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देव दीपावली इफेक्ट : काशी के पर्यटन कारोबार को संजीवनी, इस महीने 1000 करोड़ का कारोबार होने की उम्मीद - काशी में इस महीने एक हजार करोड़ रूपये का होगा कारोबार

पीएम के संसदीय क्षेत्र में पर्यटन कारोबार को मिला बढ़ावा. देव दीपावली के त्यौहार पर 500 करोड़ का कारोबार होने की उम्मीद.

काशी के पर्यटन कारोबार को संजीवनी
काशी के पर्यटन कारोबार को संजीवनी
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Published : Nov 18, 2021, 9:58 PM IST

वाराणसी : काशी के डूबे हुए पर्यटन कारोबार को पीएम मोदी के दूरगामी सोच ने मानव पंख लगा दिया है. इसका नतीजा यह है कि सूखे की मार झेल रहा पर्यटन कारोबार उभरने लगा है. पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र काशी इस महीने 1,000 करोड़ रुपये का आंकड़ा छूने जा रहा है. पर्यटन कारोबार के 1,000 करोड़ रुपये का आंकड़ा टच करने में देव दीपावली की भूमिका काफी अहम है.

बता दें कि वर्ष 2020 में देव दीपावली के उत्सव को देखने के लिए पीएम मोदी खुद वाराणसी आए थे और अलकनंदा क्रूज से उन्होंने कशी की भव्यता का नजारा देखा था. पिछले वर्ष की इस भव्य देव दीपावली की चर्चा पूरी दुनिया में हुई और उसी भव्यता का असर एक साल बाद फिर से देव दीपावली पर पड़ रहा है. जिसकी वजह से काशी के पर्यटन कारोबार को संजीवनी मिलने लगी है.

काशी के पर्यटन कारोबार को संजीवनी

भगवान शिव की नगरी कही जाने वाली काशी की भव्यता देश-विदेश में विख्यात है. यहां की भव्यता देखने के लिए प्रतिदिन हजारों पर्यटक आते हैं. जिसमें अधिकतर विदेशी पर्यटकों की संख्या होती है. इस बार के देव दीपावली के पर्व पर यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या पहले से कई गुना अधिक होने की उम्मीद है. देव दीपावली पर होने वाली चमक ने पर्यटन व्यापार को रोशन कर दिया है. खास बात यह है कि पहली बार ऐसा हो रहा है, जब देव दीपावली पर देशी सैलानियों का जमावड़ा लगने वाला है.

इस बाबत उत्तर प्रदेश टूरिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष राहुल मेहता ने बताया कि बीते वर्ष आयोजित हुई देव दीपावली की भव्यता ने इस बार देव दीपावली को संजीवनी दी है. इस वर्ष की भव्यता देखने के लिए देशी सैलानी वाराणसी आ रहे हैं. यही वजह है कि इस बार देव दीपावली पर 500 से 600 करोड़ रुपये का व्यापार होने की संभावना है.

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पर्यटन के क्षेत्र से जुड़े अन्य लोगों का कहना है कि सभी छोटे-बड़े होटल एक महीने में ही बुक हो गए हैं. वर्तमान में बनारस में होटल का एक भी कमरा खाली नहीं है. वहीं नाव एवं बजरे भी 25 से 25 हजार रुपये में बुक हो रहीं हैं. ट्रेवल में चलने वाली गाड़ियां भी पूरी तरीके से बुक है. जिसकी वजह से गाड़ियों का किराया काफी बढ़ गया है. कारोबारियों ने बताया कि उन्हें उम्मींद नहीं थी कि इस बार देव दीपावली पर इतनी बड़ी तादाद में बुकिंग मिलेगी.

इसे पढ़ें- अखिलेश के 'चिलमजीवी' बयान से नाराज संत समाज, स्वामी जितेन्द्रानंद ने कहा- मुश्किल होगी उनकी मिशन 2022 की राह

वाराणसी : काशी के डूबे हुए पर्यटन कारोबार को पीएम मोदी के दूरगामी सोच ने मानव पंख लगा दिया है. इसका नतीजा यह है कि सूखे की मार झेल रहा पर्यटन कारोबार उभरने लगा है. पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र काशी इस महीने 1,000 करोड़ रुपये का आंकड़ा छूने जा रहा है. पर्यटन कारोबार के 1,000 करोड़ रुपये का आंकड़ा टच करने में देव दीपावली की भूमिका काफी अहम है.

बता दें कि वर्ष 2020 में देव दीपावली के उत्सव को देखने के लिए पीएम मोदी खुद वाराणसी आए थे और अलकनंदा क्रूज से उन्होंने कशी की भव्यता का नजारा देखा था. पिछले वर्ष की इस भव्य देव दीपावली की चर्चा पूरी दुनिया में हुई और उसी भव्यता का असर एक साल बाद फिर से देव दीपावली पर पड़ रहा है. जिसकी वजह से काशी के पर्यटन कारोबार को संजीवनी मिलने लगी है.

काशी के पर्यटन कारोबार को संजीवनी

भगवान शिव की नगरी कही जाने वाली काशी की भव्यता देश-विदेश में विख्यात है. यहां की भव्यता देखने के लिए प्रतिदिन हजारों पर्यटक आते हैं. जिसमें अधिकतर विदेशी पर्यटकों की संख्या होती है. इस बार के देव दीपावली के पर्व पर यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या पहले से कई गुना अधिक होने की उम्मीद है. देव दीपावली पर होने वाली चमक ने पर्यटन व्यापार को रोशन कर दिया है. खास बात यह है कि पहली बार ऐसा हो रहा है, जब देव दीपावली पर देशी सैलानियों का जमावड़ा लगने वाला है.

इस बाबत उत्तर प्रदेश टूरिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष राहुल मेहता ने बताया कि बीते वर्ष आयोजित हुई देव दीपावली की भव्यता ने इस बार देव दीपावली को संजीवनी दी है. इस वर्ष की भव्यता देखने के लिए देशी सैलानी वाराणसी आ रहे हैं. यही वजह है कि इस बार देव दीपावली पर 500 से 600 करोड़ रुपये का व्यापार होने की संभावना है.

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पर्यटन के क्षेत्र से जुड़े अन्य लोगों का कहना है कि सभी छोटे-बड़े होटल एक महीने में ही बुक हो गए हैं. वर्तमान में बनारस में होटल का एक भी कमरा खाली नहीं है. वहीं नाव एवं बजरे भी 25 से 25 हजार रुपये में बुक हो रहीं हैं. ट्रेवल में चलने वाली गाड़ियां भी पूरी तरीके से बुक है. जिसकी वजह से गाड़ियों का किराया काफी बढ़ गया है. कारोबारियों ने बताया कि उन्हें उम्मींद नहीं थी कि इस बार देव दीपावली पर इतनी बड़ी तादाद में बुकिंग मिलेगी.

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