उन्नाव: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं. वह समय-समय पर अस्पतालों का औचक निरीक्षण भी कर रहे हैं. लेकिन उसके बावजूद भी जो अस्पतालों में तैनात कर्मचारी और चिकित्सकों का रवैया सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. शुक्रवार को उन्नाव की जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे ने तहसील के एसडीएम व तहसीलदार से जनपद में संचालित 16 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर औचक निरीक्षण कराया. तो स्थिति बहुत ही चौकाने वाली सामने आई है. सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर कुल 102 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए. वहीं, एसडीएम ने अनुपस्थित कर्मचारियों की रिपोर्ट बनाकर जिलाधिकारी को भेज दी है.
जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे द्वारा नामित किए गए अधिकारियों ने शुक्रवार को जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिछिया में 7, अचलगंज में 7, सिकंदरपुर सरोसी में 13, बीघापुर में 2, सुमेरपुर में 3, पुरवा में 2, असोहा में 20, हिलौली में 4, नवाबगंज में 6, हसनगंज में 3, औरास में 7, मियांगंज में 6, सफीपुर में 6, बांगरमऊ में 4, फतेहपुर चौरासी में 9 तथा गंज मुरादाबाद में 3 कुल मिलाकर 102 कार्मिक अनुपस्थित पाए गए.
नोडल अधिकारियों की जांच रिपोर्ट के आधार पर जिलाधिकारी ने सीएमओ डॉ. सत्यप्रकाश को निर्देश दिए हैं कि अनुपस्थित कार्मिकों का एक दिन का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण लिया जाए और जांच में जो खामियां मिली है, उन्हें तुरंत दुरुस्त कराकर स्वास्थ्य केंद्रों पर आम जनमानस को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं. उन्होंने समस्त प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया है कि भविष्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए और शत प्रतिशत कार्मिकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराई जाए.
वहीं, मीडिया से बातचीत में एसडीएम देवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि पूर्व में मिल रही सूचनाओं को संज्ञान में लेते हुए उन्नाव की जिलाधिकारी के निर्देशन में आज छापेमारी की गई है. जिनमें तीन विभिन्न सीएचसी में 22 लोग अनुपस्थित मिले हैं. इनकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेज दी गई है.
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