वाराणसी: काशी में 2019 लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में हो रहे मतदान को त्यौहार के रूप में मनाया जा रहा है. जहां प्रशासन ने मतदान केंद्रों में सहूलियत देने में कोई कमी नहीं छोड़ी है वहीं मतदाता भी अपने मत का प्रयोग करने में कोई कमी नहीं छोड़ रहे हैं. वाराणसी में एक परिवार ऐसा भी है जिसकी 5 पीढ़ियां डोल नगाडो़ं के साथ अपने मत का प्रयोग करने के लिए पोलिंग बूथ पर पहुंचीं.
पीढ़ियां डोल-नगाड़ों के साथ पोलिंग बूथ पर पहुंचीं
- वाराणसी में एक परिवार की पांच पीड़ियां एक साथ मतदान करने के लिए पोलिंग बूथ पर पहुंचीं.
- मतदाता परिवार का कहना है कि वह चुनाव को एक त्यौहार के रूप में मनाना चाहते हैं और राष्ट्रहित में मतदान करके उन्हें बेहद खुशी हो रही है.
- इस परिवार में सबसे कम उम्र की वोटर19 साल की है, तो वहीं 88 साल के सबसे बुजुर्ग मतदाता भी मौजूद थे.
- परिवार में सबसे छोटी वोटर मानसी गुजराती का कहना है कि उन्हें पहली बार वोट देकर एक जिम्मेदार नागरिक होने का एहसास हुआ.
- मानसी कहती है कि वह इस जिम्मेदारी को पूरी जिम्मेदारी से निभाना चाहती हैं और देश के लिए काफी सोच समझ कर अपने मत का प्रयोग करना चाहती है.
- इसी तरह पूरा परिवार एक साथ बनारस की सड़कों पर निकला है और मतदान ढोल नगाड़ों के साथ आगे बढ़ रहा है.
'पूरा परिवार एक साथ वोट देने से निकला है क्योंकि वह इस मतदान दिवस को एक त्यौहार के रूप में मनाना चाहता है और हम दूसरों को भी सीख देना चाहते हैं कि मतदान को पूरी ज़िम्मेदारी से निभाएं'.
- आलोक पारेख, परिवार के मुखिया