वाराणसी: यूजीसी द्वारा प्राप्त आदेश के बाद वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन ने स्नातक द्वितीय, तृतीय खंड तथा स्नातकोत्तर के विद्यार्थियों को बिना परीक्षा के अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया है. वाराणसी से संबंधित पांच कॉलेज के विद्यार्थियों को लाभ होगा. इस क्रम में बगैर परीक्षा के करीब 3 लाख विद्यार्थी अगले कक्षा में प्रमोट किए गए हैं.
महत्वपूर्ण तथ्य-
- यूजीसी द्वारा प्राप्त आदेश के बाद विद्यार्थियों को बिना परीक्षा के अगले क्लास में किया प्रमोट.
- 18 मार्च के पहले हुई परीक्षाओं के परिणाम के आधार पर विद्यार्थियों को दी जाएगी प्रोन्नति.
कुलसचिव साहब लाल मौर्य ने बताया कि बीए, बीकॉम, बीएससी, बीए ऑनर्स मास कम्युनिकेशन, बीएससी कृषि, बीएफए, एलएलबी, बीसीए, बीबीए, बीपीएड, बीएड के सभी प्रथम द्वितीय वर्ष के परीक्षार्थियों को अगली कक्षा में प्रोन्नत कर दिया गया है. इसी के साथ ही, पीजी स्तर के विभिन्न पाठ्यक्रमों के द्वितीय तथा तीसरे सेमेस्टर के विद्यार्थियों को प्रोन्नत किया गया है. उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा 18 मार्च के पहले हुई परीक्षाओं के अंक के आधार पर विद्यार्थियों को प्रोन्नति दी जाएगी.
यूजीसी के दिशा निर्देश के अनुसार पहले वर्ष के जो छात्र प्रमोट किए गए हैं, उनको द्वितीय वर्ष की परीक्षा के सभी विषयों में उत्तीर्ण होना अनिवार्य होगा. इसके साथ ही उनके परफॉर्मेंस के आधार पर ही जिन विषयों में परीक्षा नहीं हुई है उनका अंक दिया जाएगा. कुलसचिव ने बताया कि इन सब में यदि कोई छात्र अपने नंबर से संतुष्ट नहीं है या उत्तीर्ण नहीं हो पाता, तो वह बैक पेपर देकर इसमें संशोधन करा सकता है.
यूजीसी ने विश्वविद्यालयों को सिर्फ यूजी-पीजी अंतिम खंड की परीक्षा कराने के लिए गाइडलाइन जारी किया था. यूजीसी की गाइडलाइन पर शासन ने सभी राज्य के विश्वविद्यालयों को अंतिम वर्ष की परीक्षा को छोड़कर सभी कक्षा के विद्यार्थियों को बिना परीक्षा कराये प्रमोट करने का आदेश दिया था.