वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र को वैसे तो पूर्ण रूप से लॉकडाउन किया गया है मगर जिले के उन 4 हॉटस्पॉट को प्रदेश सरकार के आदेश के बाद सील कर दिया गया, जहां से कोरोना संक्रमित मरीज ज्यादा मिले हैं. इन क्षेत्रों में लोहता क्षेत्र भी शामिल है. लोहता क्षेत्र में रबी के फसलें पूरी रूप से पक कर तैयार हो चुकी हैं और छोटे किसान कटाई का इंतजार कर रहे थे, लेकिन उनका इंतजार अब लंबा होता जा रहा है.
खेतों पर खड़ी फसल बर्बाद होने की आशंका
वाराणसी को पूरी तरीके से लॉकडाउन किए जाने के बाद किसान अपनी फसलों को काटने में असमर्थ साबित हो रहे हैं. यहां किसानों का कहना है कि वह मजदूर बुलाकर फसलों को कटवाने का काम करते थे. मगर लॉकडाउन के बाद उनको मजदूर नहीं मिल रहे हैं, जिसकी वजह से फसल खेतों पर ही खड़ी हैं और गर्मी बढ़ने की वजह से अब फसलों को नुकसान होने की संभावनाएं बढ़ गई हैं.
छोटे किसानों को बड़ा घाटा
लोहता क्षेत्र में जितने भी छोटे किसान हैं, उनकी फसलें अभी खेतों में जस की तस पड़ी हुई हैं. कुछ फसलें तो ऐसी हैं जो काट कर खेतों में पड़ी हैं. उसे उठाने वाला कोई नहीं. ऐसे में अब इन छोटे खेतिहर किसानों को बड़े घाटे की आशंका हो रही है. हालांकि जिला प्रशासन ने सुविधा उपलब्ध कराने की बात भी कही है.