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अस्सी घाट पर धुरंधर हास्य महोत्सव -2021 का आयोजन - धुरंधर हास्य महोत्सव 2021 का आयोजन

उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में मूर्ख दिवस की पूर्व संध्या पर धुरंधर हास्य महोत्सव का आयोजन किया गया. यह आयोजन अस्सी घाट पर किया गया.

Dhurandhar hasya mahotsav
धुरंधर हास्य महोत्सव.
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Published : Apr 2, 2021, 1:41 AM IST

वाराणसी : विश्व की अद्भुत नगरी कही जाने वाली काशी में मूर्ख दिवस की पूर्व संध्या पर अस्सी घाट पर धुरंधर हास्य महोत्सव का शुभारंभ किया गया. जैसा कि कार्यक्रम का नाम है हास्य महोत्सव, वैसे ही इसका उद्घाटन भी अनोखे तरीके से शूपर्णखा द्वारा कलयुगी दैत्य कोरोना की 10 फीट लंबी नाक और कान को काट कर किया गया.

समाज को दिया संदेश
प्रसिद्ध अस्सी घाट पर मां गंगा नदी के तट पर इस अनोखे कवि सम्मेलन को देखने के लिए लोगों की भीड़ जुट गई. अनोखे उद्घाटन से समाज में यह संदेश दिया गया कि जल्दी हम वैश्विक महामारी कोरोनावायरस से जंग जीत जाएंगे.


मिमिक्री से हुई कार्यक्रम शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत बाबा विश्वनाथ को प्रसिद्ध शिव तांडव के साथ होली खेले मसाने से हुआ. उसके बाद हास्य कार्यक्रम की प्रस्तुति की गई. चर्चित हास्य कलाकार शरीफ रंगरेज ने बॉलीवुड के सितारों की अलग-अलग नकल उतारी.

देश के विभिन्न राज्यों से आए कवि
पूर्वांचल, उत्तर प्रदेश सहित अन्य प्रदेशों से आए हास्य कवियों ने विभिन्न प्रकार के व्यंगात्मक कविता प्रस्तुत की. इन पर मौजूद लोग जमकर हंसे. हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ कवियों का उत्साह बढ़ाते रहे.

हास्य के अधिष्ठाता है भगवान शिव
डॉ. नागेश शांडिल्य ने बताया कि काशी हास्य के अधिष्ठाता देवता शिव की नगरी है. इसलिए काशी को धुरंधर हास्य प्रदान करने के लिए प्रत्येक वर्ष इसका आयोजन किया जाता है. पिछले 15 वर्षों से लगातार इस आयोजन को किया जा रहा है. इस बार इसका 16वां वर्ष है.

उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का उद्घाटन हम लोग अनोखे तरीके से करते हैं. इस बार हम लोगों ने कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए उसके नाक और कान को काटकर इसका शुभारंभ किया. 31 मार्च को देर रात्रि तक यह कार्यक्रम चलता है .

वाराणसी : विश्व की अद्भुत नगरी कही जाने वाली काशी में मूर्ख दिवस की पूर्व संध्या पर अस्सी घाट पर धुरंधर हास्य महोत्सव का शुभारंभ किया गया. जैसा कि कार्यक्रम का नाम है हास्य महोत्सव, वैसे ही इसका उद्घाटन भी अनोखे तरीके से शूपर्णखा द्वारा कलयुगी दैत्य कोरोना की 10 फीट लंबी नाक और कान को काट कर किया गया.

समाज को दिया संदेश
प्रसिद्ध अस्सी घाट पर मां गंगा नदी के तट पर इस अनोखे कवि सम्मेलन को देखने के लिए लोगों की भीड़ जुट गई. अनोखे उद्घाटन से समाज में यह संदेश दिया गया कि जल्दी हम वैश्विक महामारी कोरोनावायरस से जंग जीत जाएंगे.


मिमिक्री से हुई कार्यक्रम शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत बाबा विश्वनाथ को प्रसिद्ध शिव तांडव के साथ होली खेले मसाने से हुआ. उसके बाद हास्य कार्यक्रम की प्रस्तुति की गई. चर्चित हास्य कलाकार शरीफ रंगरेज ने बॉलीवुड के सितारों की अलग-अलग नकल उतारी.

देश के विभिन्न राज्यों से आए कवि
पूर्वांचल, उत्तर प्रदेश सहित अन्य प्रदेशों से आए हास्य कवियों ने विभिन्न प्रकार के व्यंगात्मक कविता प्रस्तुत की. इन पर मौजूद लोग जमकर हंसे. हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ कवियों का उत्साह बढ़ाते रहे.

हास्य के अधिष्ठाता है भगवान शिव
डॉ. नागेश शांडिल्य ने बताया कि काशी हास्य के अधिष्ठाता देवता शिव की नगरी है. इसलिए काशी को धुरंधर हास्य प्रदान करने के लिए प्रत्येक वर्ष इसका आयोजन किया जाता है. पिछले 15 वर्षों से लगातार इस आयोजन को किया जा रहा है. इस बार इसका 16वां वर्ष है.

उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का उद्घाटन हम लोग अनोखे तरीके से करते हैं. इस बार हम लोगों ने कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए उसके नाक और कान को काटकर इसका शुभारंभ किया. 31 मार्च को देर रात्रि तक यह कार्यक्रम चलता है .

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