उन्नावः कोरोना संक्रमण से गांव को बचाने के लिए प्रदेश सरकार ने अब नोडल अधिकारियों के अलावा मंत्रियों को भी अब जिले में उतारा है. जो सीएम को जिले में कोरोना संक्रमण के हालातों की विस्तृत रिपोर्ट देंगे. इसी के तहत जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह गुरुवार को के दौरे पर थे. लेकिन प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उनके पास सवालों के जवाब नहीं थे, बस सरकार की उपलब्धियों को गिनाए जा रहे थे. मेडिकल किट वितरण में लापरवाही व सैकड़ों शिक्षकों की मौत के सवाल पर मंत्री बचते रहे.
जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह का एक हफ्ते में दूसरी बार जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ कोरोना संक्रमण के हालात पर समीक्षा बैठक करने पहुंचे थे. जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने प्रमुख सचिव शहरी एवं नियोजन / नोडल अधिकारी दीपक कुमार, डीएम रविंद्र कुमार, सीडीओ, एसपी आनंद कुलकर्णी के अलावा अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में मंत्री ने संक्रमित मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं को उपलब्ध कराने के आदेश दिए हैं. वहीं, ऑक्सीजन किल्लत न हो पाने के निर्देश दिए. मंत्री ने अधिकारियों से निगरानी समितियों के कामकाज की रिपोर्ट भी मांगी.
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सवालों से बचते नजर आए मंत्री
समीक्षा बैठक के बाद जलशक्ति मंत्री ने मीडिया से बातचीत कर संक्रमण काल में सरकार के कार्यों को गिनाया. वहीं, 4 मई से 9 मई तक गांव में चले विशेष ट्रेसिंग अभियान में टीम के पास मेडिकल किट तक न होने के सवाल पर मंत्री जी किनारा कर गए. डीएम ने बचाव करते हुए सवाल के जवाब में कहा कि आप सूची दें हम विशेष रूप से जांच कराकर कारवाई करेंगे.चुनाव ड्यूटी में बेसिक शिक्षा मंत्री की तरफ से जारी बयान में तीन शिक्षकों की मौत लेकिन उन्नाव में 32 टीचर्स की मौत के सवाल पर मंत्री ने कहा कि चुनाव आयोग की गाइड लाइन व डीएम की रिपोर्ट पर सूची तैयार की गई है. मामले में ज्यादा कुछ बोलने से बचते नजर आए.