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BHU के दिव्यांग छात्रों पर लगा फर्जी तरीके से स्कॉलरशिप लेने का आरोप

वाराणसी स्थित बीएचयू के दो दिव्यांग छात्रों पर विश्वविद्यालय के ही दो छात्रों ने आरोप लगाया है. आरोपों के मुताबिक दोनों छात्र एक साथ दो संस्थानों में पढ़ाई कर दोनों स्थानों से स्कॉलरशिप ले रहे हैं.

स्कॉलरशिप लेने का आरोप
स्कॉलरशिप लेने का आरोप
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Published : Apr 4, 2021, 1:45 PM IST

वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय में दो दिव्यांग छात्रों पर दो संस्थानों से फर्जी तरीके से स्कॉलरशिप लेने का आरोप लगा है. विश्वविद्यालय के ही अन्य दिव्यांग छात्रों ने यह आरोप लगाया है. इसकी लिखित शिकायत छात्रों ने की है. ट्वीटर के माध्यम से भी बीएचयू कुलपति सहित तमाम अधिकारियों को इस बारे में सूचित किया गया है.

इन पर लगा आरोप
दिव्यांग छात्र अमित त्रिपाठी और सौरभ त्रिपाठी एक साथ दो शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई कर रहे हैं. दोनों जगह पर आरक्षण का लाभ उठाकर स्कॉलरशिप ले रहे हैं. इस मामले को लेकर बीएचयू में कई दिव्यांग छात्र मुखर हो गए. उनका कहना है कि इस तरह की हरकतों से अन्य दिव्यांग छात्रों का नुकसान हो रहा है.

इसे भी पढ़ें : संपूर्णानंद विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव के लिए प्रत्याशियों ने किया नामांकन

ऐसे हुआ खुलासा
दोनों दिव्यांग छात्रों ने वर्ष 2020-21 सत्र में फर्जी तरीके से 2 शिक्षण संस्थानों में प्रवेश लिया. इस बात का खुलासा तब हुआ, जब हेल्प द ब्लाइंड फाउंडेशन संस्था स्कॉलरशिप के लिए डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन कर रही थी. तभी कुछ छात्रों ने संस्था को बताया कि अमित त्रिपाठी और सौरभ तिवारी एक साथ दो शिक्षण संस्थानों में प्रवेश लिए हुए हैं. शकुंतला मिश्रा राज्यकीय विश्वविद्यालय से राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली स्कॉलरशिप में वेरिफिकेशन कराया गया, तो मामला सामने आ गया.

इन्होंने की शिकायत
दिव्यांग छात्र संतोष कुमार त्रिपाठी ने ईटीवी भारत से ऑनलाइन बातचीत में बताया कि इस संदर्भ में शकुंतला मिश्रा यूनिवर्सिटी को एक पत्र लिखकर कुलसचिव को सचेत किया गया है. इसके साथ ही इस प्रकरण में बीएचयू के सभी छात्रों ने मिलकर एक पत्र बीएचयू कुलपति और यूजीसी को फैक्स, मेल करने के साथ ट्वीट भी किया है. उनका कहना है कि भारत की शिक्षा प्रणाली में सामाजिक न्याय के नियम का अवैध तरीके से फायदा उठाया जा रहा है. इस तरह के दुरुपयोग पर तत्काल रोक लगानी चाहिए.

वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय में दो दिव्यांग छात्रों पर दो संस्थानों से फर्जी तरीके से स्कॉलरशिप लेने का आरोप लगा है. विश्वविद्यालय के ही अन्य दिव्यांग छात्रों ने यह आरोप लगाया है. इसकी लिखित शिकायत छात्रों ने की है. ट्वीटर के माध्यम से भी बीएचयू कुलपति सहित तमाम अधिकारियों को इस बारे में सूचित किया गया है.

इन पर लगा आरोप
दिव्यांग छात्र अमित त्रिपाठी और सौरभ त्रिपाठी एक साथ दो शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई कर रहे हैं. दोनों जगह पर आरक्षण का लाभ उठाकर स्कॉलरशिप ले रहे हैं. इस मामले को लेकर बीएचयू में कई दिव्यांग छात्र मुखर हो गए. उनका कहना है कि इस तरह की हरकतों से अन्य दिव्यांग छात्रों का नुकसान हो रहा है.

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ऐसे हुआ खुलासा
दोनों दिव्यांग छात्रों ने वर्ष 2020-21 सत्र में फर्जी तरीके से 2 शिक्षण संस्थानों में प्रवेश लिया. इस बात का खुलासा तब हुआ, जब हेल्प द ब्लाइंड फाउंडेशन संस्था स्कॉलरशिप के लिए डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन कर रही थी. तभी कुछ छात्रों ने संस्था को बताया कि अमित त्रिपाठी और सौरभ तिवारी एक साथ दो शिक्षण संस्थानों में प्रवेश लिए हुए हैं. शकुंतला मिश्रा राज्यकीय विश्वविद्यालय से राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली स्कॉलरशिप में वेरिफिकेशन कराया गया, तो मामला सामने आ गया.

इन्होंने की शिकायत
दिव्यांग छात्र संतोष कुमार त्रिपाठी ने ईटीवी भारत से ऑनलाइन बातचीत में बताया कि इस संदर्भ में शकुंतला मिश्रा यूनिवर्सिटी को एक पत्र लिखकर कुलसचिव को सचेत किया गया है. इसके साथ ही इस प्रकरण में बीएचयू के सभी छात्रों ने मिलकर एक पत्र बीएचयू कुलपति और यूजीसी को फैक्स, मेल करने के साथ ट्वीट भी किया है. उनका कहना है कि भारत की शिक्षा प्रणाली में सामाजिक न्याय के नियम का अवैध तरीके से फायदा उठाया जा रहा है. इस तरह के दुरुपयोग पर तत्काल रोक लगानी चाहिए.

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