वाराणसी: जिले में स्थित महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में पिछले करीब चार महीने से वेतन न मिलने से नाराज संविदा शिक्षक विगत 2 नवंबर से सत्याग्रह कर रहे हैं. विद्यापीठ के कुलपति द्वारा शिक्षकों की समस्या न सुनने से नाराज संविदा शिक्षकों ने सोमवार को विश्वविद्यालय कैंपस में भिक्षाटन किया. विश्वविद्यालय के कैंपस में शिक्षकों ने वेतन की मांग को लेकर भिक्षा मांगते हुए शांतिपूर्वक रघुपति राघव राजा राम का गीत गाकर अपना विरोध दर्ज करवाया.
कुलपति आवास पहुंचे संविदा शिक्षक
संविदा शिक्षक भिक्षा मांगते हुए कुलपति आवास पर पहुंचे, जहां उन्होंने कुलपति से मिलने के लिए वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों से गुहार लगाई. लेकिन शिक्षकों की गुहार के बाद भी कुलपति ने आवास का गेट नहीं खोला. इसके बाद मायूस होकर संविदा शिक्षक वापस लौट गए.
महामारी के दौर में नहीं मिला वेतन
वहीं शिक्षकों का कहना है कि संविदा अध्यापक (कोर फैकेल्टी) का भुगतान जुलाई माह 2020 से नहीं किया जा रहा है, जबकि राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार लगातार दिशा-निर्देश जारी करती रही है कि कोविड-19 की इस महामारी के दौर में किसी का वेतन न रोका जाए.
खाने-पीने का संकट
वहीं सत्याग्रह करने वाले शिक्षकों की मानें तो उनकी पिछले 4 महीनों से वेतन न मिलने से उनके घर में खाने-पीने का संकट आ गया है. वहीं दीपावली का पर्व भी पास आ रहा है, लेकिन अब तक विश्वविद्यालय की तरफ से शिक्षकों के मांग को नजरअंदाज किया जा रहा है. ऐसे में उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि दीपावली का पर्व वह कैसे मनाया जाए, जब उनका वेतन ही विश्वविद्यालय की तरफ से नहीं मिल रहा है.