वाराणसी: राजघाट स्थित सर्व सेवा संघ परिसर में 16-20 फरवरी को उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए, युवाओं के लिए शिविर का आयोजन हुआ. इस दौरान शिविर में 50 युवा और 25 से अधिक वक्ताओं के बीच संवाद हुआ. शिविर का आयोजन सर्व सेवा संघ और युवा मोर्चा के संयोजक बजरंग सोनवणे और संयोजक रामधीरज ने किया. वहीं शिविर में मुख्य रूप से आए प्रो. दीप्ति महाराष्ट्र, प्रो. डीएम दिवाकर ने गांधी और वर्तमान अर्थव्यवस्था पर चर्चा किए.
असहयोग आंदोलन के 100 वर्ष पूरे
वाराणसी के राजघाट स्थित सर्व सेवा संघ के परिसर में असहयोग आंदोलन के 100 वर्ष पूरे होने के अवसर पर 5 दिवसीय युवा प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. ये शिविर 16-20 फरवरी तक चला. इस दौरान शनिवार को समापन प्रोग्राम में देश के विभन्न हिस्सों से लोग शामिल होने पहुंचे थे.
कार्यक्रम में रामचन्द्र राही अध्यक्ष गांधी निधि दिल्ली और अमरनाथ पूर्व अध्यक्ष सर्व सेवा संघ ने अध्यक्षता की. साथ ही जागृति राही और प्रो. दीप्ति ने महिलाओं के सवाल पर चर्चा की. उन्नाव से राकेश रफीक ने किसान आंदोलन पर चर्चा किया. वहीं चंदन पाल अध्यक्ष सर्व सेवा संघ ने शिविर का उद्घाटन किया.
गांधी के सिद्धांतों, विचारों और आजादी की लड़ाई
शिविर में मुख्य रूप से गांधी के सिद्धांतों, विचारों और आजादी की लड़ाई के विभिन्न चरणों पर चर्चा की गई. सर्व सेवा संघ परिसर में ऐसे शिविर हर महीने पूरे वर्ष भर आयोजित किए जाने हैं. असहयोग आंदोलन के 100वें वर्ष में स्वतंत्रता आंदोलन में गांधी, आचार्य विनोबा भावे, जेपी, पंडित जवाहर लाल नेहरु, भगत सिंह, अंबेडकर आदि महान नेताओं के विचारों को समझने के लिए राजघाट पर जागरूकता अभियान किया गया. वहीं 11-13 अप्रैल को महिला शांति सेना शिविर आयोजित किया जाएगा. कार्यक्रम के अंत में शिविरार्थी को पुस्तकें और सर्टिफिकेट भी दिया गया.