनोद कुमार सिंह ने बताया कि 'मुखबिर के माध्यम से सूचना मिली कि जनपद वाराणसी के थाना शिवपुर क्षेत्र के अंतर्गत इन्द्रपुरी इनक्लेव के एक मकान में नशीला सिंथेटिक ड्रग्स तैयार कर बेचा जाता है. अन्तर्राज्यीय मादक पदार्थ तस्कर संदीप तिवारी अपने साथियों के साथ मिलकर नशीला सिंथेटिक ड्रग्स बना रहा है. इस सूचना पर एसटीएफ फील्ड इकाई वाराणसी के निरीक्षक अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गई. जिसके बाद नाॅरकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारियों से सम्पर्क कर, एसटीएफ व एनसीबी की संयुक्त टीम ने छापेमारी की. इस दौरान मुखबिर की निशानदेही पर पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया.'

50 लाख की सिंथेटिक ड्रग्स के साथ गिरफ्तार
50 लाख की सिंथेटिक ड्रग्स के साथ गिरफ्तार

गहरे नशे के लिये पार्टियों में किया जाता था सेवन : अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ वाराणसी फील्ड यूनिट विनोद कुमार सिंह ने बताया कि 'अभियुक्तों से पूछताछ में जानकारी मिली कि तैयार किया गया सिंथेटिक ड्रग्स प्रथम दृष्टया Mephedrone ड्रग्स बताया जा रहा है, जिसे आम बोलचाल की भाषा में M-CAT, White Magic, Meow Meow, Bubble के नाम से भी जाना जाता है. यह प्रतिबंधित ड्रग्स Cathinone ग्रुप से संबंधित मादक पदार्थ है, जिसका सेवन गहरे नशे के लिये पार्टियों आदि में किया जाता है. इस नशीले ड्रग्स को मादक पदार्थ तस्करों द्वारा तैयार कर अन्तर्राज्यीय स्तर पर ऊंचे दामों पर बेचा जाता है. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार संदीप तिवारी का सिंथेटिक मादक पदार्थ तैयार कर इसका कारोबार करने वाला एक अन्तर्राज्यीय गिरोह है. संदीप तिवारी केमेस्ट्री विषय से ग्रेजुएट है. वह कुछ दिनों तक फार्मा इंडस्ट्री में काम भी कर चुका है. नौकरी छोड़ने के बाद वह महाराष्ट्र के ड्रग्स तस्करों से जुड़कर मादक पदार्थों की तस्करी में संलिप्त हो गया था.'

नशीले ड्रग्स के साथ गिरफ्तार : अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ वाराणसी फील्ड यूनिट विनोद कुमार सिंह ने बताया कि 'इसे दिसम्बर 2018 में मुम्बई एंटी नाॅरकोटिस्क सेल ने 100 किग्रा फेंटाड्रिल नामक नशीले ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया था. इसमें छूटने के बाद पुनः संदीप तिवारी अपने साथियों के साथ ड्रग्स तस्करी करने लगा. इसे फिर मार्च 2023 में मादक पदार्थ तस्करी में गिरफ्तार किया गया था, जहां से लगभग तीन माह बाद जमानत पर छूट गया था. यह महाराष्ट्र का कुख्यात ड्रग्स तस्कर बना चुका था, इसके विरूद्ध महाराष्ट्र में ड्रग्स तस्करी के चार मुकदमें पंजीकृत हैं. महाराष्ट्र पुलिस के निशाने पर आने के बाद यह महाराष्ट्र छोड़कर जौनपुर के आस-पास रहने लगा तथा इसी दौरान वाराणसी के थाना शिवपुर क्षेत्रान्तर्गत इन्द्रपुरी इनक्लेव में एक मकान किराये पर लेकर यह अपने गैंग के पुराने साथी अकरम चुन्नू खड्डे, आनन्द तिवारी, सुशील उपाध्याय व प्रमोद यादव आदि के साथ मिलकर नशीला सिंथेटिक ड्रग्स बना रहा था. साथी अकरम चुन्नू खड्डे के माध्यम से मुम्बई, अहमदाबाद एवं बैंगलोर व इसके आस-पास के क्षेत्र में भेजकर बेचने लगा था, जिससे काफी लाभ कमाया था.'

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Last Updated : Aug 5, 2023, 3:50 PM IST
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