वाराणसी: नेपाली पीएम शेर बहादुर देउबा के काशी दौरे के दौरान सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनकी अगवानी की और वो स्वयं बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचे. वहीं, 15 अलग-अलग चौराहों पर देशभर के लोक नृत्य कलाकार उनके स्वागत को नृत्य करते नजर आए. इतना ही नहीं नेपाली पीएम के स्वागत को काशी के हर चौक चौराहों को खास तरीके से सजाए जाने के साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ और नेपाली पीएम के होर्डिंग लगाए गए हैं. जिसमें पहली बार यह देखा जा रहा है कि किसी राष्ट्राध्यक्ष के समक्ष राज्य के किसी मुख्यमंत्री की तस्वीरें उतनी बड़ी साइज में लगी हो. इससे पहले भी बनारस में कई देशों के राष्ट्रध्यक्ष आ चुके हैं. जिनमें फ्रांस के राष्ट्रपति एलोन मेक्रो और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे शामिल रहे हैं.
नेपाली प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउवा के पहली बार बनारस आगमन को लेकर जहां एक तरफ काशीवासियों का उत्साह देखने को मिला तो वहीं, संस्कृति मंत्रालय की ओर से भी खास तैयारियों की गई. देशभर के अलग-अलग हिस्सों से कलाकारों को बुलाकर यहां पर आदिवासी परंपरा को जीवंत किया गया. पिछले कुछ सालों में भारत और नेपाल के रिश्ते में आई दरार को पाटने के लिए शेर बहादुर देउवा कोशिश कर रहे हैं. इसी सिलसिले में भारत व नेपाल के रिश्तों को ऊंचाई पर ले जाने की एक पहल के रूप में उनकी यात्रा देखी जा रही है.
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शेर बहादुर देउवा सबसे पहले बनारस के प्राचीन मंदिर पशुपतिनाथ जाकर दर्शन करेंगे. इसके बाद काल भैरव व काशी विश्वनाथ मंदिर जाकर बाबा भोले का आशीर्वाद लेंगे. इस बीच एक तस्वीर जो सभी के जेहन में एक सवाल पैदा कर रहा है. वह है प्रधानमंत्री देउवा के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीरें. यह तस्वीरें क्या संदेश दे रही हैं और इसके क्या मायने है. यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा. लेकिन बनारस के राजनीतिक पंडित यह कयास लगा रहे हैं कि योगी आदित्यनाथ भारत-नेपाल के बीच रिश्तों की गर्मजोशी को दिखाने के लिए तस्वीरें लगाई गई हैं.
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