वाराणसी: दिल्ली में सीएए को लेकर हो रही हिंसा के विराध में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्रों ने बुधवार को प्रदर्शन किया. लेफ्ट विंग के छात्र संगठनों से जुड़े इन छात्रों ने बीएचयू के मधुबन कैफेटेरिया में जमा होकर केंद्र और दिल्ली सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ नारे लगाए.
हाथों में बैनर पोस्टर लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कहा कि, जिस तरह दिल्ली में 3 महीने से लगातार सीएए, एनआरसी और एनपीआर को लेकर प्रोटेस्ट हो रहा है, उसे देखकर यह लगता है कि, केंद्र सरकार इस दंगे को भड़काना चाहती है.
प्रदर्शन में शामिल बीएचयू के छात्र नीतीश कुमार ने कहा कि, पिछले 3 दिनों से दिल्ली में लगातार दंगे हो रहे हैं. यह दंगा केंद्र और राज्य सरकार द्वारा सुनियोजित ढंग से कराया जा रहा है. दिल्ली पुलिस गृह मंत्रालय के अंतर्गत आती है. आरएसएस बीजेपी के जो कार्यकर्ता हैं, जो दंगाई लोग हैं. वह लोग आम जनता के ऊपर हमला करा रहे हैं. दुकानों को तोड़ रहे हैं. यह साफ तौर में देशभर में एक नफरत की राजनीति और सांप्रदायिकता की राजनीति बढ़ाने की कोशिश की जा रही है.
छात्र नीतीश कुमार ने कहा कि, दंगों के माध्यम से बेरोजगारी, शिक्षा, अर्थव्यवस्था और अन्य मुद्दे हैं, उन्हें स्लोडाउन किया जा रहा है. अमित शाह, नरेंद्र मोदी, योगी आदित्यनाथ, मोहन भागवत फांसीवाद हैं. ये लोग हिंदू-मुस्लिम बंटवारे की राजनीति कर रहे हैं और हम इसका विरोध कर रहे हैं.
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