वाराणसीः एक ओर जहां सरकार की ओर से टीकाकरण अभियान पर जोर दिया जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर टीकाकरण केंद्र पर तमाम लापरवाही व दुश्वारियां भी देखने को मिल रही हैं. ऐसा ही एक मामला वाराणसी (varanasi) के सीएचसी चोलापुर (cholapur) का है. यहां एक व्यक्ति ने आरोप लगाया कि टीकाकरण के दौरान उसको दूसरी डोज कोवैक्सिन की जगह कोविशील्ड लगा दी गई. पीड़ित ने जब इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से की तो मामला तूल पकड़ गया. मामले की जांच की जा रही है.
बड़ा लालपुर स्थित वीडीए कॉलोनी निवासी दिलीप श्रीवास्तव ने 24 मई को कोवैक्सिन की पहली डोज लगवाई थी. दूसरी डोज 21 जून से 5 जुलाई के बीच में लगनी थी. वह वैक्सीनेशन के लिए मंगलवार को सीएचसी पहुंचे थे. उनका आरोप है कि उन्हें मंगलवार को कोवैक्सिन की जगह कोविशील्ड की दूसरी डोज लगाई गई है.
दिलीप श्रीवास्तव का कहना है कि डोज लगने के बाद उन्हें कोविशील्ड लगने का सर्टिफिकेट दिया गया तो वह चौंक गए. उन्होंने इस पर सवाल उठाए. सीएचसी में सीसीटीवी फुटेज भी चेक कराया तो कोविशील्ड लगने की बात सामने आई. उन्होंने इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से भी की है. उच्चाधिकारियो ने जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.
इसे भी पढ़ेंः 10 लाख रुपये की मांग नहीं हुई पूरी तो पत्नी को दिया तीन तलाक
इस बाबत सीएमओ डॉक्टर वी बी सिंह ने बताया कि ऐसी सूचना मिली है कि एक व्यक्ति को दूसरी डोज कोवैक्सिन की जगह कोविशील्ड की लगा दी गई है. कई बिंदुओं को ध्यान में रखकर इसकी जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि जिसके भी द्वारा इस तरीके की लापरवाही की गई है उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
दूसरी डोज गलत लगने के स्वास्थ्य परिणामों के बारे में शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय अस्पताल के वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ. रवि सिंह ने बताया कि यदि किसी मरीज को को-वैक्सीन पहले लगी है और बाद में उसे कोविशील्ड लगती है, तो बदन में दर्द, बुखार होना, कमर में दर्द होना जैसे छोटे लक्षण दिखते हैं. उसके लिए कोई भी व्यक्ति चिकित्सक से परामर्श लेकर दवा ले सकता है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि यदि किसी व्यक्ति को पहले कोविशील्ड और बाद में कोवैक्सीन लगती है तो उसमें इस प्रकार की कोई लक्षण नहीं दिखता है.